सिने इतिहास में फिल्मकार संजय लीला भंसाली ने स्वयं को एक निष्णात फिल्मकार के रूप में स्थापित किया है। जिस तरह की फिल्मों का निर्माण भंसाली करते हैं वैसी फिल्में अन्य कोई हिन्दी फिल्म निर्देशक पद्मावतीनहीं बना सकता है। अमिताभ बच्चन, रानी मुखर्जी के साथ कालजयी फिल्म ‘ब्लैक’ देने वाले भंसाली को ऋतिक रोशन ऐश्वर्या राय अभिनीत ........ और इससे पूर्व रणबीर कपूर एवं सोनम कपूर अभिनीत ‘सांवरिया’ की असफलता ने गुमनामी के अंधेरे में धकेल दिया था।
स्वयं को पुन: स्थापित करने के लिए उन्होंने कड़ा संघर्ष और अपने बैनर तले कुछ ऐसी फिल्मों का निर्माण किया जिसने उन्हें पुन: स्थापित किया। बतौर निर्देशक उन्होंने दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह अभिनीत ‘गोलियों की रासलीला-रामलीला’ से वापसी की। इस फिल्म ने जो कामयाबी प्राप्त की उसने भंसाली को नया जन्म दिया।
दीपिका-रणवीर की खुमारी में उन्होंने दो वर्ष पूर्व ‘बाजीराव मस्तानी’ देकर दर्शकों को एक बार फिर से अचंभित किया। ‘बाजीराव मस्तानी’ ऐतिहासिक दस्तावेज था, जिसे दर्शकों ने न सिर्फ सराहा बल्कि सफल भी बनाया। हालांकि इस फिल्म से निर्माता इरोज इंटरनेशनल को सिर्फ 10 करोड का मुनाफा हुआ था, क्योंकि इसकी लागत 170 करोड थी। बॉक्स ऑफिस पर इस फिल्म ने 180 करोड का कारोबार किया था।
दो दिन पूर्व संजय लीला भंसाली की आगामी 1 दिसम्बर को प्रदर्शित होने वाली एक और ऐतिहासिक फिल्म ‘पद्मावती’ का ट्रेलर जारी किया गया। ‘पद्मावती’ के ट्रेलर ने दर्शकों को हैरान कर दिया है। भव्य सैट और किरदारों का अंदाज देखकर दर्शकों के मुंह से ‘वाह’ निकल रहा है। जारी किए गए ट्रेलर में सिर्फ दो संवाद हैं, जो बहुत भारी हैं। इन दो संवादों ने इस बात का अहसास कराया है कि वर्ष के अन्त की शुरूआत बेहतरीन फिल्म से हो रही है।
फिल्म के मुख्य कलाकारों शाहिद कपूर, दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह में सिर्फ शाहिद और दीपिका का संवाद सुनाई देता है, जबकि रणवीर सिंह ने अपने चेहरे की भाव भंगिमाओं से इस बात का स्पष्ट संकेत दे दिया है कि यह फिल्म उनके करियर में मील का पत्थर साबित होगी। इस फिल्म से एक नए ‘खलनायक’ का उदय होगा, जिसे अपने करियर को आगे संवारने के लिए भंसाली और एस.एस. राजामौली जैसे निर्देशकों का इंतजार रहेगा। हिन्दी सिनेमा के अन्य निर्देशक रणवीर सिंह को इस अंदाज में कभी प्रस्तुत नहीं कर पाएंगे।
‘पद्मावती’ का ट्रेलर न सिर्फ फिल्म की सफलता का द्योतक है वरन् इस बात का सबूत है कि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बड़ा धमाका करेगी। 175 करोड की लागत से बनी इस फिल्म को अपनी लागत वसूलने के लिए बॉक्स ऑफिस पर 250 करोड का कारोबार करना आवश्यक है। उसके बाद मुनाफा कमाना यह एक बड़ा सवाल है। अभी तक सिनेमाई इतिहास में सिर्फ दो फिल्मों ‘बाहुबली-2’ और ‘दंगल’ ने सफलता का इतिहास रचा है।
ऐसे में क्या भंसाली अपनी निर्देशकीय क्षमता, भव्य सैट और प्रभावशाली अभिनय से सजी ‘पद्मावती’ को 300 करोड के पार करवा पाएंगे इसमें थोड़ा संशय है।
दर्शक भंसाली की फिल्मों का इंतजार करता है लेकिन जिस तरह का सिने संसार भंसाली रचते हैं उसे सिनेमाई दर्शकों का 40 प्रतिशत ही पसन्द करता है, शेष 60 प्रतिशत में कुछ प्रतिशत दर्शक ऐसे होते हैं जो दर्शकों की रौ में सिनेमाघर आ जाते हैं। ऐसे में यह सबसे बड़ा सवाल है कि क्या भंसाली की ‘पद्मावती’ मुनाफा कमाने में सफल होगे।