ये 2 आयुर्वेदिक नुस्खें दूर करेंगे शरीर पर उभरी हुई गांठ, जानें और पाए आराम

अक्सर देखा जाता हैं कि व्यक्ति के शरीर पर कुछ हिस्सा फूलने लगता हैं और हल्के से स्पर्श से भी उस जगह पर दबाव बनने लगता हैं। इसे चर्बी वाली गांठ (Lipoma) कहते हैं। यह गाँठ शरीर के किसी भी हिस्से में बन सकती हैं। इस गांठ में सामान्य तौर पर दर्द नहीं होता लेकिन जब गांठ का आकार बढ़ने लगता है तो इसमें दर्द होना शुरू हो जाता है और लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी कर देता है। लिपोमा (Lipoma) यानी की शरीर के किसी हिस्से में बनी गांठ सिर्फ एक ही नहीं बल्कि किसी व्यक्ति के शरीर पर दो से तीन जगह भी हो सकती है। इसके लिए जरूरी नहीं की सर्जरी ही की जाए क्योंकि आयुर्वेदिक नुस्खों से भी इसका इलाज किया जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं कैसे पाएं इससे आराम।

कचनार की ताजा और सूखी छाल

शरीर के किसी हिस्से पर बनी गांठ को हटाने के लिए सबसे कारगर तरीकों में से एक है कचनार की ताजा और सूखी छाल। इसके लिए आपको करना ये है कि एक गिलास पानी और एक चम्मच गोरखमुंडी (पिसी हुई) को कचनार के साथ-साथ कूट लें। उसके बाद कुटी हुई कचनार को पानी में लगभग दो मिनट तक के लिए उबालें। जब आपका यह मिश्रण अच्छी तरह से उबल जाए तब इसमें गोरखमुंडी मिला दें और फिर 1 मिनट तक इसे उबालें। अब इस पानी को छानें और दिन में दो बार इस पानी का सेवन करें। नियमित रूप से करीब 25 दिन तक ऐसा करने से गांठ निकल जाती है।

आंकड़े का दूध

शरीर के किसी हिस्से पर लिपोमा या फिर गांठ को ठीक करने के लिए आंकड़े का दूध बेहद फायदेमंद है। इसके लिए आपको करना ये है कि आंकड़े के दूध में मिट्टी को मिलाएं और फिर इस दूध का लेप प्रभावित हिस्से पर उभरी गांठ पर लगाएं। नियमित रूप से ऐसा करने से आपको दर्द के साथ-साथ इसे हटाने में भी मदद मिलेगी।