आज खुलेंगे सबरीमाला के कपाट, 2,000 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों की तैनाती, 12 बातें...

By: Priyanka Maheshwari Mon, 05 Nov 2018 08:12:32

आज खुलेंगे सबरीमाला के कपाट, 2,000 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों की तैनाती, 12 बातें...

भगवान अयप्पा का मंदिर विशेष पूजा के लिए सोमवार को खुलने से पहले पुलिस ने वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। सबरीमाला तथा आसपास के इलाकों में चार या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। बीते तीर्थयात्रा सत्र में व्यापक पैमाने पर हुए विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए इस बार करीब 2,300 पुलिसकर्मियों ने मंदिर कस्बे को अपने नियंत्रण में ले लिया है जिनमें 20 सदस्यीय कमांडो टीम और 100 महिलाएं शामिल हैं। 4 से 6 नवंबर तक सन्नीधनम, पंबा, निलाक्कल और इलावंकुल में धारा 144 लगाने का फैसला किया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत पंबा, नीलक्कल और इलुवांगल में चार या इससे अधिक लोगों के जुटने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा कि श्रद्धालुओं को केवल सोमवार दोपहर बाद ऊपर के रास्ते पर जाने की इजाजत दी जाएगी। बता दें कि मंदिर के कपाट शाम पांच बजे खुलेंगे और मंगलवार रात 10 बजे बंद होंगे।

- पथानमथिट्टा जिला कलेक्टर पी. बी. नूह ने मंदिर कस्बे और उसके आस-पास निषेधात्मक आदेश घोषित कर दिए हैं। प्रदर्शनों को रोकने के लिए चार या उससे अधिक लोगों के इकठ्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

- सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कांग्रेस भी विरोध में उतर आई है। रविवार को केरल कांग्रेस के नेताओं ने पतनमतिथा में एक विरोध प्रदर्शन किया। इसमें केरल कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं ने हिस्सा लिया। बता दें कि अब तक इस मामले में कांग्रेस की ओर से कोई बयान नहीं आया था।

- भाजपा व कई अन्य हिंदू संगठन सबरीमाला मंदिर में सभी आयु की महिलाओं को प्रवेश देने के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

- केरल पुलिस के अनुसार, अब तक किसी भी महिला ने सबरीमाला मंदिर में आने के लिए पुलिस से सुरक्षा की मांग नहीं की है। पुलिस का कहना है कि अगर 10 से 50 साल की महिलाओं की ओर से सुरक्षा मांगी जाएगी तो वह उन्हें पूरी सुरक्षा देगी।

- केरल सरकार ने कहा है कि वह शीर्ष अदालत के आदेश को लागू करेगी।

- निलक्कल से लेकर मंदिर कस्बे आधार शिविर पांबा तक जाने वाली सभी सड़कों पर बैरिकैड लगा दिए गए हैं और पुलिस द्वारा सोमवार सुबह तक निषिद्ध घोषित कर दिया गया है।

- पुलिस मंदिर कस्बे और उसके आस-पास से गुजरने वाले प्रत्येक वाहन की जांच कर रही है। रविवार को विरोध के बाद पुलिस ने मीडिया को निलक्कल जाने की इजाजत दे दी है।

- पुलिस के मुताबिक, पांबा आधार शिविर से मंदिर जाने वाले रास्ते और मंदिर के गर्भ-गृह के करीब इलाके में किसी को भी जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

- भाजपा की केरल इकाई के प्रवक्ता एम. टी. रमेश ने पुलिस को श्रद्धालुओं द्वारा सर पर रख कर ले जाने वाली पवित्र किट (इर्रुमुदी केत्तु) की जांच करने के खिलाफ चेतावनी दी है।

- मीडिया के लिए भी बंदिशें सख्त कर दी गई हैं और उन्हें केवल पांच नवंबर को ही मंदिर कस्बे पहुंचने की इजाजत दी जाएगी।

- पुलिस ने शनिवार तक 536 मामले दर्ज किए हैं और 3,719 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से केवल करीब 100 लोग ही जेल में हैं, जबकि बाकियों को जमानत मिल गई है।

- मंदिर को 17-22 अक्टूबर तक पांच दिन तक चलने वाली मासिक पूजा के लिए खोला गया था। उस दौरान प्रतिबंधित आयु वर्ग की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश के खिलाफ श्रद्धालुओं और अन्य संगठनों का विरोध प्रदर्शन देखा गया था।

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