भारत के इस गाँव की अजीबो गरीब परंपरा, महिलाओं को बनाना पड़ता है अपने देवर के साथ शारीरिक संबंध
By: Ankur Sat, 02 Feb 2019 7:07:31
आज हमारे देश को आजाद हुए कई साल हो चुके है, लेकिन लोगों की मानसिकता को आजाद होने में अभी बहुत वक़्त बाकी है। जी हाँ, आज भी लोग अपनी संकीर्ण मानसिकता के चलते महिलाओं को उचित सम्मान नहीं दे पा रहे है। इसका एक उदाहरण है देश में व्याप्त अजीबो गरीब परंपराए। आज हम आपको ऐसी ही एक अजीब परंपरा के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें एक महिला को अपने देवर के साथ शारीरिक संबंध बनाने पड़ते है। आइये जानते है इसके बारे में।
आज हम आपको एक ऐसे गाँव की अजीबो गरीब परंपरा से अवगत कराने जा रहे हैं। जहाँ, मात्र दो गज ज़मीन की रक्षा के लिए एक आदमी को अपनी बीवी अपने भाईयों के साथ बांटनी पडती है। अब आप सोच रहे होंगे कि ये हम क्या बोल रहे हैं लेकिन आपकोबता दे कि यह बिल्कुल सच है। इतना ही नहीं यहाँ की औरतों को अपने परिवार वालों की मर्जी से ही अपने सभी देवरों के साथ जबरन शारीरक संबंध बनाने पड़ते हैं। इस गाँव में तो ऐसा लगता है मानों यहाँ महिला शशक्ति करण नाम की कोई चीज़ नहीं है।
राजस्थान के अलवर के मनखेरा गाँव में ये कुरीतियां बीते कई सदियों से निभाया जा रहा हैं। यहां के लोगों का मानना है कि अगर उन्होंने इन कानूनों का पालन नहीं किया तो उनके पूर्वज उनसे नाराज हो जाएंगे। इस घटिया प्रथा को निभाने के पीछे दो मुख्य कारण नजर आते हैं। इनमे से पहला है महिलाओ और पुरुषों के बीच बढ़ रहा लिंगानुपात और दूसरा ये हैं कि इन लोगों के पास धन और जमीन की कमी हैं। इस गांव के कानून इतने सख्त हैं कि यहां पर किसी को भी इस बारे में खुलकर बोलने की इजाजत नहीं हैं। महिलायें भी अपने साथ हो रहे इस दुर्व्यवहार के खिलाफ कोई आवाज नहीं उठा सकती है। मीडिया ख़बरों के अनुसार, अगर कोई महिला किसी गैर मर्द के साथ संबंध बनाने से इंकार करती है तो उसका बुरा हाल कर दिया जाता है।
सरकार द्वारा किए गए एक अध्ययन से पता चला कि कम जमीन होने के कारण यहां के अधिकतर पुरुष अविवाहित है। साल 2013 की बात करें तो यहां हर परिवार का एक पुरुष कुंवारा पाया गया था। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इस गांव में हर परिवार का मूल स्रोत खेती ही है। इसलिए अपनी जायदाद के बंटवारे को बचाने के लिए यहां परिवार मे एक ही महिला के साथ संबंध बनाये जाते हैं।