अगर करतें है बच्चे बिस्तर में 'सुसु' तो करें ये उपचार

बच्चे का रात को बिस्तर गीला कर देना किसी भी परिवार के लिए एक गंभीर समस्या है। बच्चे का छोटी आयु में बिस्तर गीला करना कोई बड़ी समस्या नहीं है लेकिन यदि बच्चा 5 वर्ष की आयु के बाद भी बिस्तर में पेशाब करता है तो ये एक गम्भीर विषय है। दरअसल, बड़ो के मुकाबले बच्चो का मूत्राशय बहुत छोटा होता है जिस कारण वे रात को पेशाब रोक नहीं पाते और बिस्तर गीला कर देते है। माता-पिता बच्चे को इसके लिए डांटते भी हैं, लेकिन बच्चा उनके व्यवहार को समझ नहीं पाता। यह एक आम बात हैं और बच्चा चाहकर भी कुछ नहीं कर पाता हैं। ऐसे तो बच्चो की बिस्तर गीला करने की आदत को कम कराने के कई उपाय है लेकिन आज हम जो उपाय आपको बताने जा रहे है उनकी मदद से आप अपने बच्चे की इस समस्या से आसानी से छुटकारा पा सकते है।

* तिल : तिल और गुड़ को एक साथ मिलाकर बच्चे को खिलाने से बच्चे का बिस्तर पर पेशाब करने का रोग समाप्त हो जाता है। तिल और गुड़ के साथ अजवायन का चूर्ण मिलाकर खिलाने से भी लाभ होता है।

* Cranberry का जूस रहेगा फायदेमंद :
बच्चो के मूत्राशय या गुर्दे की खराबी के कारण भी ये समस्या देखने को मिलती है। ऐसे मे Cranberry का रस गुर्दे, मूत्र पथ और मूत्राशय के लिए लाभकारी होता है। यदि आपका बच्चा भी इस समस्या से ग्रसित है तो इस का रस अपने बच्चो को पिलाएँ। ये रस रात को सोने के एक घंटा पूर्व अपने बच्चो को पिलाएँ। इसका प्रयोग 1 महीने तक करें आपको अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे।

* आंवला : लगभग 10-10 ग्राम आंवला और काला जीरा लेकर पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण में इतनी ही मिश्री पीसकर मिला लें। यह 2-2 ग्राम चूर्ण रोजाना पानी के साथ खाने से बच्चे का बिस्तर में पेशाब करना बंद हो जाता है।

* केले : केले को पेट के लिए एक अच्छा फल माना जाता है जिसका सेवन करने से पेट संबंधी कई बीमारिया भी खत्म हो जाती है। बिस्तर मे पेशाब करने की बीमारी से छुटकारा पाने के लिए अपने बच्चे को दिन मे 2 से 3 केले खाने को दे। ऐसा करने से बच्चे की ये समस्या जल्द ही समाप्त हो जाएगी।

* मुनक्का
: रोजाना 5 मुनक्का खाने से बच्चे का बिस्तर में पेशाब करने का रोग दूर होता है।

* किशमिश
: जी हा, किशमिश जितनी खाने मे स्वादिष्ट होती है उतनी ही लाभकारी भी। शायद आप नही जानते की इसका प्रयोग बिस्तर मे पेशाब करने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए भी किया जा सकता है। इसके लिए सुबह खाली पेट किशमिश का सेवन करें। यदि इन्हे रात को भिगोकर सुबह इनका सेवन करे तो अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे।