राष्ट्रपति ने नरेंद्र मोदी को नियुक्त किया नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री, पीएम ने दिया ‘सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास’ का नया नारा
By: Pinki Sun, 26 May 2019 08:47:05
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नरेंद्र मोदी को नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया है। राष्ट्रपति पीएम मोदी को केंद्र में अगली सरकार गठित करने के लिए आमंत्रित किया है। दरहसल, शनिवार को नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलकर सरकार बनाने का दावा किया है। इस मुलाकात के बाद राष्ट्रपति भवन ने ट्वीट किया, 'भारत के संविधान के अनुच्छेद 75 (1) के तहत, राष्ट्रपति कोविंद ने आज भारत में प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी को नियुक्त किया।'
राष्ट्रपति ने मोदी से मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों के नामों के बारे में और राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह की तिथि और समय के बारे में सूचित करने के लिए भी कहा है। पीएम मोदी ने बीजेपी संसदीय दल के नेता के रूप में शनिवार शाम राष्ट्रपति भवन जाकर राष्ट्रपति से मुलाकात की और राष्ट्रपति ने उन्हें सरकार गठन के लिए औपचारिक रूप से आमंत्रित किया।
राष्ट्रपति से मिलने के बाद नरेंद्र मोदी ने कहा, 'राष्ट्रपति ने मुझे नवनिर्वाचित पीएम का पत्र सौंपा और आगे की कार्यवाही करने का कहा।'
मोदी ने कहा, 'राष्ट्रपति ने आज मुझे प्रधानमंत्री के रूप में नामित करते हुए पत्र दिया। देश ने मुझे बहुत बड़ा जनादेश दिया है और जनादेश लोगों की उम्मीदों के साथ आया है। सरकार आगे भी तेज गति से काम करेगी। सबका साथ, सबका विकास देश का मंत्र है। हमारी सरकार जन आकांक्षाओं पर खरी उतरेगी।'
मोदी ने कहा, 'मैं एक बार फिर राष्ट्र के लोगों को धन्यवाद देता हूं और उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि नए सरकार आपके सपनों और उम्मीदों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।'
मोदी ने कहा, '2014 में मैंने कहा था, मेरी सरकार इस देश के दलित, पीड़ित, शोषित, आदिवासी को समर्पित है. मैं आज फिर से कहना चाहता हूं कि पांच साल उस मूलभूत बात से अपने आपको ओझल नहीं होने दिया. 2014 से 2019 हमने प्रमुख रूप से गरीबों के लिए चलाई है. और आज मैं ये गर्व से कह सकता हूं कि ये सरकार गरीबों ने बनाई. गरीबों के साथ जो छल चल रहा था, उस छल में हमने छेद किया है और सीधे गरीब के पास पहुंचे हैं. देश पर इस गरीबी का जो टैग लगा है, उससे देश को मुक्त करना है. गरीबों के हक के लिए हमें जीना-जूझना है, अपना जीवन खपाना है. गरीबों के साथ जैसा छल हुआ, वैसा ही छल देश की माइनॉरिटी के साथ हुआ है. अच्छा होता कि माइनॉरिटी की शिक्षा, स्वास्थ्य की चिंता की जाती. 2019 में आपसे अपेक्षा करने आया हूं कि हमें इस छल को भी छेद करना है. हमें विश्वास जीतना है. संविधान को साक्षी मानकर हम संकल्प लें कि देश के सभी वर्गों को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है. पंथ-जाति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए.'
मोदी ने आगे कहा, 'संविधान को साक्षी मानकर हम संकल्प लें कि देश के सभी वर्गों को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है। पंथ-जाति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। हम सबको मिलकर 21वीं सदी में हिंदुस्तान को ऊंचाइयों पर ले जाना है। सबका साथ, सबका विकास और अब सबका विश्वास ये हमारा मंत्र है।'
मोदी ने कहा, 'आचार्य विनोबा जी भावे कहते थे कि चुनाव बांट देता है, दूरियां पैदा करता है, दीवार बना देता है, खाई पैदा कर देता है। लेकिन 2019 के चुनाव ने दीवारों को तोड़ने का काम किया है। इस चुनाव ने दिलों को जोड़ने का काम किया है।'
Narendra Modi: 'Sabka saath, sabka vikas, sabka vishwas' is a mantra that shows the path to development for every region of India. I once again thank the people of the nation and assure them that the new govt will leave no stones unturned to fulfill your dreams & expectations pic.twitter.com/Kr67IqLm2d
— ANI (@ANI) May 25, 2019
मोदी ने कहा, 'हम सबको मिलकर के 21वीं सदी में हिंदुस्तान को ऊंचाइयों पर ले जाना है. सबका साथ, सबका विकास और अब सबका विश्वास ये हमारा मंत्र है. स्वच्छता अगर जन आंदोलन बन सकता है तो समृद्ध भारत भी जन आंदोलन बन सकता है. हम कुछ करने के लिए नहीं, बहुत कुछ करने के लिए आए हैं. 21वीं सदी भारत की सदी बने, ये हम लोगों का दायित्व है. आप सबने मुझे दायित्व दिया है, लेकिन ये कोई कॉन्ट्रैक्ट नहीं है, ये हमारी संयुक्त जिम्मेवारी है. चोट झेलने की जिम्मेवारी मेरी है, सफलता का हक आपका है. भारत का संविधान हमारे लिए सर्वोपरि है.'
पीएम मोदी के साथ राष्ट्रपति भवन गए एनडीए के एक प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, वरिष्ठ बीजेपी नेता राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज और नितिन गडकरी, अकाली दल के प्रकाश सिंह बादल, जनता दल युनाईटेड के अध्यक्ष नीतीश कुमार, लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, एआईएडीएमके के के। पलनीस्वामी, एनपीपी के कोनराड संगमा और एनडीपीपी के नेफियू रियो शामिल थे।