कैलाश विजयवर्गीय की इस तस्वीर का असली सच आया सामने, IPS प्रमोद फलणीकर ने बताई सच्चाई
By: Priyanka Maheshwari Sat, 29 June 2019 4:29:43
बीजेपी (BJP) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय ने बुधवार को नगर निगम के अधिकारी की बल्ले से पिटाई की थी। जिसके बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस मामले में आकाश के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा और मारपीट के आरोप में केस दर्ज किया गया है। वही इस बीच सोशल मीडिया पर कैलाश विजयवर्गीय की एक पुरानी तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। जिसमें दावा किया जा रहा है कि वह किसी अधिकारी पर जूता ताने खड़े हुए हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केके मिश्रा ने यह तस्वीर शेयर करते हुए कहा, 'यह घटना वर्ष 1994 की है, जब विजयवर्गीय विधायक हुआ करते थे, उनका वहां मेयर हाउस के पास विवाद हुआ, इस दौरान उन्होंने वहां तैनात IPS अधिकारी प्रमोद फलणीकर पर जूता चलाया था। अब उनके बेटे ने बल्ला चलाया है, यही है संस्कारवान बेटा'। लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। इस तस्वीर में दिख रहे आईपीएस अधिकारी प्रमोद फलणीकर ने इसके पीछे का असली सच सबको बताया।
मेरे साथ कभी बदतमीजी नहीं की : IPS प्रमोद फलणीकर
उन्होंने कहा कैलाश विजयवर्गीय ने कभी भी मुझसे बदतमीजी नहीं की है। जिस घटना की तस्वीर है वह पानी की समस्या को लेकर प्रदर्शन को लेकर है। कैलाश विजयवर्गीय ने जूता दिखाकर कहा था आप के कहने पर धरना खत्म किया पर नगर निगम के चक्कर लगाकर जूते घिस गए है पानी नहीं आया। उन्होंने कहा मेरे कहने पर ही कैलाश विजयवर्गीय ने धरना खत्म किया था। इस मामले में बीजेपी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी भी हुई थी। फोटो की टाइमिंग को लेकर गलत खबर वायरल की जा रही है। फोटो के गलत प्रचार से मैं बहुत दुखी हूं। फोटो वायरल होने के बाद बच्चे औैर परिचित फोन कर इस घटना के बारे में पूछ रहे हैं। वर्तमान में प्रमोद फड़नीकर एनएसजी के आईजी के पद पर कार्यरत हैं।
बता दे, कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे के खिलाफ इंदौर नगर निगम के भवन निरीक्षक धीरेंद्र बायस (46) ने शहर के एमजी रोड पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी है। जिसमें कहा गया है कि वह सरकारी दल-बल के साथ खतरनाक रूप से जर्जर मकान को ढहाने पहुंचे थे। इसी दौरान बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय मौके पर पहुंचकर उन्हें कथित तौर पर धमकाते हुए वहां से चले जाने को कहने लगे। बायस ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि बीजेपी विधायक ने नगर निगम के दल से कहा कि वह जर्जर मकान को ढहाने की कार्रवाई नहीं होने देंगे और अगर यह दल 10 मिनट के भीतर मौके से रवाना नहीं हुआ, तो उसे मार-पीटकर भगा दिया जायेगा।