सर्दियों में बढ़ने लगती हैं जोड़ों के दर्द की समस्या, इन घरेलू उपायों से मिलेगा आराम

उम्र बढ़ने के साथ ही शरीर साथ छोड़ने लगता हैं और कई तरह की बीमारियां सामने आने लगती हैं। इन्ही में से एक हैं जोड़ों में दर्द की समस्या जिसका सामना कई लोग कर रहे हैं। सर्दियों के इन दिनों में यह समस्या और भी बढ़ जाती हैं क्योंकि तापमान में गिरावट की वजह से नसें सिकुड़ने लगती हैं और ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से नहीं हो पाता हैं। इससे अकड़न महसूस होने लगती है और जोड़ों में दर्द बढ़ने लगता है। इससे चलने-फिरने और बार-बार उठने बैठने में काफी दिक्कत होती है। इससे बचाव के लिए कई तरह की दवाइयों और गोलियों का इस्तेमाल किया जाता है, जो कि हर बार उचित नहीं हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं जिन्हें आजमाकर जोड़ों के दर्द की समस्या में राहत पाई जा सकती हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...

अदरक

जोड़ों के दर्द में राहत पाने के लिए आप अदरक के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं। ये जड़ी बूटी जिंजरोल नामक कंपाउंड से भरपूर होती है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी होती है। इसके अलावा अदरक की चाय पीने से मदद मिल सकती है। आप अदरक को गर्म पानी में शहद और नींबू के साथ मिलाकर भी पी सकते हैं। दर्द कम होने तक दिन में 2-3 कप पानी का सेवन कर सकते हैं।

हल्दी

हल्दी एक जादुई मसाला है। इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। इसमें एंटीसेप्टिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इसमें करक्यूमिन होता है जो हल्दी में पाया जाने वाला एक एंटी-इंफ्लेमेटरी रसायन है जिसमें बहुत सारे एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। ये रूमेटाइड अर्थराइटिस को कम करने में मदद करती है। ये घुटने के दर्द के कारणों में से एक है। राहत के लिए आधा चम्मच पिसी हुई अदरक और हल्दी को एक कप पानी में 10 मिनट तक उबालें। छान लें, स्वादानुसार शहद डालें और इस चाय का सेवन दिन में दो बार कर सकते हैं।

तुलसी

तुलसी में पाए जाने वाले एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी स्पास्मोडिक गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द में राहत दिलाने का काम करते हैं। आपको करना ये है कि रोजाना तीन से चार बार तुलसी की चाय का सेवन करना है। ऐसा करने से आपको जरूर लाभ मिल सकता है।

मसाज

मसाज थेरेपी संचलन और सूजन को कम करके जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में मदद करती है। बल्कि कई अध्ययनों से पता चला है कि रोज़ाना मसाज करने से दर्द और कठोरता से राहत मिलती है। प्रभावित क्षेत्रों पर मसाज करने के लिए नारियल तेल, जैतून का तेल, सरसों का तेल, अरंडी का तेल या लहसुन का तेल आप गुनगुना करके इनसे अच्छे से मसाज कर सकते हैं।

मेथी के बीज

मेथी अपने एंटीऑक्सिडेंट और सूजनरोधी गुणों की वजह से एक लोकप्रिय घरेलू उपाय है। यह खासकर गठिया से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद है। एक ग्लास गुनगुने पानी में एक चम्मच मेथी के बीज का सेवन करें। जब तक आपको सकारात्मक परिणाम न मिलें तब तक सुबह को इस उपाय को रोज़ाना करें। इसके अलावा एक चम्मच मेथी के बीज को रात भर के लिए भिगोकर रख दें और फिर सुबह उन्हें खा लें।

गर्म और ठंडा कंप्रेशन

गर्म और ठंडा दोनों कंप्रेशन एक एंटी-इंफ्लेमेटरी के रूप में काम करते हैं। गर्मी मांसपेशियों को आराम देती है। बेहतर परिणामों के लिए, आप गर्म पानी की बोतल या गर्म पैड का इस्तेमाल कर सकते हैं। घुटने की सूजन को कम करने के लिए आप बर्फ का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आप एक आइस क्यूब को एक कपड़े में लपेट कर प्रभावित हिस्से पर लगा सकते हैं।

एप्पल साइडर विनिगर

एक गिलास पानी में एप्पल साइडर विनिगर मिलाकर पीने से जोडों के दर्द में फायदा मिलता है।इसके अलावा ब्रोकली खाने से भी गठिया में आराम मिलता है।ब्रोकली में -कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो जोड़ों की सेहत लंबे समय तक बरकरार रखते हैं।

सेंधा नमक

सेंधा नमक पानी में डालकर नहाने से आपके शरीर में मैग्नीशियम त्वचा के माध्यम से अवशोषित हो जाता है। जोड़ों का दर्द भी अक्सर मैग्नीशियम के निम्न स्तर के साथ जुड़ा हुआ होता है। इसके अलावा मैग्नीशियम सूजन और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकलने में मदद करता है। दो कप गर्म पानी में सेंधा नामक मिलाएं। लगभग 20 मिनट तक प्रभावित क्षेत्रों को इसमें डुबोकर रखें। इसका इस्तेमाल हफ्ते में तीन बार ज़रूर करें और तब तक करें जब तक आपको आराम नहीं मिल जाता।