पोस्ट ऑफिस की इस खास स्कीम में मिलेगा सेविंग अकाउंट के मुकाबले डबल रिटर्न और टैक्स बेनिफिट भी...
By: Priyanka Maheshwari Thu, 24 Jan 2019 08:37:27
यह तो हम सभी जानते है कि ज्यादा रिटर्न हमेशा ज्यादा जोखिम वाली जगह पर ही मिलता है, लेकिन ऐसे जोखिम सभी नहीं उठा पाते। ऐसे में सवाल उठता है कि कोई ऐसी स्कीम मिल जाए जिसमे सामान्य खाते के मुकाबले ज्यादा रिटर्न मिल सके और टैक्स में छूट भी मिल जाए। आज हम आपको एक खास स्कीम के बारे में बताने जा रहे है तो आपके इस सवाल का जवाब है। यह स्कीम पोस्ट ऑफिस द्वारा चलाई गई है। भारत सरकार की ओर से जारी एक छोटी बचत योजना है। इस स्कीम में सेविंग अकाउंट के मुकाबले डबल रिटर्न और टैक्स बेनिफिट मिल रहा है...
ये स्कीम नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) है। इसे डाकघर चलाता है। एनएससी (NSC) से जुड़ी एक अच्छी बात यह है कि आप सिर्फ सौ रुपए भी निवेश कर सकते हैं। जिस तरह नोट 100, 500, 2000 के होते हैं, उसी प्रकार NSC के सर्टिफिकेट भी 100, 500, 1000, 5000 के सर्टिफिकेट मिलते हैं। इसमें निवेश करने की कोई सीमा नहीं है। आप अपनी क्षमता के मुताबिक कितनी भी धनराशि का एनएससी खरीद सकते हैं। आपको बता दें कि सेविंग बैंक खाते में फिलहाल 4 फीसदी ब्याज मिलता है। वहीं, एनएससी में 8 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है।
कौन कर सकता है निवेश
कोई भी व्यक्ति इसमें निवेश कर सकता है। आप अपने बच्चों के नाम पर भी इसे खरीद सकते हैं। इन सर्टिफिकेट की मैच्योरिटी अवधि 5 साल होती है। ब्याज हर साल जुड़ता है और कपांउड इंटरेटस्ट की ताकत से ये पैसा लगातार बढ़ता जाता है। आपके द्वारा लगाई गए 100 रुपए की राशि 5 साल बाद 144 रुपए हो जाएगी। यहां ध्यान रखने वाली बात ये है कि टैक्स पर छूट केवल 1।5 लाख तक के निवेश पर ही मिलती है। इस योजना की सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये योजना सरकारी है। यानी एक तो आपका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है और दूसरा ये कि सरकार ने जितना कहा है उतना रिटर्न आपको मिलेगा। इसके अलावा आपको बहुत भागदौड़ नहीं करनी।
कहां से खरीदें सर्टिफिकेट
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट एक लंबी अवधि के निवेश का माध्यम है। इसके जरिए एक निश्चित ब्याज दर पर निवेशक को रिटर्न मिलता रहता है। खास बात ये है कि इसे भारत सरकार की डाकघर योजना के तहत जारी किया जाता है। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट आप अपने नजदीकी डाकघर से खरीद सकते हैं। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट खरीदना एक सरल प्रक्रिया है, इसे आप किसी भी पोस्ट ऑफिस से खरीद सकते हैं। हां ये ध्यान रखें कि आपको नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट खरीदने के लिए कुछ आवश्यक दस्तावेज अपने साथ रखने होंगे। फॉर्म के जरिए अपनी जानकारी देनी होगी, जिसमें आपको नाम और निवेश की राशि के बारे में बताना होगा। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट खरीदने के लिए आपको सपोर्टिंग दस्तावेज की जरूरत पड़ सकती है। आप नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट चेक या फिर कैश के जरिए खरीद सकते हैं। इसमें चेक से भुगतान करने पर खाता तभी खुलेगा जब चेक का भुगतान सफल हो जाएगा।
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट की मेच्योरिटी
इसकी मेच्योरिटी 5 साल की है। अच्छी बात ये है कि अगर आप कुछ शर्तों को पूरा करते हैं तो 1 साल की परिपक्वता अवधि के बाद खाते की राशि को निकाल सकते हैं। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में ब्याज दर हर 3 महीने में बदली या निर्धारित की जाती हैं। इसलिए लिए निवेशक को घटते बढ़ते ब्याज दरों के साथ निवेश की राशि में भी बदलाव करना चाहिए।
खास बात ये है कि इस योजना का लाभ 18 साल से कम उम्र के लोगों को भी मिल सकता है यानी कि इस योजना से नाबालिगों को भी लाभ मिलेगा। इसके लिए उनके अभिभावकों को अपने 18 साल से कम उम्र के बच्चों के नाम पर नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट खरीदना होगा। इसमें दो वयस्क ज्वाइंट स्कीम के जरिए भी निवेश कर सकते हैं। वहीं NRI (अप्रवासी भारतीय) और हिंदू अनडिवाइडेड फैमिली (HUF) को इस स्कीम का लाभ नहीं मिल सकता है।नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट आप एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर कर सकते हैं। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट के प्रमाण पत्र को आप किसी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को हस्तांतरित तक सकते हैं।
टैक्स छूट के साथ मिलेंगे ये फायदें
सबसे अच्छी बात ये है कि नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में आपको टैक्स सेविंग का विकल्प मिलता है। आयकर अधिनियम 80C के तहत आपको टैक्स में छूट का लाभ मिलता है। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में निवेश करने पर आपका टीडीएस नहीं कटता है। इसमें आप समय से पहले धनराशि निकाल सकते हैं पर उसके लिए आपको पेनाल्टी देनी होगी। एनएससी यानि नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर बैंक और फाइनेंशियल संस्थानों से लोन लिया जा सकता है। इसके अलावा नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में चेकबुक की सुविधा भी मिलती है।
(इनपुट न्यूज़ 18)