गर्भवस्था एक ऐशी अवस्था हैं जिसमे कई दिनों तक महिलाए इससे अनजान रहती है की उनके दैनिक जीवन में जो भी परिवर्तन दिख रही हैं वो गर्भावस्था के शुरुवाती लक्षण हैं। वैसे तो आज के आधुनिक युग में प्रेग्नेंसी टेस्ट करने के लिए बाजार में कई तरह के प्रेग्नेंसी टेस्ट किट मौजूद हैं। लेकिन गर्भ धारण के आरंभ में ही महिलाओ के शरीर में कई तरह के बदलाव शुरू हो जाते हैं। आप चाहें तो इन गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों से भी आसानी से अंदाजा लगा सकते है कि आप गर्भवती हैं या नहीं। प्रेगनेंसी है या नहीं, महिलाओं के लिए यह उधेड़बुन बहुत आम है। ऐसे में गर्भ ठहरने के छह से आठ हफ्तों के बीच, जब शरीर में अधिक बदलाव नहीं दिखते हैं तब इन लक्षणों की मदद से यह पता लगाया जा सकता है कि प्रेगनेंसी है या नहीं। हालांकि प्रेगनेंसी केवल इन लक्षणों के आधार पर करने के बजाय इन्हें पहचानकर टेस्ट करना ही बेहतर है, फिर भी इनकी मदद आप सजग जरूर हो सकते हैं। आइये जानते हैं उन लक्षणों के बारे में।
* स्तनों में भारीपन : यदि आपके स्तनों में भारीपन, पीठ में दर्द आदि होते हैं तो हो सकता है कि यह गर्भावस्था का संकेत हो। कई बार गर्भावस्था के प्रारंभिक दिनों में महिलाओं को उनके पीरियड्स बंद होने तक पता ही नहीं चल पाता है कि वे गर्धारण कर चुकी हैं। गर्भावस्था की पुष्टी करने के लिए आप घर पर टेस्ट कर सकती हैं या लैब में गर्भावस्था परीक्षण करवा सकती हैं।
* सांस लेने में भारीपन : क्या आपको सांस लेने में उतना ही भारीपन लगता है जैसे आप अभी - अभी सीढि़यां चढ़कर आई हों, ऐसा इसलिए है क्योंकि आप प्रेग्नेंट है। आपके पेट में पल रहे भ्रूण को ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है जो आपसे ले लेता है। ऐसा कहने के लिए क्षमा करें, लेकिन यह तकलीफ आपको पूरे गर्भावस्था के दौरान रहने वाली है, खासकर उस चरण में जब गर्भस्थ शिशु बढ़ रहा होगा और आपके फेफड़ों और डायाफ्राम पर दबाव पड़ना शुरू होगा।
* मासिक धर्म का न होना : हालांकि इस बात का कोई ख़ास सबूत नहीं है, पर नियमित तरीके से मासिक धर्म का न होना भी एक अहम लक्षण है कि आप शायद गर्भवती हैं।
* जी मचलना और उल्टियां : 99 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं को पीरयड्स रुकने के आठ सप्ताह के भीतर उल्टियां या जी मचलने जैसी समस्या जरूर होती हैं। इसके आधार पर गर्भ के भीतर बच्चे या जुड़वा बच्चे का भी अंदाजा लगाया जा सकता है।
* निपल्स के रंग : गर्भावस्था के दौरान होने वाले हॉमोर्नल चेंज से melanocytes प्रभावित होती हैं जिससे निपल्स के आसपास के हिस्से में यानि एरोला में ज्यादा कालापन आना जैसे लक्षण को आसानी से Pregnancy symptoms के तौर पर देखा जा सकता हैं ।
* थकान : प्रेगनेंसी की शुरुआत में, महिला को थकान भी होने लगती है। दरअसल इसका कारण आपके गर्भ में भ्रूण बनने की शुरुआत होता है। इस दौरान, आपका शरीर आपके भ्रूण पर ध्यान केंद्रित करने और उसकी देखभाल में लग जाता है। अब आपके शरीर को और ज्यादा रक्त बनाने की जरूरत पड़ने लगती है, यही रक्त बेबी को पोषक तत्वों को पहुंचाता है।