केले की जड़ दिलाएगी कई बीमारियों से राहत, जानें इस्तेमाल का तरीका

फलों में केले का सेवन बहुत लोग करते हैं जो कि शरीर को एनर्जी प्रदान करता हैं। केले में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। लकिन की आप जानते हैं कि केले की तरह ही केले की जड़ भी बहुत गुणकारी हैं। इसमें सेरोटोनिन, डोपामाइन, विटामिन्स, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी- पायरेटिक गुण पाएं जाते है। केले की जड़ की मदद से कई बीमारियों से राहत पाई जा सकती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको इसके इस्तेमाल से जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं।

आंखों को रखें स्वस्थ

रोजाना केले की जड़ से तैयार काढ़े का सेवन करने से आंखों से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलती है। इसमें मौजूद विटामिन ए, कैल्शियम, आयरन, एंटी- पायरेटिक, एंटी- सेप्टिक आदि गुण आंखों की रोशनी बढ़ाने के साथ स्वस्थ रखते हैं।

ब्लड प्रेशर रखें कंट्रोल

हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से परेशान लोगों को केले की जड़ से तैयार पानी का सेवन जरूर करना चाहिए। इस पानी को तैयार करने के लिए 30 से 120 ग्राम केले की जड़ को साफ कर थोड़ी देर पानी में उबालें। फिर तैयार पानी को ठंडा कर दिन में 3-4 बार सेवन करें। इससे कुछ दिनों में ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखने में मदद करता है।

सूजन और मुंह के छाले करें कम

अक्सर लोगों को गले में सूजन और मुंह में छाले होने की शिकायत रहती हैं। ऐसे में केले की जड़ से तैयार काढ़े का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है। इसे बनाने के लिए केले की जड़ को तोड़ कर अच्छे से साफ करें। फिर इसे पीस कर पेस्ट बनाएं। तैयार पेस्ट को निचोड़ कर इसका रस निकालें। अब इस रस में गुनगुना पानी मिलाकर इससे दिन में 3-4 बार गरारे करें। कुछ ही दिनों में इन परेशानियों से राहत मिल जाएगी।

अस्थमा में फायदेमंद

केले की जड़ में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बायोटिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी आदि गुण होते हैं। अस्थमा के रोगियों के लिए इससे तैयार काढ़े का सेवन करने से काफी फायदेमंद होता हैं। यह सांस से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। इसका काढ़ा तैयार करने के लिए सबसे पहले केले की जड़ को तोड़ कर धो लें। फिर इसे साफ पानी में उबालें। जब पानी गाढ़ा होने लगे तो इसमें थोड़ी सी अजवाइन और नमक मिलाएं। अगर इसे मीठा पीना चाहते हैं तो इसमें नमक की गुड़ मिलाएं।

बुखार से दिलाएं आराम

इसमें मौजूद एंटी- पायरेटिक गुण बुखार को कम करने में मदद करता है। इसकी जड़ को पानी में उबालकर कर दिन में 2-3 पीने से शरीर में खून का बहाव बेहतर ढंग से होता है। इसतरह बुखार से छुटकारा मिलता है।

पेट के लिए फायदेमंद

इसमें मौजूद औषधीय गुण पेट में गैस्ट्रिक एसिड बनने से रोकते हैं। इसतरह नियमित रूप से इसका काढ़ा पीने से पेट दर्द, गैस, अल्सर आदि से राहत मिलती है।