महबूबा मुफ्ती ने तिरंगे का किया अपमान, बोलीं- 'कश्मीर के अलावा कोई दूसरा झंडा नहीं उठाऊंगी'
By: Pinki Fri, 23 Oct 2020 7:00:59
करीब 14 महीने की हिरासत के बाद रिहा हुईं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई मुद्दों पर खुलकर बात की। महबूबा ने घोषणा की है कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर को वही दर्जा (अनुच्छेद 370 हटने से पहले) वापस दिलाने में जमीन-आसमान एक कर देगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महबूबा मुफ्ती ने ऐलान किया कि मैं जम्मू-कश्मीर के अलावा दूसरा कोई झंडा नहीं उठाऊंगी। यानी उन्होंने फिर से एक देश दो झंडे वाली सियासत को आगे करते हुए तिरंगा हाथ में लेने से इनकार कर दिया है। बता दे, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने अपनी टेबल पर जम्मू-कश्मीर के झंडे के साथ पार्टी का झंडा रखा हुआ था। जबकि अनुच्छेद 370 हटने के साथ ही पूरे जम्मू-कश्मीर में सिर्फ तिरंगा फहराने की अनुमति है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के झंडे की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जब तक मेरा झंडा हमारे पास वापस नहीं आ जाता, मैं कोई भी दूसरा झंडा (तिरंगा) नहीं उठाऊंगी। फिलहाल मेरा झंडा मेरे सामने है।
इसके साथ ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में महबूबा ने कहा कि आज बिहार में वोट बैंक के लिए पीएम मोदी को अनुच्छेद 370 का सहारा लेना पड़ रहा है। हम आर्थिक स्तर पर बांग्लादेश से पीछे चले गए हैं। जब वे चीजों पर विफल होते हैं तो वे कश्मीर और 370 जैसे मुद्दों को उठाते हैं। वास्तविक मुद्दे पर बात नहीं करना चाहते हैं। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जब तक वह (केंद्र सरकार) हमारे हक (370) को वापस नहीं करते हैं, तब तक मुझे कोई भी चुनाव लड़ने में दिलचस्पी नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर में 370 को बहाल करने तक मेरा संघर्ष खत्म नहीं होगा। मेरा संघर्ष कश्मीर समस्या के समाधान के लिए होगा। महबूबा ने कहा कि बीजेपी ने बाबरी मस्जिद के आसपास ऐसा माहौल बनाया मानो वह कभी मौजूद ही न हो।
महबूबा के इस रुख पर बीजेपी ने अपनी गहरी नाराजगी जताई है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री कवींद्र गुप्ता ने कहा, 'वो जमाने चले गए जब दो झंडे हुआ करते थे। बीजेपी का वादा था, एक विधान, एक निशान, एक प्रधान और हमने सत्ता में आने पर उसे पूरा किया। ये लोग पता नहीं कौन से वहम में जी रहे हैं और इनको भी चाहिए कि उस झंडे (जम्मू-कश्मीर के झंडे) को उतार दें। पूरे भारत का एक ही झंडा है और वो है तिरंगा और उन्हें भी तिरंगे का सम्मान करना चाहिए।'
बता दे, 5 अगस्त 2019 से पहले जम्मू-कश्मीर का अपना अलग संविधान था। वहां के नियम कायदों के साथ झंडा भी पूरे देश से अलग था। जम्मू-कश्मीर के सरकारी कार्यालयों में राज्य के झंडे के साथ तिरंगे को फहराया जाता था। हालांकि अनुच्छेद 370 हटने के साथ ही जम्मू-कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा खत्म हो गया और भारतीय संविधान के वहां लागू होते ही राज्य का झंडा भी निष्प्रभावी हो गया।
पीडीपी ने कहा कि पिछले साल पांच अगस्त को केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान समाप्त कर जम्मू-कश्मीर के लोगों को अवैध और असंवैधानिक तरीके से शक्तिहीन किया था। यह बदलाव हमें मंजूर नहीं है और इसके खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ी जाएगी। यह घोषणा पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की अध्यक्षता में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक के बाद की गई। यह महबूबा मुफ्ती की 14 महीने बाद रिहाई के बाद होने वाली पार्टी की ऐसी पहली बैठक थी।