घरेलु उपचार : खुनी बवासीर होने पर दही के साथ प्याज का सेवन रहता है फायदेमंद...

आज की इस भाग-दौड़ भरी जिंदगी में कई लोग बवासीर से पीड़ित हैं। बवासीर का मुख्य कारण अनियमित खानपान और कब्ज है। बवासीर में मलद्वार के आसपास की नसें सूज जाती हैं। यह दो तरह का होता है :

1. अंदरूनी बवासीर

इसमें सूजन को छुआ नहीं जा सकता है, लेकिन इसे महसूस किया जा सकता है।

2. बाहरी बवासीर-


इसमें सूजन को बाहर से महसूस किया जा सकता है। इसकी पहचान बहुत हीं आसान है।

अगर आपको भी मल त्यागते वक्त बहुत दर्द होता है, मलद्वार से खून आता है या खुजली होती है, तो आपको बवासीर है। तो आइए कुछ घरेलू कारगर उपाय जानते हैं, जिनसे आप बवासीर से मुक्ति पा सकते हैं।

# खुनी बवासीर होने पर दही या लस्सी के साथ कच्चा प्याज खाने से फायदा मिलता है।

# अंजीर शरीर के लिए बहुत फायदेमंद मेवों में से एक है, अगर आपको बवासीर के साथ मस्सों की भी शिकायत हो तो रात में 3 अंजीर पानी में भिगों दें और सुबह खली पेस्ट इसका सेवन कर पानी को भी पी लें। इसके आधे घंटे कुछ ना खाएं।

# गुड़ में बेलगिरी मिलाकर खाने से रोगी व्यक्ति को बहुत अधिक लाभ मिलता है और बवासीर रोग ठीक हो जाता है।

# आम की गुठली के अंदर के भाग, और जामुन की गुठली के अंदर के भाग को सूखा लें। फिर इन दोनों का चूर बना लें। और फिर इस चूर को एक चम्मच हल्के गर्म पानी या मट्ठे के साथ कुछ दिन तक नियमित पिएँ। यह आपको लाभ पहुंचाएगा।

# 100 ग्राम किशमिश रात को सोने से पहले पानी में भिगो कर रखे और सुबह इसी पानी में किशमिश को मसलकर इस पानी का सेवन करे। कुछ दिन निरंतर इस उपाय को करने से बवासीर ठीक होने लगती है।

# जीरे के दानों को पानी के साथ पीसकर लेप बना लें और इसे मस्सों वाली जगह पर लगायें। इससे जलन और पीड़ा शांत होती है। अगर आपको खुनी बवासीर का इलाज घर पर करना है जो जीरे को भुनकर मिश्री के साथ पीस लें और इसे दिन में 2 से 3 बार फांकें।

# पका पपीता, पका बेल, सेब, नाशपाती, अंगूर, तरबूज, मौसमी फल, किशमिश, छुआरा, मुनक्कात, अंजीर, नारियल, संतरा, आम, अनार खाना बवासीर में फायदेमंद होता है।

# 50 से 60 ग्राम बड़ी इलायची तवे पर भून ले और ठंडी होने के बाद इसे पीस कर चूर्ण बना ले। रोजाना सुबह खाली पेट इस चूर्ण को पानी के साथ लेने से पाइल्स ठीक होती है।