लोकसभा चुनाव 2019 : कल ना भड़के हिंसा, गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों के मुख्य सचिव, DGP को किया अलर्ट
By: Pinki Wed, 22 May 2019 6:46:36
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने चुनाव नतीजों के दिन हिंसा की संभावनाओं को लेकर सभी राज्यों के मुख्य सचिव, DGP को अलर्ट किया है। सभी राज्यों को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। गृह मंत्रालय ने राज्य के मुख्य सचिवों और डीजीपी को इस संबंध में सचेत किया है। राज्यों को कहा गया कि वे मतगणना के स्ट्रॉग रूम और स्थानों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त उपाय करें। लोकसभा चुनाव के मतों की गणना कल यानी 23 मई को सुबह 8 बजे से होगी।
गृह मंत्रालय का अलर्ट ऐसे समय में आया है जब एक दिन पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है वोट की रक्षा के लिए जरूरत पड़े तो हथियार भी उठाना चाहिए। केंद्रीय मंत्री और बिहार में बीजेपी के सहयोगी राम विलास पासवान ने कुशवाहा की चेतावनी पर जवाब दिया कि ऐसा होने पर जैसे को तैसा होगा।
कुशवाहा ने कहा था, 'कर्पूरी ठाकुर के समय बूथ लूट की घटना होती थी। वो कहते थे जिस तरह से हमारे लिए रोटी है, इज्जत है उसी तरह से वोट है। इस वोट को कोई लूटना चाहे तो हाथ में अस्त्र-शस्त्र उसे रोकने के लिए उठाना चाहिए। आज बूथ लूट की घटना तो नहीं है, लेकिन रिजल्ट लूट की जो कोशिश हो रही है। हम कर्पूरी ठाकुर के पदचिन्हों पर चलने वाले लोग हैं। अगर ऐसी कोई कोशिश हुई तो हम कहेंगे कि इस साजिश को रोकने के लिए हथियार भी उठाना हो तो उठाना चाहिए।'
इसके अलावा मंगलवार को बिहार के बक्सर से निर्दलीय उम्मीदवार ने बंदूक दिखाकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। रामचंद्र सिंह यादव ने खून-खराबे की धमकी दी। इसके बाद सुरक्षा बलों ने रामचंद्र यादव के आवास पर छापा मारा।
States/UTs were further asked to take adequate measures for the security of strong rooms and venues of counting of votes. This is in the wake of calls given and statements made in various quarters for inciting violence and causing disruption on the day of counting of votes. https://t.co/1A8T5cCgoO
— ANI (@ANI) May 22, 2019
बता दें, लोकसभा चुनाव के मतों की गिनती गुरुवार को होनी है। ध्यान हो कि ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर विपक्षी पार्टियां चुनाव खत्म होने के बाद से ही केंद्र सरकार पर आरोप लगा रही हैं। किसी भी तरह की गड़बड़ी से बचने के लिए विपक्षी दलों ने मतगणना से पहले चुनाव आयोग से VVPAT-EVM का मिलान करने की मांग की थी।
चुनाव आयोग ने बुधवार को अपनी बैठक के बाद 22 विपक्षी पार्टियों की उस मांग को ठुकरा दिया है, जिसमें उन्होंने काउंटिंग से पहले वीवीपैट के पर्चियों को गिनने की मांग की थी। दरहसल, देश की 22 मुख्य विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने चुनाव आयोग के सामने मंगलवार को ये मांग रखी कि काउंटिंग से पहले वीवीपैट के पर्चियों की गिनती हो, पर्ची और ईवीएम में समानता ना होने पर पूरी विधानसभा के वीवीपैट के पर्चियों को गिना जाए। यही नहीं, सभी दलों ने आयोग के सामने देश के तमाम हिस्सों से ईवीएम को लेकर आ रही खबरों पर भी अपनी बात रखी थी। विपक्षी पार्टियों ने आयोग के सामने मांग रखी कि एक विधानसभा में जिन पांच VVPAT की पर्चियों का मिलान होना है, उन्हें काउंटिंग से पहले गिना जाए। हालांकि अब आयोग ने विपक्षी दलों की मांग को ठुकराकर ये साफ कर दिया है कि VVPAT पर्ची मिलान की प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
ईवीएम पर खूब सवाल उठ रहे हैं, लेकिन पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओ पी रावत ने कहा कि ईवीएम में छेड़ छाड़ और बदलना संभव ही नहीं है। नई ईवीएम में थोड़ी भी छेड़छाड़ करने से मशीन फैक्टी मोड में चली जाती है। इसलिए छेड़छाड़ संभव नहीं है।
विपक्षी नेताओं ने कई स्थानों पर स्ट्रांगरूम से ईवीएम के कथित स्थानांतरण से जुड़ी शिकायतों पर कार्रवाई की मांग की थी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने संवाददाताओं कहा था ‘‘हमनें मांग की है कि वीवीपीएटी पर्चियों का मिलान पहले किया जाए और फिर मतगणना की जाए। यह हमारी सबसे बड़ी मांग हैं।''
वहीं, बसपा के दानिश अली ने कहा था कि स्ट्रॉन्ग रूम को लेकर जो शिकायतें थीं वे हमने चुनाव आयोग के समक्ष रखी हैं। दरअसल, उत्तर प्रदेश का प्रशासन मनमानी कर रहा है क्योंकि भाजपा को पता है कि जनता का क्या फैसला दिया है। अब वे हेराफेरी करना चाहते हैं। तेलुगू देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कहा था कि चुनाव आयोग यह सुनिश्चित करे कि जनादेश के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं हो। चुनाव आयोग का रुख करने से पहले विपक्षी नेताओं ने कांस्टीट्यूशन क्लब में बैठक की थी। विपक्षी नेताओं की बैठक में कांग्रेस से अहमद पटेल, अशोक गहलोत, गुलाम नबी आजाद और अभिषेक मनु सिंघवी, माकपा से सीताराम येचुरी, तृणमूल कांग्रेस से डेरेक ओब्रायन, तेदेपा से चंद्रबाबू नायडू, आम आदमी पार्टी से अरविंद केजरीवाल, सपा से रामगोपाल यादव, बसपा से सतीश चंद्र मिश्रा एवं दानिश अली, द्रमुक से कनिमोई, राजद से मनोज झा, राकांपा से प्रफुल्ल पटेल एवं माजिद मेमन और कई अन्य पार्टियों के नेता शामिल हुए।
नेता कर रहे हैं स्ट्रॉन्ग रूम का दौरा
ईवीएम को लेकर इतना हंगामा मचा हुआ है कि विपक्षी दल के नेता ईवीएम के लिए चौकीदार बन गए हैं। कई नेताओं ने कल अपने-अपने लोकसभा सीटों के स्ट्रॉन्ग रूम का दौरा किया। भोपाल से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह कल रात स्ट्रॉन्ग रूम का जायजा लेने पहुंचे। यूपी के फतेहपुर सीकरी से कांग्रेस उम्मीदवार राज बब्बर ने भी स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा जांची। इसके अलावा मेरठ से महागठबंधन उम्मीदवार हाजी याकूब भी स्ट्रॉन्ग रूम का दौरा करने पहुंचे। जबकि बिहार के वैशाली में महागठबंधन उम्मीदवार शिवचंद्र राम तो स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर डेरा डालकर बैठे हुए हैं।