इमरान अगर इतने उदार हैं तो मसूद अजहर को भारत के हवाले करें, आतंक और बातचीत साथ-साथ नहीं : सुषमा स्वराज
By: Pinki Thu, 14 Mar 2019 09:46:13
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आतंकवाद के मुद्दे पर एक बार फिर पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई है। सुषमा स्वराज ने साफ कहा कि पाकिस्तान जब तक अपनी जमीन से संचालित आतंकी अड्डों पर कार्रवाई नहीं करता, तब तक उससे कोई बातचीत नहीं हो सकती। उन्होंने बातचीत व आतंकवाद के साथ-साथ नहीं चलने पर जोर दिया। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री इमरान खान पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर इमरान खान इतने ही उदार और स्टेट्समैन हैं तो वह मसूद अजहर को हमारे हवाले कर दें।
सुषमा स्वराज ने कहा, 'इमरान अगर इतने उदार हैं तो मसूद अजहर को भारत को सौंप दें। पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करे। पुलवामा हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश ने ली। जिसने इस हमले की जिम्मेदारी ली हमने उसके संगठन को निशाना बनाया। ऐसे में पाकिस्तानी सेना ने जैश की तरफ से हम पर हमला क्यों किया?'
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान न केवल जैश को अपनी सरजमीं पर जगह दिए हुए है बल्कि फंड भी मुहैया करा रहा है। जब पीड़ित देश जैश पर कार्रवाई करते हैं तो वह आतंकी गुट की तरफ से भारतीय सीमा में हमला करता है। वहां के विदेश मंत्री कहते हैं कि जैश का सरगना मसूद अजहर बीमार है। वह घर से नहीं निकल सकता है। थोड़ी देर बाद पाकिस्तान आर्मी के अधिकारी कहते हैं कि मसूद अजहर पाकिस्तान में नहीं है।'
उन्होंने कहा, 'अगर इमरान खान (पाकिस्तानी प्रधानमंत्री) इतने उदार हैं तो उन्हें हमें मसूद अजहर को सौंप देना चाहिए।' विदेश मंत्री ने कहा कि भारत के पाकिस्तान से अच्छे रिश्ते हो सकते हैं बशर्ते पड़ोसी देश 'अपनी जमीन पर आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करे।' विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद उन्होंने कई देशों को अवगत करा दिया कि भारत, पाकिस्तान के साथ हालात को बिगड़ने नहीं देगा लेकिन उस देश से कोई भी हमला हुआ तो वह चुप नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को चिंता है कि भारत स्थिति को खराब करेगा और इस मुद्दे पर कई विदेश मंत्रियों के साथ उनका संवाद हुआ।
आतंकी मसूद की ढाल बना चीन
बता दें कि पड़ोसी देश चीन एक बार फिर जैश सरगना मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव पर अपने वीटो पावर का इस्तेमाल कर अडंगा लगा दिया है। जिसके बाद भारत ने कठोर आपत्ति दर्ज कराई है। भारत के साथ अमेरिका भी आ गया है। अमेरिका की ओर से यूएनएससी में कड़ा बयान दिया गया कि अगर चीन लगातार इस तरह की अड़चन बनता रहा, तो जिम्मेदार देशों को कोई और कदम उठाना पड़ेगा। सख्त भाषा का इस्तेमाल करते हुए अमेरिका ने कहा कि अगर इसी तरह चीन मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित होने से बचाता रहा तो सुरक्षा परिषद के अन्य सदस्यों को सख्त रुख अपनाना पड़ेगा। लेकिन हालात यहां तक नहीं आने चाहिए।
अमेरिका की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान चीन की मदद से कई बार जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित होने से बचाता रहा है। ये चौथी बार है जब चीन ने इस तरह से मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित होने से बचाया है।