कहीं इन 10 चीजों का सेवन तो नहीं बन रहा आपके पेट फूलने का कारण, बरतें सावधानी

आज के समय में हर दूसरा व्यक्ति पेट से जुड़ी समस्याओं से चिंताग्रस्त हैं। इन्हीं समस्याओं में से एक हैं ब्लोटिंग अर्थात पेट फूलने की समस्या जो कि आमतौर पर गैस या अन्य पाचन समस्याओं के कारण होती है। कुछ लोगों को ये समस्या हमेशा रहती है। ब्लॉटिंग के कारण पेट में दर्द, बेचैनी और टाइट होना जैसी तकलीफ का सामना करना पड़ता हैं। ऐसे में इस समस्या से बचने के लिए आपको अपने खानपान पर भी ध्यान देने की जरूरत होती हैं क्योंकि कई आहार ऐसे हैं जिनका सेवन ब्लोटिंग का कारण बन सकते हैं। तो ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए इन आहार का सेवन करते समय सावधानी बरती जानी चाहिए। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे आहार की जानकारी देने जा रहे हैं। आइये जानते है इनके बारे में...

फलियां

इस बात में कोई शक नहीं है कि बींस सुपर हेल्दी होता है, लेकिन ये पेट फूलने का कारण हो सकते हैं। दरअसल, कई प्रकार के फाइबर युक्त बीन्स में कार्बोहाइड्रेट काफी मात्रा में पाया जाता है। यह कार्बोहाइड्रेट शर्करा के रूप में भी पाया जाता है, जिन्हें ओलिगोसेकेराइड कहा जाता है। ये शर्करा आसानी से डाइजेस्ट नहीं होती। उसे डाइजेस्ट करने के दौरान कई गैसें निकलती हैं जिससे पेट फूलने लगता है। भोजन से पहले पोषण से भरपूर बीन्स को पानी में भिगोने से ऑलिगोसेकेराइड्स की मात्रा कम हो सकती है और उन्हें डाइजेस्ट करना आसान हो जाता है।

दालें

दालें भी एक तरह की फलियां ही हैं क्योंकि दाल के दाने फलियों से ही निकलते हैं। दाल को कुछ समय तक भिगोकर रखें, उसके बाद बनाएं। इससे दाल डाइजेस्ट होने लायक हो जाती हैं। हल्के रंग की दाल में गहरे रंग की दालों की तुलना में कम फाइबर होता है, जिससे उन्हें पचाना आसान हो जाता है। इसलिए अगर ब्लोटिंग अधिक हो तो गहरे रंग की दालें खाएं।

डेयरी प्रोडक्ट्स

कई लोगों को डेयरी प्रोडक्ट्स के सेवन से भी ब्लॉटिंग की समस्या हो सकती है। कई लोगों को दूध में पाए जाने वाले लैक्टोज से परेशानी हो सकती है, जिससे उनका पाचन तंत्र प्रभावित होता है और ब्लॉटिंग की पेरशानी बढ़ जाती है। इसके लिए आप दही, बादाम मिल्क, सोया मिल्क और मक्खन का सेवन कर सकते है।

कार्बोनेटेड ड्रिंक

कई लोगों को लगता है कि कार्बेनेटेड ड्रिंक्स पीने से पेट फूलन की समस्या से छुटकारा मिलेगा। लेकिन ऐसा नहीं हैं क्योंकि वास्तव में इसके विपरीत होता है। कार्बोनेटेड ड्रिंक्स में कॉर्बन डाइऑक्साइड गैस की अधिक मात्रा होती है। जब आप इन ड्रिंक्स को पीते हैं तो अधिक मात्रा में गैस का सेवन करते हैं जो आपके पांचन तंत्र के लिए नुकसानदायक होता है। इसे पीने से ऐंठन और पेट फूलने की समस्या बढ़ जाती है।

ब्रोकली

क्रूसिफेरस सब्जियां जैसे ब्रोकली, फूलगोभी और ब्रसेल्स स्प्राउट्स के सेवन से ब्लॉटिंग की समस्या हो सकती है। इनमें फाइबर, विटामिन सी। आयरन और पोटैशियम पाए जाते है लेकिन इन बादी सब्जियों को पचाने में बहुत परेशानी होती है और कमजोर पाचन वाले लोगों में पेट दर्द और सूजन की समस्या हो सकती है।

लहसुन

लहसुन स्वाद और स्वस्थ दोनों के लिए काफी फायदेमंद होता है। कई बीमारियों में लोगों को लहसुन खाने की सलाह दी जाती है लेकिन लहसुन में पाए जाने वाले फ्रुक्टेन के कारण पेट में ब्लॉटिंग की समस्या हो सकती है और खाने के बाद डकार और गैस बनती है। इसके अलावा कई लोगों को लहसुन से एलर्जी भी होती है। हालांकि पकाने के बाद इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। इसकी जगह आप अजवाइन के फूल, अजमोद या अन्य हर्ब्स का सेवन कर सकते है।

पत्तेदार सब्जियां

गोभी फैमिली का हिस्सा वाली सब्जियां खाने से पेट में ब्लोटिंग हो सकती है। इन सब्जियों में ब्रोकोली, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, फूलगोभी और पत्तागोभी शामिल हैं। इसका कारण है कि इनमें शुगर की मात्रा थोड़ी अधिक होती है।

सेब

सेब में कई पोषक तत्व पाए जाते है और इसके सेवन से कई बीमारियां दूर रहती है लेकिन ब्लॉटिंग की समस्या से पीड़ित लोगों के लिए सेब का सेवन हानिकारक साबित हो सकता है। सेब में फ्रुक्टोज और उच्च मात्रा में फाइबर पाए जाते है, जो आंत में जाकर गैस और सूजन जैसी समस्याओं का कारण बन सकते है। इसके बजाय आप ब्लूबेरी, अंगूर, संतरा और स्ट्रॉबेरी का सेवन कर सकते है।

प्याज

हम अपने खाने में प्याज का उपयोग कई तरीके से करते है। यह भोजन का स्वाद बढ़ाने का काम करता है। प्याज में घुलनशील फाइबर पाया जाता है, जो पेट में सूजन पैदा करने का मुख्य कारण है। इसके साथ ही कुछ लोगों को कच्चे प्याज के सेवन से पाचन संबंधी समस्याएं होती है। प्याज सूजन ऐर पाचन संबंधी समस्याओं का कारण हो सकता है इसलिए प्याज की जगह अन्य हर्ब्स को अपने भोजन में शामिल करने की कोशिश करें।

पैकेट बंद सामान

पैकेट बंद सामान जैसे जंक फूड, कोल्ड ड्रिंक और ऑयली फूड के सेवन से भी ब्लॉटिंग की समस्या हो सकती है। साथ ही फ्रुक्ट्रोज का सेवन आंत में गैस्ट्रिटिस को ट्रिंगर करने के लिए जाना जाता है। साथ ही शराब और बीयर का सेवन भी करने से बचें।