बरसात का समय हैं जिस वजह से भरे हुए पानी में जानवरों का आना आम बात हैं। बरसात के इन दिनों में घरो में सांप निकलने की समस्या भी बहुत सुनाई देती हैं। हांलाकि भारत में जहरीले सांप का प्रतिशत बहुत कम हैं लेकिन फिर भी भारत में जहरीले सांपों की 13 प्रजातियां हैं। ऐसे में सांप के काटने का खतरा इन दिनों में बहुत रहता हैं। लेकिन अक्सर देखा गया हैं कि सांप के काटने पर लोग कुछ गलतियां कर बैठते है जो उनके लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकती हैं। आज हम आपको उन्हीं गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें सांप के काटने पर करने से बचना चाहिए।
- सांप ने शरीर के जिस हिस्से पर काटा है, उसके आसपास या उसपर पट्टियां कतई न बांधे। क्योंकि ऐसा करने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और खून सप्लाई करने वाली नसों के फटने का डर ज्यादा बना रहता है।
- सांप के काटने के बाद कभी भी मरीज़ को टेढ़े न लिटाएं। क्योंकि इससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो सकता है। मरीज़ को सीधे लिटाकर इलाज़ के लिए अस्पताल ले जाएं। जैसे स्ट्रेचर पर मरीज़ को लिटाया जाता है।
- एस्प्रिन या कोई दर्द निवारक दवा बिलकुल न दें। क्योंकि इससे मरीज़ की वास्तविक स्थिति का अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है। मरीज़ का दर्द बढ़ सकता है।
- सांप के काटने के बाद प्रभावित हिस्से में चीरे का निशान न लगाएं। क्योंकि चीरे के निशान से सांप का ज़हर दोगुनी रफ़्तार से खून के जरिए शरीर में फैलने लगता है। दिमाग पर असर छोड़ता है। कुछ ही देर में मौत हो सकती है।
- शरीर के जिस हिस्से पर सांप ने काटा है, उसे ज्यादा न हिलाएं। मरीज़ को चलने न दें। क्योंकि मांसपेशियों में रगड़ से ज़हर फैलने की रफ़्तार दोगुनी हो जाती है।