कोरोना वायरस : नहीं सुधरने को तैयार चीन के लोग, अब भी खा रहे कुत्तों को जिंदा भूनकर

By: Pinki Wed, 12 Feb 2020 5:40:30

 कोरोना वायरस : नहीं सुधरने को तैयार चीन के लोग, अब भी खा रहे कुत्तों को जिंदा भूनकर

चीन से फैला कोविड 19 (Covid 19) कोरोना वायरस जहां एक तरफ पूरी दुनिया पर कहर बनकर टूटा है वही दूसरी तरफ चीन से चौकाने वाली खबरे आ रही है। आपको बता दे, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस की वजह से 1,115 लोगों की मौत हो चुकी है। चीन में ही 44,653 लोग बीमार हैं। लेकिन इनता सब कुछ होने के बावजूद चीन के लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे। विश्व मीडिया में एक खबर और कुछ वीडियो चल रहे है जिनमें चीन के एक बाजार के बारे में दिखाया जा रहा है जहां अभी भी कुत्तों को जिंदा उबाला जा रहा है। जिंदा भूना जा रहा है ताकि लोग उनका मांस खा सकें।

covid 19,coronavirus,china,dog selling market,meat,weird news ,चीन,कोविड 19,कोरोना वायरस

आपको बता दे, कोरोना वायरस चीन के शहर वुहान से फैला है जहां बड़ी मात्रा में जिंदा जानवरों को मारकर उनका मांस बेचा जाता है। हालाकि, कोरोना वायरस की वजह से चीनी सरकार ने इन सब बाजारों को बंद कर दिया है लेकिन फिर भी चीन के गुआंगसी (Guangxi) प्रांत के यूलिन (Yulin) शहर में कुत्तों के मीट बेचने का बाजार लगा हुआ है। यहां कुत्तों को सीधे उबाला जा रहा है। उन्हें जिंदा भूनकर लोगों के सामने खाने के लिए पेश किया जा रहा है।

covid 19,coronavirus,china,dog selling market,meat,weird news ,चीन,कोविड 19,कोरोना वायरस

यूलिन के इस बाजार से कुत्तों के रोने, भौंकने और दर्द से कराहने की आवाजें आ रही हैं। कुछ लोग बाजार से छोटे-छोटे कुत्तों को खरीद कर अपने साथ ले जा रहे हैं। ताकि वहां ले जाकर उन्हें पका कर खा सकें। यूलिन के इस बाजार में कुत्तों को इतने छोटे-छोटे पिंजड़ों में ठूस-ठूस कर रखा जाता है कि वे बेचारे सांस भी ढंग से नहीं ले पाते। उनकी टांगे और पूंछ इधर-उधर फंसे रहते हैं। चीन की 20 फीसदी आबादी अब भी हर दिन कुत्तों का मांस खाती है।

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i
lifeberrys हिंदी पर देश-विदेश की ताजा Hindi News पढ़ते हुए अपने आप को रखिए अपडेट। Viral News in Hindi के लिए क्लिक करें अजब गजब सेक्‍शन

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com