वैक्सीन नहीं आने तक, इस तरह करें कोरोना से अपना बचाव

200 से भी अधिक देश कोरोना की चपेट का शिकार हैं और सभी देशों में कोरोना वैक्सीन को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं ताकि कोविड 19 पर लगाम लगाई जा सकें। भारत समेत अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, रूस, इस्राइल आदि देशों को इसमें कुछ हद तक सफलता भी मिली हैं। लेकिन जब तक वैक्सीन नहीं आती हैं तब तक आपको अपना बचाव करने की जरूरत हैं। सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के इस्तेमाल के साथ ही दूरे तरीके खोजने की भी जरूरत हैं।

प्रतिष्ठित हेल्थ जर्नल द लैंसेट में कहा गया है कि शारीरिक दूरी के साथ-साथ मास्क और आंखों की भी सुरक्षा से संक्रमण का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। यह अध्ययन लांसेट जर्नल में प्रकाशित की गई है। शोधकर्ताओं ने बताया कि मौजूदा प्रमाणों की व्यवस्थित समीक्षा विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से कराई गई है।

कनाडा की मैकमास्टर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और समीक्षा के प्रमुख लेखक होल्गर शूनेमन ने कहा कि शारीरिक दूरी से कोरोना के मामले में कमी आने की संभावना है। शूनेमन डब्ल्यूएचओ के संक्रामक रोगों, अनुसंधान के तरीके और सिफारिशें वाले समन्वय केंद्र के सह निदेशक भी हैं।

उन्होंने कहा कि दो मीटर या उससे अधिक की शारीरिक दूरी, चेहरे पर मास्क और आंखों की सुरक्षा करने कोविड-19 के संक्रमण के खतरे को कम किया जा सकता है। स्वास्थ्यकर्मी जो मास्क पहनते हैं, उनका इस्तेमाल दूसरे और सामान्य मास्क की तुलना में ज्यादा सुरक्षा देगा।

कई अध्ययनों की एक समग्र समीक्षा में यह बात सामने आई है कि एक मीटर या उससे ज्यादा की शारीरिक दूरी कोरोना संक्रमण को एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलने से बचा सकती है। शोधकर्ताओं ने कहा कि आंखों की सुरक्षा से ज्यादा फायदा मिल सकता है।