चिन-मुद्रा की मदद से जगाये शिव के प्रति एकाग्रता, मिलेगा सम्पूर्ण लाभ

किसी भी व्यक्ति के जीवन में एकाग्रता का अहम स्थान हैं। क्योंकि जो व्यक्ति एकाग्रचित होकर अपने काम को करता है उसे हमेशा सफलता मिलती ही हैं। भगवान की भक्ति में भी कुछ ऐसा ही हैं, अगर आप अपने मन को एकाग्रचित नहीं रख पाते हैं तो भक्ति और जाप का कोई फल नहीं मिलता हैं। इसलिए हमेशा अपने मन को तनाव से दूर करके एकाग्रचित होकर ध्यान लगाना चाहिए। अगर आप मन को एकाग्रचित नहीं कर पाते हैं तो हमारे द्वारा बताई जा रही चिन-मुद्रा के अभ्यास से आपको बहुत फायदा होगा। तो आइये हम बताते हैं आपको किस तरह एकाग्रता बढ़ाने में मदद करती है चिन-मुद्रा।

* चिन-मुद्रा के लाभ


- चिन मुद्रा में बैठने से ध्यान और एकाग्रता की क्षमता बढ़ती है।

- अगर आपको नींद से जुड़ी समस्याएं हैं तो आपको इस मुद्रा का अभ्यास करने से काफी लाभ होगा।

- लोअर बैक पेन को कम करने के लिए ये अच्छी मुद्रा है।

- इसकी मदद से शरीर का तनाव दूर होता है। ये मुद्रा आपके दिमाग में शांति लाने में मदद करती है।

* चिन-मुद्रा का तरीका :

- सुखासन में बैठ जाएं। जांघों पर हथेलियां आसमान की तरफ करके रखें। इस दौरान आपकी कमर सीधी रहे।

- अब अपनी तर्जनी (index finger) को इस तरह से मोड़ें कि ये आपके अंगूठे की टिप को छुए। कोई दबाव न डालें, बस दोनों उंगलियां एक दूसरे को छू रही हों। बाकी की तीन उंगलियां खुली रहें। ऐसा दोनों हथेलियों के साथ करें।

- अब गहरी सांस अंदर लें और बाहर छोड़ें।

- इस स्थिति में दो से तीन मिनट तक रहें।