अक्सर देखा गया हैं कि कई लोग रात के भोजन के बाद पान खाना पसंद करते हैं और इसका लुत्फ़ उठाते है। क्या आप जानते हैं कि स्वाद देने वाला यह पान आपकी सेहत का भी ख्याल रखता हैं। जी हाँ, पान के पत्तों में सेहत से जुड़े कई राज होते हैं जो कि कई बीमारियों के इलाज की वजह बनते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी ही परेशानियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका इलाज पान के पत्ते की मदद से किया जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं इससे जुडी जानकारी के बारे में...
सांस की बीमारी या सीने में जकड़न हो तोसांस लेने में दिक्कत हो या सीने में जकड़न हो गई हो तो आप उसे घी या तेल लगे पान के पत्ते को गुनगुना सेंक कर सीने पर रखें। इससे कफ पिघल जाएगी और सीना हल्का होगा। इसके बाद सीने को किसी गर्म कपड़े से ढक कर ही रखें।
सिर में अगर हो जाए दर्दजिस किसी को भी बार-बार सिरदर्द की समस्या होती है उन्हें इसके पत्ते को अपने सिर पर लगाना चाहिए। अगर दर्द ज्यादा हो तो आप इसके रस को पीस कर भी माथे पर लगा सकते हैं।
सुस्ती, थकान और अनिद्रा से राहतपान के पत्तों में इलायची, पिपरमिंट, लौंग,गुलकंद या शहद मिला कर खाएं। ये आपकी थकान, सुस्ती और नींद न आने की समस्याओं को दूर कर देंगे।
मसूड़ों और दांतों के दर्द को करता है सहीअगर आपको मसूड़ों में समस्या है या दांतों में दर्द हो तो आप पान के पत्तों में दस ग्राम कपूर मिला लें। पान के पत्ते हरे होने चाहिए पीले नहीं। अब इन पत्तों को खूब चबा-चबा कर खा जाएं। ये आपकी समस्या को दूर कर देंगे। ये पायरिया रोग में भी बहुत कारगर है।
जोड़ों के दर्द या चोट लगने परअगर आपके जोड़ों में दर्द रहता हो या आपको चोट लग गई हो तो आपको पान के पत्ते को घी लगाकर तवे पर गर्म करना चाहिए और उसे गर्म गर्म ही चोट या दर्द वाली जगह पर सिकाई करनी चाहिए। इससे बहुत लाभ होता है।
छाले पड़ने पर अगर मुंह में छाले पड़ गए हों तो पान खाना चाहिए। लेकिन इस पान में केवल घी लगी होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त कुछ भी न लगाएं।
जुकाम होने पर जुकाम होने पर पान के पत्तों में लौंग डालकर खाएं। अगर ज्यादा कड़वा लगे तो आप इसमें धागे वाली मिश्री मिला सकते हैं।