#VIDEO भारतीय सेना मुझे मार सकती थी, लेकिन उसने मेरी जिंदगी बचाई : आतंकवादी ऐजाज गुजरी
By: Priyanka Maheshwari Thu, 10 May 2018 12:04:56
बारामूला पुलिस द्वारा तीन लोगों की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के एक आतंकवादी ऐजाज गुजरी ने पुलिस हिरासत में इकबालिया बयान के एक वीडियो के जरिये अन्य आतंकियों से भी गलत राह छोड़ने की अपील की है। उसने कहा कि अगर भारतीय सेना चाहती तो उसे मार सकती थी, लेकिन इसकी बजाय सेना के लोगों ने उसकी जान बचाई।
वह वीडियो में कह रहा है कि जिन्होंने भी हथियार उठाए हैं, वह अपने घर वापस लौट जाएं। उसने कहा कि "वे जंगलों में रह रहे हैं। मैं उनसे अपील करता हूं कि उन्हें अपने माता-पिता के घर वापस आना चाहिए।" उसने आगे नासीर अमीन नामक एक और आतंकवादी का नाम लेते हुए कहा कि "मैं नासीर अमीन को बताना चाहता हूं कि उनकी मां बहुत बीमार है और उसे अपने घर वापस आना चाहिए।"
इसके साथ ही लश्कर के इस आतंकी ने आगे कहा कि वे सेना के काफिले पर पहले फायरिंग करते हैं, लेकिन जवान पलटकर फायर नहीं करते। उसने बताया कि जहां मुझे गिरफ्तार किया गया, वहां मैंने खुद को झाड़ियों में छुपाया हुआ था। सेना मुझे मार सकती थी, लेकिन उन्होंने मेरी जान बचाई।
घाटी में पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को फैलाए जाने को लेकर भी उसने खुलासा करते हुए कहा कि हमें पाकिस्तान द्वारा कहा गया था कि घाटी में हिंसा फैलानी है। हमें बताया गया कि इंडियरन आर्मी वहां क्रूरता करती है, लेकिन यह सच नहीं है। यह पाकिस्तान की एक साजिश है। दरअसल, उत्तर कश्मीर में पुलिस ने आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा के माड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए दस लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें से चार आतंकवादी शामिल हैं, जिन्होंने 30 अप्रैल को बारामुला में तीन लड़कों की गोलीमार कर हत्या कर दी थी। कश्मीर संभाग के पुलिस महानिरीक्षक स्वयं प्रकाश पाणि ने बताया था, 'उत्तर कश्मीर में हिंसा भड़काने और निर्दोष लोगों की हत्या के सिलसिले में लश्कर का हाथ होने संबंधी पर्याप्त साक्ष्य हमारे पास है।'
उन्होंने बताया कि चार आतंकवादियों के अलावा पुलिस ने संगठन के लिए काम करने वाले छह सदस्यों को भी गिरफ्तार किया है। ये लोग कथित रूप से आतंवादियों को शरण देते थे और परिवहन की सुविधा मुहैया कराते थे। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि चार में से दो आतंकवादी हसीब नबी खान, इरफान अहमद शेख और मोहम्मद असगर शेख की हत्या में शामिल था। 30 अप्रैल को बारामुला में इन तीनों की गोली मार हत्या कर दी गयी थी। पुलिस ने बताया कि इनलोगों को पकड़ने के लिए पुलिस, सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बलों को लगाया गया था। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के अड्डे से दो एके राइफल, चीनी पिस्तौल, चार हथगोले, 50 एके कारतूस, चार एके मैग्जीन तथा दो पिस्तौल की मैग्जीन बरामद किया गया है।
See how an arrested terrorist in Kashmir asking others who have picked up arms to surrender.👇
— Mauseen Khan (@mauseen_khan) May 9, 2018
He also thanks to the #IndianArmy for catching him alive and also exposed Pakistan who provokes Kashmiri youth.👍@gauravcsawant @atahasnain53 @AdityaRajKaul pic.twitter.com/icx5BiMPyt