बढ़ाना चाहते हैं अपनी सेक्स पावर, दिनचर्या में शामिल करें ये 7 योगासन

बाहर का खानपान, तनाव और अनियमित दिनचर्या का बुरा असर लोगों की सेहत के साथ ही उनकी सेक्स लाइफ पर भी पड़ता हैं। आजकल कई लोग यौन स्वास्थ्य से जुड़ी विभिन्न समस्याओं का सामना कर रहे हैं, लेकिन झिझक के चलते किसी से खुलकर कह नहीं पाते हैं। लेकिन इसके लिए वे कई तरह के कैप्सूल और दवाइयों का सेवन करने लगते हैं जिनके हानिकारक परिणाम साबित हो सकते हैं। स्वस्थ और बेहतर सेक्स जीवन का आनंद उठाने के लिए दूसरे उपायों का सहारा लेने के बजाय योग का सहारा ले सकते है। सेहतमंद और बेहतर यौन जिंदगी का आनंद उठाने के लिए योग एक सफल, सुरक्षित और सही तरीका है। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे योगासन के बारे में जो आपकी सेक्स पावर में इजाफा करने में मददगार साबित होंगे। आइये जानते हैं इन योगासन के बारे में...

उष्ट्रासन

मोटापे के कारण सेक्स के दौरान होनेवाली समस्याओं को दूर करने में यह आसन काफी फायदेमंद है। इस आसन को करने से जननांगों में ब्लड सर्कुलेशन अच्छी तरह से होता है। इसके कारण सेक्स के दौरान बॉडी का एनर्जी लेवल बनाये रखने में भी यह कारगर होता है, जो सेक्स को सुखद और बेहतरीन बनाने में प्रमुख भूमिका निभाता है। इसके लिए सबसे पहले योगा मैट पर घुटने के सहारे बैठ जाएं। अपने घुटनों की चौड़ाई कंधों के बराबर रखें और तलवें पूरे फैले हुए आसमान की तरफ रखें। अब अपनी रीढ़ की हड्डी को पीछे की तरफ झुकाते हुए दोनों हाथों को एड़ियों पर टिकाने की कोशिश करें। ध्यान रखें कि इस समय आपकी गर्दन पर अत्यधिक दबाव ना पड़े और कमर से लेकर घुटनों तक का हिस्सा सीधा रहे। इसी स्थिति में 5 से 10 बार गहरी सांस लें और फिर धीरे सामान्य स्थिति में आ जाएं।

पद्मासन

इस योगासन से मांसमेशियां, पेट, मूत्राशय और घुटनों में खिंचाव उत्पन्न होता है, जिससे इनमें मजबूती आती है। इससे न सिर्फ शरीर में उत्तेजना का संचार होता है बल्कि चरमसुख की अवधि भी बढ़ती है। इससे लंबे समय तक शारीरिक संबंध स्थापित करने में मदद मिलती है। इस आसन के कारण खोई हुई काम की उत्तेजना वापस आ जाती है। इसे करने के लिए योग मैट पर सीधे बैठ जाएं। रीढ़ की हड्डी सीधी रखें और टांगों को फैलाकर रखें। धीरे से दाएं घुटने को मोड़कर बायीं जांघ पर रखें। एड़ी पेट के निचले हिस्से को छूनी चाहिए। ऐसा ही दूसरी पैर के साथ भी करते हुए पेट तक लेकर आएं। दोनों पैरों के क्रॉस होने के बाद अपने हाथों को मनपसंद मुद्रा में रखें। सिर और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें। लंबी और गहरी सांसें लेते रहें। सिर को धीरे से नीचे की तरफ ले जाएं। ठोड़ी को गले से छूने की कोशिश करें। बाद में इसी आसन को दूसरे पैर को ऊपर रखकर अभ्यास करें।

मार्जरासन

मार्जरासन यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मददगार साबित हो सकता है। इस आसन को करने से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है। साथ ही शरीर को आराम भी मिलता है। मार्जरासन का अभ्यास करने से तनाव को कम करने में मदद मिलती है और मूड अच्छा बनता है। यह तनाव और थकान को कम करके सेक्स पावर को बढ़ा सकता है। इस आसान को करने के लिए घुटनों के बल बैठ जाएं। इसके बाद शरीर को आगे की तरफ लाएं और हथेलियों को जमीन पर रख दें। इस स्थिति में आपका शरीर एक टेबल की तरह नजर आएगा। इस दौरान रीढ़ को सीधा रखें। अब सांस लेते हुए ठोड़ी को ऊपर उठाएं और पीछे की तरफ ले जाएं। साथ ही नाभि और पेट को नीचे की तरफ दबाएं। इसके बाद सांस छोड़ें और ठोड़ी को छाती की तरफ नीचे लाएं और छूएं। वहीं, पीठ को ऊपर की तरफ ले जाएं और गोल करें। आप इस अवस्था में 30 सेकेंड तक रह सकते हैं। सेक्स पावर बढ़ाने के लिए इसका अभ्यास 3-5 बार किया जा सकता है।

गोमुखासन

इस आसन के नियमित अभ्यास से अंडकोष वृद्धि एवं आंत्रवृद्धि समस्याओं में विशेष फायदा मिलता है। यह आसन धातु रोग, बहुमूत्र में भी फायदेमंद है। यह लिवर, किडनी और सीने को मजबूत बनाता है। गठिया को भी दूर करता है। सबसे पहले आप एकांत वाली जगह ढूंढे जहां साफ हवा की आवाजाही हो और फिर वहां अपनी योगा मैट बिछाकर सुखासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब अपने बाएं पैर को मोड़कर अपने दाएं नितंब के नीचे ले जाएं। अब अपने दाएं पैर को भी इसी प्रकार बाएं पैर के ऊपर मोड़कर रखे और अपने दोनो पैरो के घुटने एक दूसरे को स्पर्श करते रहें। अब आप अपने दाएं हाथ को उठाकर अपनी पीठ की ओर मोड़कर बाएं हाथ को नीचे की ओर से पकड़ लें। अपनी गर्दन और कमर को सीधा रखे और आप इसे दोनो तरफ से कर सकते है। इस स्थिति में आने के बाद आप 10 बार सांस लेकर वापस सामान्य स्थिति में जरूर आएं।

सर्वांगासन

जब किसी में सेक्स के प्रति बिल्कुल अरूचि हो जाती है तो यह आसन उसके लिए रामबाण की तरह काम करता है। जिनको सेक्स के नाम से ही निराशा महसूस होने लगती है या सेक्स के दौरान कमजोरी महसूस होने लगती है उनको इस आसन के द्वारा सारे समस्याओं से निजात मिल जायेगी। इस आसन से सभी अंगों का आसन हो जाता है लिहाजा यह सेक्स संबंधों में काफी मददगार साबित होता है। सबसे पहले अपनी पीठ के बल सीधे लेट जाएं। धीरे-धीरे अपने पैरों को 90 डिग्री पर ऊपर उठाएं। धीरे से सिर को अपने पैरों की तरफ लाने का प्रयास करें। आपकी ठोड़ी सीने से सटा कर रखें। 30 सेकंड या उससे अधिक के लिए मुद्रा को बनाए रखने के लिए प्रयास करें। और फिर धीरे-धीरे पूरानी स्तिथी में वापस आ जाएँ। यह एक चक्र हुआ। इस तरह से आप 5 चक्र करें।

हनुमानासन

हनुमानासन को करने से गुप्तांगों में रक्त का संचार अच्छी तरह से होने लगता है। इस योगासन को करने में शुरुआत में परेशानी हो सकती है। धीरे-धीरे इसका अभ्यास बढ़ाते रहना चाहिए। हनुमानासन करने से नीचे के अंगों की मांसपेशियों में तनाव कम होने के कारण लचीलापन आ जाता है, जिसके कारण शारीरिक संबंध बनाने के दौरान कोई परेशानी नहीं होती है और चरम आनंद का अनुभव होता है। हनुमानासन करने के लिए धीरे-धीरे अभ्यास बढ़ाएं। कभी भी असुविधा होने पर इस आसन का अभ्यास न करें। कभी भी कंधे या घुटनों पर दबाव न डालें। ध्यान दें कि आपने वॉर्मअप कर लिया हो और कोर मसल्स एक्टिव हो चुकी हों। असुविधा या दर्द महसूस होने पर जरा भी दबाव न डालें। धीरे-धीरे आसन का अभ्यास बंद कर दें और आराम करें।

आनंद बालासन

आनंद बालासन का अभ्यास करने से भी यौन स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है। इस आसन को रोजाना करने से ग्लूट्स और पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं। इस आसन को करने से स्ट्रेस को कम किया जा सकता है, जिससे सेक्स पावर बढ़ सकती है। आसन को करने के लिए सबसे पहले जमीन पर योग मैट बिछा लें। इस मैट पर पीठ के बल लेट जाएं। अब सांस छोड़ते हुए घुटनों को मोड़ें और पेट की तरफ लाएं। इस दौरान आपके दोनों पैरों के बीच गैप होना चाहिए। आपके पैर जांघ से लेकर घुटनों तक पेट को छुएंगे, वहीं घुटनों से नीचे का हिस्सा आसमान की तरफ रखें। इस स्थिति में आपके दोनों पैरों के तलवे आसमान की तरफ रहेंगे। इसके बाद अपने दोनों हाथों से तलवों को पकड़ लें और पैरों में स्ट्रेच महसूस करें। आप इस आसन में करीब 30-40 सेकंड तक रह सकते हैं। इस आसन को करने से पैरों की मसल्स स्ट्रेच होती हैं। साथ ही पेल्विक एरिया भी मजबूत बनता है।