गलवान घाटी में चीन से झड़प पर बोले पीएम मोदी- भारत जवाब देना अच्छे से जानता है
By: Pinki Wed, 17 June 2020 4:26:38
एलएसी (LAC) पर गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार बयान दिया है। पीएम मोदी ने कहा है कि जिन जवानों की शहादत हुई है, वो व्यर्थ नहीं जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमें अपने जवानों पर गर्व करना चाहिए, वे मारते-मारते मरे हैं। उन्होंने साफ कहा कि भारतीय जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। बुधवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना वायरस पर वार्ता के पहले पीएम मोदी ने चीन सीमा पर शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी।
पीएम मोदी ने कहा, 'किसी को भ्रम, संदेह नहीं होना चाहिए। भारत उकसाने पर यथोचित जवाब देने में सक्षम है। भारत शांति चाहता है, लेकिन जवाब देना भी अच्छे से जानता है।'
Delhi: PM Narendra Modi, Union Home Minister Amit Shah and the chief ministers of 15 states and union territories, who are present in the meeting via video-conferencing today, observe two-minute silence as a tribute to the soldiers who lost their lives in #GalwanValley clash. pic.twitter.com/R9smyDFwbR
— ANI (@ANI) June 17, 2020
पीएम मोदी ने कहा, 'मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। भारत अपनी अखंडता से समझौता नहीं करेगा। हमारे सैनिक मारते-मारते हुए मरे हैं।'
पीएम मोदी ने कहा, 'पूरा देश शहीद जवानों के परिवारों के साथ है, जिन्होंने देश के लिए अपना बलिदान दिया। पीएम ने कहा कि भारत अपने स्वाभिमान और हर एक इंच जमीन की रक्षा करेगा। इतिहास भी इस बात का गवाह है कि हमने विश्व में शांति फैलाई, पड़ोसियों के साथ दोस्ताना तरीके से काम किया। हमेशा उनके विकास और कल्याण की कामना की है।'
पीएम मोदी ने आगे कहा, 'त्याग और तपस्या हमारे चरित्र का हिस्सा है। विक्रम और वीरता भी हमारे चरित्र का हिस्सा है। देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करने से हमें कोई भी रोक नहीं सकता। इसमें किसी को भी भ्रम नहीं होना चाहिए। भारत शांति चाहता है लेकिन भारत उकसाने पर हर हाल में यथोचित जवाब देने में सक्षम है।'
गौरतलब है कि 15 जून की रात लद्दाख की गलवान घाटी में LAC पर चीन और भारत की सेना में हिंसक झड़प हुई है। इस हिंसा में भारत के 20 जवान शहीद हो गए हैं। जानकारी ये भी है कि चीन के करीब 40 जवान हताहत हुए हैं, लेकिन चीन ने अब आधिकारिक तौर पर कोई संख्या नहीं बताई है। साथ ही चीन ने भारत पर ही कार्रवाई का आरोप लगाया है। जबकि भारत ने साफ तौर पर कहा है कि ये पूरी घटना चीन की हिमाकत का नतीजा है।