राजस्थान / PPE किट पहनने के आधे घंटे बाद बेहोश हुए दो कोरोना वॉरियर, होश आया तो बताई वजह
By: Pinki Sun, 21 June 2020 6:12:39
राजस्थान में कोरोना संक्रमित मरीजों का मिलना लगातार जारी है। आज अभी तक 154 नए केस सामने आए। इसके साथ ही राज्य में कोरोना के कुल संक्रमित मामले 14 हजार 691 हो गए है। आज धौलपुर में 59, जयपुर में 31, झुंझुनू में 22, अलवर में 12, सीकर में 9, भीलवाड़ा और डूंगरपुर में 5-5, राजसमंद में 3, झालावाड़ा, नागौर और उदयपुर में 2-2, चूरू और दूसरे राज्य से आए एक-एक संक्रमित मिले। वहीं, आज चार लोगों की मौत भी हुई है। इनमें जयपुर में 2, अजमेर और भरतपुर में 1-1 की जान गई। राज्य में मौत का आंकड़ा 341 पहुंच गया।
पीपीई किट की गुणवत्ता पर उठे सवाल
वहीं, आज रविवार को कोटा जिले में कोरोना वायरस (COVID-19) का सैंपल ले रही टीम में शामिल दो हेल्थ वर्कर्स की तबीयत अचानक बिगड़ गई और वे बेहोश हो गए। बेहोश हुए दोनों हेल्थ वर्कर्स ने पीपीई किट (PPE Kit) की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए हैं। दोनों ने कहा कि पीपीई किट की क्वालिटी सही नहीं है। इसकी वजह से गर्मी और उमस के बीच उसे पहनना मुश्किल हो रहा है। यही वजह है कि अधिक गर्मी से गश्त खाकर दोनों वर्कर्स जमीन पर गिरकर बेहोश हो गए। यह वर्कर्स छावनी क्षेत्र के मोती महाराज मंदिर की गली में सैम्पलिंग के लिए पहुंचे थे। इनकी टीम में 5 सदस्य थे। इस टीम में लैब टेक्नीशियन घृताची शर्मा, लैब असिस्टेंट हितेन्द्र शर्मा, मेल नर्स अशोक मीणा , राकेश मीणा और यशवंत शामिल थे। सुबह करीब सवा 9 बजे पीपीई किट पहनकर स्वास्थ्यकर्मियों ने सैंपल लेना शुरू किया। करीब आधे घंटे बाद घृताची शर्मा और लैब असिस्टेट हितेन्द्र को घबराहट होने लगी और दोनों को चक्कर आने लगे। उन्होंने अपने साथियों को भी बताया और कुछ देर बाद दोनों बेहोश हो गए।
हालांकि, मौके पर प्राथमिक उपचार किया गया और करीब 15 मिनट के बाद दोनों को होश में लाया गया। दोनों हेल्थ वर्कर्स ने बताया कि कई दिनों से वे लोग सैंपल लेने का कार्य कर रहे हैं। लेकिन नए पीपीई किट पहनने से दिक्कत हो रही है। थोड़ी देर बाद ही इस किट में घबराहट होने लगती है। पीपीई कीट की क्वालिटी पर सवाल खड़े होने और हेल्थ वर्कर्स के बेहोश होने के बाद सीएमएचओ ने जांच के आदेश दिए है। सीएमएचओ ने कहा कि नए पीपीई किट की क्वालिटी की जांच करवाई जाएगी। बता दे, कोटा में कोरोना के अब तक 555 मामले सामने आ चुके है और 19 लोगों की मौत अब तक हो चुकी है।
राजस्थान में सबसे ज्यादा मरीज जयपुर में
राजथान में संक्रमण के सबसे ज्यादा मरीज जयपुर में हैं। यहां 2 हजार 830 (2 इटली के नागरिक) संक्रमित हैं। इसके अलावा जोधपुर में 2 हजार 424 (इनमें 47 ईरान से आए), भरतपुर में 1 हजार 316, पाली में 915, उदयपुर में 643, कोटा में 555, नागौर में 596, डूंगरपुर में 413, अजमेर में 445, झालावाड़ में 367, सीकर में 437, चित्तौड़गढ़ में 204, सिरोही में 344, टोंक में 196, जालौर में 223, भीलवाड़ा में 227, राजसमंद में 186, झुंझुनूं में 308, चूरू में 245, बीकानेर में 189, जैसलमेर में 111 (इनमें 14 ईरान से आए), बांसवाड़ा में 92, बाड़मेर में 183, मरीज मिले हैं।
उधर, अलवर में 352, धौलपुर में 349, दौसा में 104, बारां में 62, सवाई माधोपुर में 75, करौली में 60, हनुमानगढ़ में 48, प्रतापगढ़ में 14, श्रीगंगानगर में 40, बूंदी में 10 पॉजिटिव मिला। जोधपुर में बीएसएफ के 50 जवान भी पॉजिटिव मिल चुके हैं। दूसरे राज्यों से आए 78 लोग पॉजिटिव मिले।
राजस्थान में कोरोना से अब तक 341 लोगों की मौत हुई है। इनमें जयपुर में सबसे ज्यादा 147 की मौत हुई। इसके अलावा, जोधपुर में 30, भरतपुर में 29, कोटा में 19, अजमेर में 14, नागौर में 10, पाली में 8, बीकानेर में 7, चित्तौड़गढ़ में 6, सिरोही, सवाई माधोपुर और सीकर में 5-5, करौली और बारां में 4-4, धौलपुर, अलवर और भीलवाड़ा में 3-3, चूरू, बाड़मेर, उदयपुर, दौसा, बांसवाड़ा और जालौर में 2-2, गंगानगर, झुंझुनू, राजसमंद, प्रतापगढ़ और टोंक में एक-एक की मौत हो चुकी है। दूसरे राज्य से आए 24 व्यक्ति की भी मौत हुई है।