सर्दियों का मौसम जहां अपने सुहानेपन के लिए जाना जाता हैं, वहीँ यह कई शारीरिक तकलीफे भी लेकर आता हैं। सर्दियों के दिनों में लोगों को जोड़ों में दर्द की समस्या होने लगती हैं। खासतौर से बुजुर्गों में हड्डी से जुड़े पुराने दर्द भी ताजा हो जाते हैं। सर्दियों के दौरान जोड़ों में अकड़न और गंभीर दर्द से कई बार अंगों को हिलाने-डुलाने में दिक्कत भी होने लगती है। पहले यह बीमारी सिर्फ ज्यादा उम्र को लोगों में देखने को मिलती थी, लेकिन आज के समय में यह परेशानी नौजवानों में भी आम है। कई तरह के इलाज और दवाइयों के बावजूद इस दर्द से राहत नहीं मिलती। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी इस बीमारी का इलाज आपका खानपान ही है। हम आपको कुछ ऐसे सुपरफूड के बारे में बताने जा रहे हैं जो जोड़ों के दर्द की समस्या को दूर करने का काम करेंगे। आइये जानते हैं इनके बारे में...
फैटी फिशएनसीबीआई में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, सैल्मन और मैकेरल जैसी फैटी मछली की किस्में ओमेगा -3 फैटी एसिड और विटामिन डी से भरपूर होती हैं। इससे उन्हें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मिलते हैं, जो जोड़ों में दर्द को दूर करने में मदद कर सकते हैं।
बथुआअर्थराइटिस से राहत पाने के लिए बथुआ के पत्तों का रस वरदान समान है। अपनी डाइट में बथुआ को तो शामिल करें ही, इसके साथ ही रोजाना इसके पत्तों का रस भी पीएं। ध्यान रखें रस में स्वाद के लिए कुछ नहीं मिलाए। कम से कम तीन महीने तक इसका सेवन करें।
अदरकताजा या सूखे रूप में नियमित रूप से अदरक का सेवन करने से जोड़ों की सूजन से राहत मिल सकती है। आप इसमें अपनी रोजाना की चाय, ग्रेवी के साथ-साथ शहद भी मिला सकते हैं या एक कप गर्म पानी में मिला सकते हैं। अदरक शरीर में सूजन को बढ़ावा देने वाले पदार्थों के प्रोडक्शन को रोकता है।
सोयाबीनअगर आप शाकाहारी हैं और अपने आहार में ओमेगा-3 फैटी एसिड शामिल करना चाहते हैं, तो आप सोयाबीन का विकल्प चुन सकते हैं। जोड़ों के दर्द के रोगियों के लिए सोया एक बेहतरीन आहार है। यह इसमें मौजूद ओमेगा -3 शरीर के भीतर सूजन को कम कर सकता है, जो दर्द को गंभीर बनाते हैं।
फ्रूट्स एंड बेरीजसेब, क्रैनबेरी और एप्रिकॉट जैसे फल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। ये शरीर को हानिकारक फ्री रेडिकल्स को खत्म करने और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। एंथोसायनिन से भरपूर चेरी खाना भी जोड़ों और मांसपेशियों में सूजन को कम करने में प्रभावी हो सकता है।
ब्रोकलीब्रोकली में ऐसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो जोड़ों की सेहत को लंबे समय तक बरकरार रखते हैं। ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंजेलिया के शोधकर्ताओं के अनुसार, ब्रोकली में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो गठिया से बचाने या बीमारी को बढ़ने से रोकने में सक्षम है। इसमें मौजूद कैल्शियम, कार्बोहाईड्रेट, प्रोटीन, आयरन, विटामिन ए और सी, क्रोमियम, हमारे शरीर को हैल्दी रखने का काम करता है।
ऑलिव ऑयलऑलिव ऑयल एक अनसैचुरेटेड, हेल्दी फैट और ओमेगा-3 का अच्छा सोर्स है। इसमें ओलियोकैंथल भी होता है, जो सूजन से राहत दिला सकता है। अपनी डेली डाइट में ऑलिव ऑयल को शामिल करें।
लहसुनएक स्टडी के मुताबिक, लहसुन बॉडी में कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ावा देती है। जिससे हड्डियों के कमजोर होने जैसी बीमारी ऑस्टियोपोरोसिस से राहत मिल सकता है। इसके अलावा, लहसुन के सेवन से सर्दियों में होने वाले जोड़ों में दर्द से भी आराम पहुंचता है। क्योंकि इसमें लहसुन डायलिल डाइसल्फाइड होता है, जो एक एंटी इंफ्लेमेटरी यौगिक है। यह सूजन से लड़ने, दर्द से राहत देने और पूरे स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकता है।
हल्दीहल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है, जो बीमारी फैलने वाले बैक्टिरियां को खत्म करने का काम करता है। इसलिए गठिया के दर्द के मरीजों को इसका सेवन जरूर करना चाहिए। साथ ही इसके खाने से आपको दर्द में भी राहत मिलती है।