आगरा बस हाईजैक / मास्टरमाइंड प्रदीप गुप्ता की पुलिस से हुई मुठभेड़, पैर में लगी गोली

By: Pinki Thu, 20 Aug 2020 10:03:07

आगरा बस हाईजैक / मास्टरमाइंड प्रदीप गुप्ता की पुलिस से हुई मुठभेड़, पैर में लगी गोली

ताज नगरी आगरा आगरा से बस को अगवा करने वाले बदमाशों और पुलिस के बीच गुरुवार तड़के मुठभेड़ हो गई है। बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश के पैर में गोली लगी है, जबकि एक बदमाश मौके से फरार हो गया। इस फायरिंग में बस को हाईजैक (Bus Hijack) करने वाले मास्टरमाइंड प्रदीप गुप्ता (Pradeep Gupta) को गोली लगी है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि थाना फतेहाबाद इलाके में चेकिंग के दौरान यह मुठभेड़ हुई। बाइक से भाग रहे प्रदीप गुप्ता को पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो उसने गोली चला दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में प्रदीप गुप्ता को गोली लगी और वह घायल हो गया। पुलिस के आला अधिकारी और क्राइम ब्रांच की टीम बदमाश से पूछताछ में जुटी है। साथ ही बाकी बदमाशों की तलाश जारी है। इससे पहले बुधवार देर शाम पुलिस ने इटावा के बलराय थाना क्षेत्र के एक ढाबे के पीछे से अगवा खाली बस (UP75 M 3516) को बरामद कर लिया था।

क्या है पूरा मामला?

कल सुबह 3 बजे गुरुग्राम से झांसी के मऊरानीपुर, छतरपुर, पन्ना के लिए 34 यात्रियों को लेकर एक प्राइवेट बस निकली थी। बस जैसे ही आगरा के दक्षिणी बाईपास के आगे पहुंची, तभी बस को कुछ लोगों ने ओवरटेक किया और बताया कि गाड़ी पर फाइनेंस है और किश्त समय से नहीं दिया जा रहा है।

कार सवार लोगों ने कहा कि हम बस को ले जा रहे हैं। इन लोगों ने ड्राइवर और कंडक्टर को अपने साथ जाइलो में बैठा लिया और कार में सवार एक शख्स बस को चलाकर ले जाने लगा। बस में सवार यात्रियों को इसकी जानकारी नहीं थी। बाद में बस के यात्रियों को उतारकर दूसरी गाड़ी से झांसी भेज दिया गया।

शुरुआत में पता चला कि बस को श्रीराम फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी ले गए, क्योंकि किश्तों का भुगतान नहीं किया गया था। लेकिन, बाद में कहानी कुछ और ही निकली। इस पूरी घटना का मास्टमाइंड आगरा ग्रामीण इलाके के रहने वाले प्रदीप गुप्ता निकला। इस पूरे केस में एक नया एंगल सामने आया। पूरा मामला पैसों के लेनदेन को लेकर बताया जा रहा है। बस मालिक अशोक अरोड़ा और प्रदीप गुप्ता के बीच लेनदेन का विवाद चल रहा था। इसी के चलते बदमाशों ने फाइनेंस कंपनी की कहानी गढ़ी थी। वहीं, एसएसपी आगरा ने बगैर तस्दीक़ किए फाइनेंस कंपनी की थ्योरी पर मुहर भी लगा दी।

पुलिस को गुमराह करने के लिए प्रदीप ने फाइनेंस कंपनी की कहानी गढ़ी थी। प्रदीप की कहानी में ही आगरा पुलिस उलझ गई। बता दें कि बस मालिक अशोक अरोड़ा की कल रात ही मौत हुई है। उनके बेटे पवन ने प्रदीप गुप्ता को पहचाना तब जाकर पूरी कहानी सामने आई।

कल ही अगवा की गई बस को इटावा से बरामद कर लिया गया था। इसके साथ ही बदमाशों की तलाश शुरू हो गई थी। आज सुबह फतेहाबाद में कुछ बदमाशों के साथ पुलिस की मुठभेड़ हो गई। इसमें एक बदमाश को गोली लगी है। बाकी बदमाशों की तलाश जारी है।

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