व्यक्ति की जिंदगी में समस्याओं की कोई कमी नहीं हैं। जीवन पर आये दिन समस्या आती ही रहती है चाहे वो मानसिक हो या शारीरिक। ऐसी ही एक चलती-फिरती समस्यां के बारे में आज हम बात करने जा रहे हैं जो है कांटा चुभना। यह समस्या वैसे तो बहुत आम समस्या हैं लेकिन बहुत पीड़ादायी समस्या होती हैं। समय रहते इसका इलाज ना किया जाए तो यह बड़ी होती जाती हैं। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे उपचार बताने जा रहे हैं जिन्हें कांटा चुभने पर अवश्य अपनाना चाहिए, जिससे दर्द में तो आराम मिलता ही है, साथ ही यह आगे भी नहीं बढ़ पाती। तो आइये जानते हैं कांटा चुभने पर क्या उपाय करने चाहिए।
* शरीर के किसी हिस्से मे अगर काँटा चुभ जाए तो थोड़े से पानी में दो चुटकी हींग डालकर घोल बना लें। घोल मैं रूई भिगोकर काँटे लगे स्थान पर आधा घंटा बाँध लें। ऐसा करने से काँटा स्वयं से निकल जाता है, और दर्द भी नहीं होता।
* कांटे वाली जगह को थोड़ा सा सुई से कुरेदकर उसमे आंकड़े (मदार) का 3-4 बूंद दूध भरकर पट्टी बांध दें, कांटा स्वयं बाहर आ जाएगा।
* पहला उपाय है तिल के तेल मे सेंधा नमक मिला लें और इसको हल्का गर्म कर ले। फिर रुई मे यह तेल भिगो ले और जहां कांटा चुभा हो वहाँ इसे रखें और पट्टी बांध लें, एक घंटे बाद खोलें अब आप पाएंगे कि कांटा बिना पीड़ा के निकल जाएगा।
* यदि हाथ पैर में कांटा चुभ जाता है तो उसे निकालने के लिए बहुत महनेत करनी पडती है और दर्द भी बहुत होता है। इसके लिए तोड़ा सा गुड़ और अजवाइन को मिलाकर बांधने से कांटा स्वयं निकल जाता है।
*जब कोई कांटा चाहे कितना भी कठोर क्यों न हो, शरीर के अन्दर कहीं चुभ जाये तो धतूरे को गुड़ के साथ खिलाने से कांटा पानी की तरह गल जायेगा।
* जब लोहे की कील, कांटा, पिन या कुछ भी ऐसी वस्तु चुभ गई हो तो चुभी हुई जगह पर कलिहारी (करियारी) को पीसकर लेप करने से कांटा, कील आदि स्वयं ऊपर आ जाता है।