ये 4 चीज बनाती हैं हैंड सैनिटाइजर को कारगर, होता हैं कीटाणुओं का खात्मा

देश-दुनिया में सभी कोरोना वायरस के संक्रमण से परेशान हैं और अभी तक इसकी वैक्सी तैयार नहीं हुई हैं। ऐसे में बचाव ही इसका उपचार हैं। इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी अभी हैंड सैनिटाइजर काम कर रहा हैं जिसकी मदद से समय-समय पर हाथों की सफाई कर कीटाणुओं का नाश किया जा सकता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको सैनिटाइजर में उपयोग होने वाले उन तत्वों के बारे में बताने जा रहे हैं जो कीटाणुओं का खात्मा करते हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।

बेंजाल्कोनियम क्लोराइड

बेंजाल्कोनियम क्लोराइड एक एंटीसेप्टिक एजेंट है, जो किटाणुओं को खत्म करने का काम करता है। यदि सैनिटाइजर लगाने के बाद हाथों में थोड़ी सी जलन होती है तो वो इसी केमिकल के वजह से होती है। बेंजाल्कोनियम क्लोराइड का उपयोग कई दवाईयों के निर्माण में भी होता है।

ट्राइक्लोसान

ट्राइक्लोसान एक तरह का केमिकल है, जिसे हैंड सैनिटाइजर में मिलाया जाता है। यह केमिकल हाथों की त्वचा को सोखते हुए अंदर तक चला जाता है औक कीटाणुओं को नष्ट कर देता है। ऐसे में इसका इस्तेमाल चीन से चार बार तक किया जा सकता है। इसके अधिक इस्तेमाल से हाथों में ड्रायनेस हो सकती है।

फैथलेट्स

फैथलेट्स एक केमिकल है, जो खुशबू को बढ़ाने का काम करता है। इस केमिकल को सैनिटाइजर में महक बढ़ाने के लिए मिलाया जाता है। हालांकि इस केमिकल की मात्रा निर्धारित होनी चाहिए। कई शोधों में यह बात सामने आई है कि फैथलेट्स की अधिक मात्रा लिवर, किडनी, फेफड़ों और प्रजनन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकती है। गर्भवती महिलाओं के लिए इसका अधिक उपयोग नुकसानदायक है।