
अमेरिका (America) के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों के लिए पूरी दुनिया इंतजार कर रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में वोटों की काउंटिंग जारी है। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए 270 इलेक्टोरल वोट की दरकार है। जो बाइडेन को अबतक 264 वोट मिल चुके हैं और वो अभी दो राज्यों में आगे चल रहे हैं। ऐसे में मौजूदा स्थिति बाइडेन के पक्ष में है। जो बाइडेन अभी नवादा में आगे चल रहे हैं, जहां कुल वोट की संख्या 6 है। डोनाल्ड ट्रम्प को 214 वोट मिले हैं। यानी जादुई आंकड़ा किसी के पास नहीं है। डोनाल्ड ट्रंप ने कई राज्यों में वोटिंग में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। साथ ही उनकी पार्टी कुछ विषयों को लेकर अदालत का रुख कर चुकी है। इनमें विस्कॉन्सिन में रिकाउंटिंग की मांग की गई है। ट्रंप ने आरोप लगाया है कि पहले वो आगे चल रहे थे, लेकिन अचानक सारे वोट जो बाइडेन के पक्ष में चले गए। ट्रंप का कहना है कि सारे मिलकर उन्हें हराने में लगे हुए हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक, 6 राज्यों के 71 इलेक्टोरल वोट्स पर फैसला होना बाकी है।
The Guardian के मुताबिक, ट्रम्प को 270 का जादुई आंकड़ा पाने के लिए 53 इलेक्टोरल वोट्स चाहिए। 4 राज्यों में काउंटिंग जारी है। अगर इनमें से तीन (जिसकी संभावना भी है) ट्रम्प जीत लेते हैं तो वे फिर राष्ट्रपति बन सकते हैं। पेन्सिलवेनिया इनमें सबसे अहम है। वहीं, बाइडेन अकेले पेन्सिलवेनिया को जीतकर बहुमत तक पहुंच सकते हैं। अगर पेन्सिलवेनिया में जीत नहीं मिलती तो बाइडेन अपने गढ़ नेवादा, जॉर्जिया और नॉर्थ कैरोलिना के जरिए व्हाइट हाउस तक पहुंच सकते हैं। लेकिन, इनमें से नेवादा छोड़कर हर जगह ट्रम्प का दबदबा है।
- NYT के मुताबिक, इन राज्यों की तस्वीर अभी साफ होनी बाकी है। अलास्का (3 इलेक्टोरल वोट), एरिजोना (11 इलेक्टोरल वोट), नेवादा (6 इलेक्टोरल वोट), नॉर्थ कैरोलिना (15 इलेक्टोरल वोट), जॉर्जिया (16 इलेक्टोरल वोट) और पेन्सिलवेनिया (20 इलेक्टोरल वोट) के नतीजे आना बाकी हैं। यहां काउंटिंग जारी है।
- USA Today के मुताबिक, जो बाइडेन अब तक कुल 264 इलेक्टोरल वोट हासिल कर चुके हैं। यानी वे बहुमत के आंकड़े से सिर्फ 6 वोट से दूर हैं। ट्रम्प को 214 वोट मिले हैं।
- USA Today के मुताबिक, जॉर्जिया में मुकाबला सबसे कड़ा है। यहां कुल 16 इलेक्टोरल वोट हैं। अब तक ट्रम्प को 49।8% और बाइडेन को 49।0% वोट मिल चुके हैं। कुल 98% वोटों की गिनती हो चुकी है। पेन्सिलवेनिया में कुल 20 वोट हैं। यहां ट्रम्प को 51 फीसदी जबकि बाइडेन को 47 फीसदी वोट मिले हैं। दोनों जगह काउंटिंग जारी है।
- न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, मिशिनग के बाद अब जॉर्जिया में भी रिपब्लिकन पार्टी ने कोर्ट का रुख किया। पार्टी का आरोप है कि काउंटिंग के दौरान 53 एब्सेंटी वोटर्स गैरकानूनी निकले। इन्हें काउंटिंग में धांधली के जरिए जुड़वाया गया। मामले की सुनवाई कुछ देर में चैथहेम काउंटी कोर्ट करेगा।
- न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, सीनेट में अब तक डेमोक्रेट्स को 48 (1 सीट का फायदा) और रिपब्लिकन्स को भी 48 (1 सीट का नुकसान) हो रहा है। हाउस रिप्रेजेंटेटिव्स में डेमोक्रेट्स को 205 सीटें मिली हैं। उसे फिर भी 5 सीटों का नुकसान है। वहीं, रिपब्लिकन्स को 190 सीटें मिली हैं और उसे 6 सीटों का फायदा है।
- बाइडेन का नया बयान- कश्मकश भरी काउंटिंग के बीच जो बाइडेन दूसरी बार मीडिया से मुखातिब हुए। कहा- पूरी उम्मीद है कि हम जल्द ही 270 के आंकड़े को छू लेंगे। हालांकि, मैं यह दावा नहीं करूंगा कि हम जीत ही गए हैं। यह जल्दबाजी होगी। लेकिन, आखिरकार जब काउंटिंग खत्म होगी तो विनर हम ही होंगे।
- CNN के मुताबिक, जॉर्जिया में भले ही ट्रम्प के वोट कम हुए हों, लेकिन वे अब भी लीड कर रहे हैं। एक इलेक्शन ऑफिशयल के मुताबिक, अब भी 1 लाख 22 हजार वोटों की गिनती की जानी है।
- CNN के मुताबिक, पेन्सिलवेनिया में ट्रम्प बुधवार को 6 लाख वोटों से लीड कर रहे थे, लेकिन अब यह 50 फीसदी से भी कम हो गई है। वे करीब 2 लाख वोटों से आगे हैं। हालांकि, ज्यादा संभावना यही है कि ट्रम्प यहां बाजी मार लेंगे। यही वजह है कि डेमोक्रेट्स इस राज्य के साथ जॉर्जिया की काउंटिंग पर पैनी नजर रख रहे हैं।
- न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, पेन्सिलवेनिया में काउंटिंग जारी है। दोनों पार्टियां जीत का दावा कर रही हैं। लेकिन, अब तक तस्वीर साफ नहीं है। हालांकि, यहां पहले ही ट्रम्प का पलड़ा भारी माना जा रहा है।
- न्यू जर्सी में 14 इलेक्टोरल वोट्स हैं। यहां 1 लाख से ज्यादा गुजराती वोटर्स हैं। यहां ट्रम्प हार गए हैं। 22 राज्यों में ट्रम्प को जीत मिलती दिख रही है, 5 में वे लीड लिए हुए हैं।
- वहीं, कैलिफोर्निया (55 इलेक्टर्स) समेत 11 राज्यों में बाइडेन की जीत तय है, 3 में वे आगे चल रहे हैं।
सीनेट में अब तक डेमोक्रेट्स ने 47 और रिपब्लिकन्स ने 48 सीटें जीतीं। हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में डेमोक्रेट्स 203 और रिपब्लिकन्स ने 186 सीटें जीत चुके हैं।
वहीं, अमेरिका में चुनावी जंग जारी है और अब संवैधानिक संकट पैदा होते हुए दिख रहा है। एक ओर डोनाल्ड ट्रंप ने नतीजे मानने से इनकार कर दिया है, तो अब कई संगठनों ने आवाज उठाई है। अमेरिकी संगठन ह्यूमन राइट्स वॉच ने बयान दिया है कि नेता चुनाव के नतीजे तय नहीं करते हैं, ऐसे में जो भी नतीजे आ रहे हैं उन्हें स्वीकार किया जाना चाहिए।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों (US Election Result 2020) में हो रही देरी के चलते कई शहरों में तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं। कई शहरों से ट्रंप (Donald Trump) और बाइडन (Joe Biden) समर्थकों के बीच हिंसक झड़पों की ख़बरें भी आ रहीं हैं। ट्रंप के पिछड़ने के बाद से ही वॉशिंगटन में व्हाइट हाउस के पास ब्लैक लाइव मैटर (BLM) प्लाजा हज़ारों लोगों की भीड़ इकठ्ठा है। यहां न सिर्फ ट्रंप की हार पर खुशियां मनाई जा रही है बल्कि नारेबाजी भी जारी है। इससे कुछ ही दूर ट्रंप के समर्थक भी मौजूद हैं और तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।
क्या हार गए ट्रम्प?
बाइडेन को भले ही ज्यादा वोट मिल गए हों, न्यूयॉर्क टाइम्स के पॉलिटिकल एक्सपर्ट एडम नार्गोनी ट्रम्प को खारिज न करने की सलाह देते हैं। उन्होंने कहा- ट्रम्प की जीत नामुमकिन नहीं है। एरिजोना, जॉर्जिया और पेन्सिलवेनिया के पूरे नतीजे आने दीजिए। वे फिर चौंका सकते हैं। ट्रम्प लगातार वोटों की गिनती में धांधली का आरोप लगा रहे हैं। काउंटिंग के दौरान ही उन्होंने ट्वीट कर पेनसिल्वेनिया में पांच लाख वोट गायब होने का दावा किया। ट्रंप अभियान दल ने जॉर्जिया, मिशिगन और पेन्सिलवेनिया में मुकदमें दर्ज कराए हैं और विस्कोंन्सिन में मतों की फिर गिनती किए जाने की मांग की है। मुख्यधारा ने मीडिया ने बाइडेन को मिशिगन और विस्कॉन्सिन में विजेता बताया है। वहीं ट्रंप पेनसिलवेनिया में आगे चल रहे हैं।














