न्यूजीलैंड: हमलावर ने 3 महीने पहले रची थी हमला करने की साजिश, पाक को बताया था 'सबसे अच्छी जगह', 9 भारतीय लापता
By: Pinki Sat, 16 Mar 2019 07:12:51
न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च शहर की दो मस्जिदों में हुई अंधाधुंध फायरिंग में 49 लोगों की मौत हो गई। हमले के बाद से 9 भारतीय भी लापता हैं। न्यूजीलैंड में भारतीय उच्चायुक्त संजीव कोहली ने कहा, ''9 भारतीय/भारतीय मूल के लोग लापता है। आधिकारिक पुष्टि अभी भी बाकी है। यह मानवता के खिलाफ बड़ा अपराध है। हम पीड़ित परिवारों के लिए दुआ कर रहे हैं।'' हमले के बीच हमलावर ने ऐलाननामा छोड़कर हमले के पीछे की मंशा को स्पष्ट किया है। जिसमें कई हैरान करने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं। हमलावर की पहचान 28 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई श्वेत नागरिक के तौर पर हुई है।
हमलावर ने सोशल मीडिया पर 74 पृष्ठों का एक दस्तावेज भी पोस्ट किया। उसने इस जघन्य वारदात को बदले की भावना से अंजाम देना बताया गया है। उसने खुद को एक 'श्वेत राष्ट्रवादी' बताया है। जो आव्रजकों से बेहद घृणा करता है। यह शख्स यूरोप में इस्लामिक आतंकियों के हमलों से नाराज था। इसके कारण वह बदला लेना चाहता था और भय पैदा करना चाहता था। वह इस घटना को अंजाम देकर अपनी ओर लोगों का ध्यान भी खींचना चाहता था। हमलावर को इस वारदात के बाद बच निकलने की उम्मीद थी। ताकि वह सोशल मीडिया पर अपनी बात को बेहतर तरीके से रख सके।
ऐसा बताया जा रहा है कि हमलावर ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स का रहने वाला है। उसका जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था। अभी आठ साल पहले ही एक गंभीर बीमारी के कारण उसके पिता का निधन हो गया था। उसने ज्यादा पढ़ाई लिखाई नहीं की और पैसे कमाने के लिए दुनिया के भ्रमण पर निकल गया।
अपने विश्व भ्रमण के दौरान वह पाकिस्तान और उत्तर कोरिया भी गया था। उसने सोशल मीडिया पर अपने पाकिस्तान दौरे के बारे में भी जिक्र किया है। उसने पाकिस्तान के बारे में लिखा था, 'यह एक अनिश्वसनीय जगह है, जहां दुनिया के अच्छे और उदार लोग रहते हैं।' हमलावर ने कहा कि उसने हमले की साजिश तो लगभग दो साल पहले ही कर ली थी। लेकिन उस समय जगह का चयन नहीं कर पाया था। तीन महीने पहले उसने जगह का चयन किया कि हमला कहां करना है।
हमलावर की योजना अन्य मस्जिदों को निशाना बनाने की भी थी। लेकिन बाद में उसने अल नूर मस्जिद और लिनवुड मस्जिद को हमले के लिए चुना। उसे ऐसा लगा था कि इन दोनों मस्जिदों में ज्यादा भीड़ होती है।
न्यूज़ीलैंड पुलिस ने इस घटना के बाद चार लोगों को हिरासत में लिया था। इनमें से एक को छोड़ दिया गया। दो लोग हिरासत में हैं। एक 28 वर्षीय युवक पर हत्या का आरोप दर्ज किया गया है। शनिवार सुबह क्राइस्टचर्च जिला अदालत में उसकी पेशी होगी।
वही भारतीय नागरिकों के लापता होने की खबरों पर विदेश मंत्रालय ने कहा, 'हमारा उच्चायोग अधिक जानकारी के लिए स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है। यह संवेदनशील मामला है और हम तब तक इसकी जानकारी नहीं दे सकते हैं जबतक कि पूरी तरह से इसकी पुष्टि नहीं हो जाए।'
पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूजीलैंड की अपनी समकक्ष को पत्र लिखकर गोलीबारी में निर्दोष लोगों की मौत पर गहरी संवेदना और दुख प्रकट किया। प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि विविधतापूर्ण एवं लोकतांत्रिक समाज में हिंसा के लिये कोई स्थान नहीं है। विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न को पत्र लिखा।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'न्यूजीलैंड में गोलीबारी की घटना एक निन्दनीय कृत्य है। शत्रुता और घृणा से अतिवाद पनपता है। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'