कोरोना वायरस का जल्दी शिकार बनते हैं कमजोर फेफड़े, इन उपायों से बनाए इन्हें मजबूत

दुनियाभर में कोरोना वायरस ने अपना कहर बरपा रखा हैं जिसके चलते हर देश के वैज्ञानिक इससे जुड़ी हर जरूरी जानकारी पाने में लगे हुए हैं। दुनियाभर से आने वाली रिपोर्ट्स से पता चला हैं कि कमजोर फेफड़े वाले लोग कोरोना वायरस का जल्दी शिकार हो रहे हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि अपने फेफड़ों को मजबूत कर स्वस्थ रखा जाए। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे है जो आपके फेफड़ों को मजबूत बनाने का काम करेंगे। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।

मेथी की चाय

मेथी के दाने आपके फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए बड़े फायदेमंद साबित हो सकते हैं। एक चम्मच मेथी दाने को थोड़े से पानी में 4-5 मिनट तक उबालें और फिर इसे छानकर गर्म-गर्म ही पी लें। मेथी की ये चाय आपके फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए अच्छी मानी जाती है। आप दिन में 1-2 कप मेथी की चाय पी सकते हैं। ध्यान रखें इसमें शहद या चीनी न मिलाएं। मेथी की चाय पीने से शरीर में बलगम घटता है। अस्थमा, ब्रोंकाइटिस या कोरोना वायरस ऐसी बीमारियां हैं, जिनके कारण फेफड़ों में इंफेक्शन पैदा होता है और बलगम ज्यादा मात्रा में जमा होने लगता है। मेथी की चाय बलगम को तोड़कर शरीर से बाहर निकालने में मदद करती है।

गुनगुना पानी पिएं

फेफड़ों में बलगम का जमा होना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। गुनगुना पानी पीने से बलगम टूटता है और तरल बनता है, जिससे इसे निकलने में आसानी होती है। इसलिए फेफड़ों को स्वस्थ रखने का एक बेहद आसान उपाय यह है कि आप गुनगुना पानी पिएं। पानी के अलावा दूसरे तरह का तरल आहार जैसे- जूस, शर्बत, नींबू पानी, छाछ, दूध आदि पीते रहने से भी शरीर में हाइड्रेशन बना रहता है और फेफड़े स्वस्थ रहते हैं।

प्राणायाम करें

फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए प्राणायाम से बेहतर कोई उपाय नहीं है। प्राणायाम की खोज ही फेफड़ों और श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए की गई थी। प्राणायाम से आपके फेफड़े मजबूत होते हैं और इनकी कार्यक्षमता बढ़ती है। इसे करना भी बेहद आसान है और सभी उम्र के लोग इसे कर सकते हैं। प्राणायाम करने के लिए सबसे पहले जमीन पर पीठ को सीधी करके बैठ जाएं। अपने आंखों को बंद करें और हाथों को ज्ञान मुद्रा में ले आएं, या जैसे कंफर्टेबल हों वैसे रख लें। अब अपने नाक से बाहर की वायु को धीरे-धीरे खींचें और पेट में हवा को भरने दें। इस दौरान आपका पेट और सीना हवा से फूल जाना चाहिए। अब 5 सेकंड तक सांसों को रोककर रखें और फिर धीरे-धीरे बाहर छोड़ दें। इस क्रिया को दिन में कम से कम 10 बार करें। समय है और मन लगता है, तो ज्यादा भी कर सकते हैं।