
इंडोनेशिया को कई चीजों के लिए जाना जाता हैं जिसमें से एक हैं ज्वालामुखी। इंडोनेशिया में 120 सक्रिय ज्वालामुखी हैं। इन्हीं सक्रिय ज्वालामुखी में से एक सोमवार को भड़क उठा। इस ज्वालामुखी की राख का गुबार 5000 मीटर की ऊंचाई तक उठा था। यहां के माउंट सिनाबुंग ज्वालामुखी के भड़कने से इतनी राख और धुंआ उठा कि कई किलोमीटर तक फैल गया। इसकी वजह से वहां विमानों को निकलने से मना कर दिया गया है।
इंडोनेशिया में 120 सक्रिय ज्वालामुखी हैं। इनमें से एक माउंट सिनाबुंग रिंग ऑफ फायर में आता है। यहां के सुमात्रा टापू पर स्थित यह ज्वालामुखी साल 2010 से धधक रहा है। जानकारी के अनुसार सोमवार को जब यह फूटा तो इसकी राख 30 किलोमीटर दूर स्थित बेरास्तगी तक पहुंच गई। विस्फोट को देखते हुए यहां तीसरे स्तर का अलर्ट जारी कर दिया गया है।
इंडोनेशिया के जकार्ता पोस्ट अखबार की रिपोर्ट के अनुसार इस ज्वालामुखी से शनिवार देर रात से राख उगलनी शुरू हुई थी। माना जा रहा है कि ज्वालामुखी अभी और राख और लावा उगल सकता है। हालांकि, इस वजह से अभी किसी के हताहत होने की खबर नहीं है लेकिन फसलें नष्ट हो रही हैं। विस्फोट से यहां के चार जिले प्रभावित हुए हैं। प्रशासन लोगों को मास्क और बचाव के अन्य सामान उपलब्ध करा रहा है। लोगं को ज्वालामुखी से तीन किलोमीटर के दायरे से बाहर रहने को कहा गया है। हता दें कि 2010 में यह ज्वालामुखी धधकना शुरू हुआ था और साल 2013 में इसमें विस्फोट हुआ था, जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई थी। अब इस घटना के बाद से एक बार फिर भारी विस्फोट की आशंका प्रबल हो गई है।














