जम्मू-कश्मीर: सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी, मुठभेड़ में 2 आतंकियों को मार गिराया
By: Pinki Tue, 11 June 2019 10:32:11
मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के शोपियां में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 2 आतंकी मारे गए। यह घटना अवनीरा इलाके में हुई। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि देर रात सुरक्षाबलों ने अवनीरा इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की गुप्त सूचना मिली थी जिसके बाद सीआरपीएफ की 178 बटालियन, एसओजी जैनापोरा और राष्ट्रीय राइफल्स ने इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान सुबह 3:25 बजे सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में दो आतंकवादी मारे गए। मुठभेड़ स्थल से हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुआ है।’’ उन्होंने बताया कि आतंकवादियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है और उनका संबंध किस आतंकवादी संगठन से था यह पता लगाया जा रहा है। पुलिस प्रवक्ता ने कहा प्रदर्शन रोकने के लिए अनवीरा से सटे इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। शोपियां में अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।
Jammu & Kashmir: Two terrorists have been neutralised in an encounter between terrorists and security forces which broke out earlier this morning, in Awneera area of Shopian district. Search operation is underway. (Visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/9pQIc4n3N4
— ANI (@ANI) June 11, 2019
आठ जून को ही सुरक्षाबलों ने अनंतनाग में मुठभेड़ में
जैश-ए-मोहम्मद(जेईएम) के एक आतंकवादी को मार गिराया था। इससे एक दिन पहले सात जून को सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में मुठभेड़ में दो भगोड़े एसपीओ (स्पेशल पुलिस ऑफिसर) सहित चार आतंकवादियों को ढेर कर दिया था।
2019 में अब तक 103 आतंकी ढेर
2019 में (जनवरी से 6 जून तक) भारतीय सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर में 103 आतंकियों को मार गिराया। वहीं, इस दौरान पाकिस्तान ने 1,170 बार सीजफायर का उल्लंघन किया। न्यूज एजेंसी ने रक्षा विभाग के सूत्रों के हवाले से बताया कि 2018 में भारतीय सुरक्षाबलों के द्वारा मारे गए आतंकियों की संख्या 254 थी। इस दौरान पाकिस्तान ने 1,629 बार सीजफायर उल्लंघन किया था।
2017 में ऑपरेशन ऑलआउट चलाया गया था। इसके अंतर्गत 329 आतंकी गतिविधियों को नाकाम किया गया था। 200 आतंकी मारे गए, जबकि 74 जवान और 36 नागरिकों को भी जान गंवानी पड़ी।
वही 2016 में हिजबुल कमांडर बुरहान वानी समेत 150 आतंकियों को ढेर किया गया था। इस दौरान 82 जवान और 15 आम नागरिकों की जान गई थी।
राज्य में आतंकी घटनाएं हुई दोगुनी : गृह मंत्रालय
12 दिसंबर 2018 को गृह मंत्रालय ने बताया था कि राज्य में आतंकी घटनाएं दोगुनी हुई हैं। सुरक्षाबलों ने 2 दिसंबर 2018 तक 238 आतंकी गतिविधियों को नाकाम किया था। हालांकि, आतंकियों के साथ मुठभेड़ और हमलों में 86 जवान और 37 नागरिकों की जान गई थी।
31 मई 2019 तक 50 युवा विभिन्न आतंकी संगठनों में हुए शामिल
हाल ही में सेना के अफसरों बताया था कि मार्च से 31 मई 2019 तक 50 युवा विभिन्न आतंकी संगठनों में शामिल हो चुके हैं। बड़ी संख्या में स्थानीय युवाओं का आतंकी संगठनों से जुड़ना चिंता का विषय है। अफसरों के मुताबिक, हमें सुरक्षा बनाए रखने के लिए और युवाओं को आतंकी बनने से रोकने के लिए बेहतर उपाय तलाशने होंगे। युवाओं को कट्टरता के रास्ते पर जाने से रोकने के लिए उनके परिवारों को भी शिक्षित करना होगा।