हमारे देश में हर तीन महीने पर मौसम बदल जाता है। इस बदलते हुए मौसम में हमारे नाज़ुक से बच्चे कई बीमारियों के चपेट में आ जाते हैं। कहीं आपके बच्चे को भी मौसम की मार ने आहत तो नहीं कर दिया है ? आपका बच्चा यदि सर्दी - जुकाम से परेशान है, उसकी तबियत अनमनी है, तो घबराइए नहीं। सर्दी-खासी बच्चे की आम बीमारी है। यदि आप सर्दी-खासी होने पर लापरवाही बरतते हैं तो आगे चलकर यह बीमारी भयावह रूप ले लेती है। नवजात बच्चे तो अपने जीवन के पहले साल ही लगभग 7 बार सर्दी खाँसी के शिकार होते हैं। ऐसे में घरेलू उपचार बच्चों को सर्दी- खाँसी में राहत पहुँचा सकते हैं। आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।
* अजवायन :सर्दी लगने या छती में दर्द होने या पस ली चले तो आधा कप पानी में 10-12 देने अजवायन के डालकर उबालें। आधा रहने पर इसे कपडे़ से छान लें। इस काढ़ को थोड़ा गर्म कर शिशु को दिन में दो बार या फिर रात में सोने से पहले पिलाएं। आराम मिलेगा।
* सरसो का तेल :
एक कप सरसो के तेल में अजवाइन और लहसुन की दस कलियां लेकर उसे पकाए, थोड़ा ठंडा होने पर उससे बच्चे की मालिश करे। सरसों के तेल, लहसुन और अजवाइन में कीटाणु-रोधक और विषाणु-रोधक गुण होते हैं। यह आपके बच्चे को काफी मात्रा में आराम प्रदान करने में सहायता करता है।
* पेट्रोलियम जैली :बच्चे की नाक पर पेट्रोलियम जैली लगायें। बच्चे की नाक पर पेट्रोलियम जैली की मोटी परत लगायें। इससे उसे काफी सुकून मिलेगा। बच्चे की नाक जहां पर अधिक लाल और सूजी हुई हो, वहां पर जैली अधिक मात्रा में लगायें।
* गुनगुने तेल की मालिश :अपने बच्चे को गुनगुने सरसो के तेल से मालिश करें, इससे न केवल बच्चे को आराम मिलेगा बल्कि जुकाम से भी राहत मिलेगी। यदि आप चाहें तो इसमें एक जायफल डाल सकती हैं, क्योंकि जायफल गर्म होता है, और बच्चे के मालिश के लिए फायदेमंद माना जाता है।
* सब्जियों का गर्म सूप :सर्दी-खांसी के दौरान सूप बहुत आरामदायक भोजन होता है। आप सब्जियों का गर्म सूप दे सकती हैं। यदि आपका बच्चा थोड़ा और बड़ा है तो आप उसे चिकन सूप दे सकती हैं। ये सूप बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं।
* स्टीम दिलायें :अपने बच्चे को बाथरूम में ले जायें। दरवाजा बंद रकें और गर्म पानी चला दें। 15 मिनट तक अपने बच्चे के साथ उस बाथरूम में रहें। इस बात का खयाल रखें कि आपका बच्चा पानी से दूर रहे। आपको अपने बच्चे को केवल भाप दिलानी है। इससे बच्चे का शरीर खुलेगा और उसे आराम मिलेगा।
* शहद :अपने बच्चे को शहद चटाएं, क्योंकि यह गले को तर करता है और राहत पहुंचाता है। साथ यह खांसी को काबू करने में भी मददगार होता है। लेकिन, इस बात का भी ध्यान रखें कि आप एक साल से कम उम्र के बच्चे को शहद न दें।