शोध : यौनेच्छा के बावजूद लिंग की कमजोरी हृदय रोग का संकेत

युवाओं में यौनेच्छा के बावजूद लिंग में उत्तेजना की कमी हृदय रोग पनपने का संकेत हो सकता है, जो दुनियाभर में पुरुषों की मौत के प्रमुख कारणों में से एक है। यह एक शोध में पता चला है। शोध के निष्कर्षो से पता चलता है कि लिंग में उत्तेजना न आने की समस्या से 40 से 70 साल की उम्र के 50 फीसदी से ज्यादा पुरुष पीड़ित हैं, जबकि 70 साल से अधिक उम्र के 70 फीसदी से ज्यादा पुरुष इस समस्या से पीड़ित हैं। यह कार्डियो वैस्कुलर रोग के खतरे का संकेत है।

बैपटिस्ट हेल्थ साउथ फ्लोरिडा के चुकवुएमेका ओसोंदु की अगुवाई में शोधकर्ताओं के दल ने कहा, "हमारे शोध के निष्कर्षो से पता चलता है कि युवा पुरुष, जो लिंग में उत्तेजना न होने की समस्या से पीड़ित हैं, उनमें पहचाने जाने योग्य कार्डियो वैस्कुलर रोग का गंभीर खतरा रहता है तथा उन्हें शुरुआत में इससे निपटने का प्रयास कर बीमारी से बचना चाहिए।"

शोधकर्ताओं ने कहा, "हृदय रोग की समस्या को पहचानने का सबसे अच्छा तरीका लिंग में उत्तेजना न होने की समस्या को पहचानना है, खासतौर से युवाओं में। इसलिए कि वे हृदय रोग की आशंका पर ज्यादा ध्यान नहीं देते।"

शोध की रिपोर्ट 'वास्कुलर मेडिसिन जर्नल' में प्रकाशित हुई है।