भारत-चीन एक-दूसरे की चिंताओं को समझते हैं, मतभेदों को विवाद नहीं बनने देंगे : मोदी
By: Pinki Sat, 12 Oct 2019 12:46:07
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग (Xi Jinping) के बीच आज एक बार फिर मुलाकात हुई। दोनों नेताओं के बीच तमिलनाडु के कोवलम स्थित ताज फिशरमैन कोव रिजॉर्ट में करीब एक घंटे तक शिखर वार्ता चली। इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर और एनएसए अजीत डोभाल भी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने कहा कि हम एक-दूसरे की चिंताओं को समझते हैं। मतभेदों को विवाद नहीं बनने देंगे। हमारे रिश्ते विश्व शांति का उदाहरण हैं। भारत और चीन के बीच सांस्कृतिक संबंध हैं।
पीएम मोदी ने कहा ऐतिहासिक शहर चेन्नई हमारे और चीन के बीच सांस्कृतिक और व्यापारिक आदान-प्रदान का साक्षी है। बीते 2000 साल में चीन और भारत मुख्य शक्तियां रही हैं। पिछले साल वुहान में इनफॉर्मल समिट में संतुलन और फ्रेश मोमेंटम आया है। दोनों देशों के बीच कूटनीतिक आदान प्रदान भी बढ़ा है। हम एक दूसरे के कंसर्न के बारे में सेंसेटिव रहेंगे।
Chinese President Xi Jinping: Yesterday Prime Minister as you said, you and I had engaged in candid conversations like friends, heart to heart discussions on bilateral relations pic.twitter.com/OiPaztXoNy
— ANI (@ANI) October 12, 2019
PM Narendra Modi and Chinese President Xi Jinping at an exhibition on artefacts and handloom at Taj Fisherman's Cove hotel in Kovalam, Tamil Nadu. pic.twitter.com/YQS48oQwi2
— ANI (@ANI) October 12, 2019
वहीं, चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत-चीन अहम पड़ोसी हैं। मैं भारत के स्वागत से अभिभूत हूं। इस वार्ता से संबंधों में गर्माहट आई है। भारत का यह दौरा हमेशा यादगार रहेगा।
चीनी राष्ट्रपति ने कहा, 'चीन और भारत एक-दूसरे के अहम पड़ोसी हैं। दोनों दुनिया के ऐसे देश हैं, जिनकी आबादी एक अरब से ज्यादा है।प्रधानमंत्री जी जैसा कि आपने कहा कि कल मैंने और आपने एक दोस्त की तरह चर्चा की। द्विपक्षीय संबंधों पर हमारे बीच दिल से दिल की बातें शेयर हुईं।'
बता दें कि बातचीत के बाद दोनों नेता साथ लंच करेंगे। लंच के बाद चीन के राष्ट्रपति चेन्नई के लिए रवाना होंगे और क़रीब डेढ़ बजे वे काठमांडू के लिए रवाना हो जाएंगे।
मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक बैठक के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग शुक्रवार को महाबलीपुरम पहुंचे। मोदी ने चीन के राष्ट्रपति का स्वागत पारंपरिक तमिल वेशभूषा में किया। इस दौरान मोदी ने मामल्लपुरम में जिनपिंग को अर्जुन तपस्या स्थली और तट मंदिर के दर्शन कराए और इन स्थलों का महत्व समझाया। महाबलीपुरम में सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद मोदी जिनपिंग को रात्रिभोज दिया। चीनी राष्ट्रपति के लिए साउथ इंडियन थाली परोसी गई। शी जिनपिंग की थाली में तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश के व्यंजन शामिल किए गए। उनके मीनू में राजमा, मालाबार लॉबस्टर, कोरी केम्पू, मटन युलरथियाडु, कुरुवेपिल्लई मीन वरुवल, तंजावुर कोझी करी, बीटरूट जिंजर चॉप, पच सुंडकाई, अरिका कोक्सहंबू, अर्चाविता सांभर, बिरयानी, इंडियन ब्रेड, अड प्रधामन, हलवा, आइसक्रीम, चाय और मसाला चाट शामिल रहे। 2 घंटे तक चले इस डिनर में दोनों नेताओं ने कई मुद्दों पर चर्चा की। जिनपिंग के चेन्नई पहुंचने पर मोदी ने अंग्रेजी, तमिल और मेंडेरिन में ट्वीट किया- भारत में आपका स्वागत है राष्ट्रपति जिनपिंग।