वर्ष 2018-19 में शिरडी में साईं के दर पर भक्तों ने दान किए 689.43 करोड़ रुपये

By: Pinki Wed, 01 Jan 2020 08:59:31

वर्ष 2018-19 में शिरडी में साईं के दर पर भक्तों ने  दान किए 689.43 करोड़ रुपये

शिरडी के साईं की प्रसिद्धि दूर दूर तक है और यह पवित्र धार्मिक स्थल महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित है। शिरडी मुंबई से करीब 236 किलोमीटर दूर है। यह साईं की धरती है जहां साईं ने अपने चमत्कारों से लोगों को विस्मृत किया। शिरडी में साईं का एक विशाल मंदिर है। मान्यता है कि, चाहे गरीब हो या अमीर साईं के दर्शन करने इनके दरबार पहुंचा कोई भी शख्स खाली हाथ नहीं लौटता है। सभी की मुरादें और मन्नतें पूरी होती हैं। शिरडी में साईं बाबा का पवित्र मंदिर साईं की समाधि के ऊपर बनाया गया है। साईं के कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए इस मंदिर का निर्माण 1922 में किया गया था। शिरडी के साईं बाबा का मंदिर अपने रिकार्ड तोड़ चढ़ावे के लिए हमेशा खबरों में भी रहता है। साल दर साल यह रिकार्ड टूटता ही जा रहा है।

साल 2018-19 में कमाई 689.43 करोड़ की हुई

हाल ही में हुए नागपुर के शीतकालीन सत्र में श्री साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट, शिरडी की वार्षिक रिपोर्ट 2018-19 विधानसभा और विधानपरिषद में पेश की गई। साल 2018-19 में कमाई 689.43 करोड़ की हुई, जबकि इससे पहले 2017-18 में कमाई 431 करोड़ रुपये थी। हालांकि, खर्च भी उसी अनुपात में बढ़ा है। साल 2014-15 में मंदिर की कमाई 431 करोड़ रुपये थी और खर्च 214.05 करोड़ रुपये था। आर्थिक वर्ष 2018-19 में कमाई 689.43 करोड़ और खर्च 608.40 करोड़ रुपये पहुंच गया। इस बारे में बताया जा रहा है कि संस्थान ने सामाजिक कार्यों पर खर्च बढ़ा दिया है, इसलिए खर्च ज्यादा दिखाई दे रहा है।

- 31 मार्च 2019 तक संस्थान को 689.43 करोड़ रुपये की आय हुई। इसमें भक्तों ने दान पेटी में सबसे ज्यादा दान दिया।

- 1 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2019 के बीच भक्तों ने 170.09 करोड़ रुपये दान पेटी में जमा किए।

- निवेश किए गए धन से ब्याज के रूप में संस्थान को 151 करोड़ रुपये मिले हैं, जबकि पर्ची दान में 95.46 करोड़ रुपये प्राप्त हुए।

- अन्न दान निधि से 72.71 करोड रुपये और लड्डू बिक्री से संस्थान को 47।70 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। हालांकि, लड्डू बनाने में 76.24 करोड़ रुपये खर्च किए गए। इस खर्च का कारण यह है कि संस्थान मुफ्त में भी भक्तों को लड्डू देता है। पिछले आर्थिक वर्ष में संस्थान ने 2 करोड़, एक लाख, 17 हजार, 800 पैकेट बूंदी के लड्डू बांटे हैं।

- दरअसल, शिरडी का मोतीचूर लड्डू भक्तों की पहली पसंद है। एक पैकेट में 3 लड्डू होते हैं, जिनका वजन 50 ग्राम तक है। संस्थान उन्हें 25 रुपये में बेचता है। वर्ष 2016-17 में संस्थान ने 90 लाख, 61 हजार, 100 पैकेट मोतीचूर का लड्डू बेचा, जबकि सन 2017-18 में एक करोड़, 5 लाख, 52 हजार, 17 पैकेट और सन 2018-19 में एक करोड़, 14 लाख, 50 हजार, 933 पैकेट मोतीचूर के लड्डू बेचे हैं।

वही इसके साथ-साथ अपनी सालाना रिपोर्ट में संस्था ने सामाजिक कार्यों का भी जिक्र किया है। नागपुर के इंदिरा गांधी शासकीय मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के लिए संस्था ने 35 करोड़, 28 लाख रुपये का दान दिया है।

भवानी माता सेवा समिति नागपुर के आई रेडियोलॉजी और कार्डियोलॉजी विभाग के लिए 2 करोड़, 35 लाख रुपये यवतमाल के वसंतराव नाईक सरकारी मेडिकल व अस्पताल को एमआरआई मशीन खरीदने के लिए 13 करोड़ रुपये दिए।

औरंगाबाद के शासकीय मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के लिए भी 15 करोड़ रुपये दिए गए।

इसके अलावा गरीब जरूरतमंद मरीजों को 20 करोड़, 21 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी गई। केरल में आई बाढ़ के लिए भी संस्थान की तरफ से 55 करोड़ रुपये दिए गए।

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