देश की अर्थव्यवस्था को बिगाड़ने में कई पहलू असरदार होते हैं। इन्हीं में से एक हैं नकली करेंसी का अपराध। नकली करेंसी तैयार करने वाले गिरोह पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। ऐसे में होशियारपुर पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी हैं और पुलिस ने नकली करेंसी तैयार करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर सरगना समेत चार शातिरों को गिरफ्तार किया हैं। गिरोह के सरगना अमरिंदर सिंह ने बताया कि उसने लॉकडाउन में करीब 15 लाख की नकली करेंसी तैयार कर बाजार में चलाई थी। अपराधियों से 5.93 लाख रुपये की नकली करेंसी बरामद की है।
एसएसपी नवजोत सिंह माहल ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि इलाके में कुछ लोग बड़े स्तर पर नकली करेंसी बनाने और चलाने का काम कर रहे हैं। ये लोग नकली करेंसी के साथ टैगोर नगर के चो के पास खड़े हैं। इस पर पुलिस ने दो एक्टिवा पर सवार चार आरोपियों को दबोच लिया।
आरोपियों की पहचान अमरिंदर सिंह निवासी सेंट्रल टाउन, हरंजिदर भारती निवासी ऊना के रूप में हुई है। वह इस समय बजवाड़ा कलां में रहता है। बाकी दो की पहचान जगतार सिंह निवासी किला वरुण और गुरसिमरन जीत सिंह उर्फ बाब उर्फ सोडी निवासी फगूड़ा के तौर पर हुई है। आरोपियों से 5.93 लाख की नकली करेंसी के अलावा दो डिजिटल कलर प्रिंटर स्कैनर, एक लैपटॉप, टेप रोल, दो कटर, दो एक्टिवा बरामद किए।
20 लाख का कर्ज उतारने को बनाने लगा नकली नोट
गिरोह के सरगना अमरिंदर सिंह ने बताया कि ग्रीन ब्यू पार्क के पास उसने दुकान खोली थी। वह नहीं चली तो 20 लाख रुपये का कर्ज हो गया। उसे उतारने के लिए उसने नकली करेंसी बनानी शुरू कर दी। वह को एक चैनल का पत्रकार बताकर इस धंधे में लगा हुआ था। आरोपी गुरसिमरनजीत सिंह के खिलाफ पहले ही अवैध खनन और शराब तस्करी का मामला दर्ज है। आरोपी जगतार सिंह जो कि सीटी सेंटर में सुरक्षा गार्ड के तौर पर कार्यरत है, के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में जिला शहीद भगत सिंह नगर (नवांशहर) में मामला दर्ज है। इस मामले में वह 29 मार्च को लुधियाना से जमानत पर बाहर आया है।