कृषि कानून के मसले पर आक्रामक हुई बीजेपी, देशभर में होंगी 700 चौपाल
By: Pinki Fri, 11 Dec 2020 12:41:41
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 16वां दिन है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर गुरुवार को मीडिया से मुखातिब हुए और एक बार फिर किसानों से आंदोलन खत्म करने की गुजारिश की। कृषि मंत्री की अपील का किसानों पर कोई असर नहीं हुआ। उन्होंने साफ और स्पष्ट शब्दों में आंदोलन जारी रखने का ऐलान कर दिया। किसान पहले दिन से तीनों कृषि कानून रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं। अब किसानों ने आंदोलन को बड़े स्तर पर ले जाने की ठान ली है। उधर, पंजाब के अलग-अलग इलाकों से 30 हजार और किसान दिल्ली आ रहे हैं। किसान नेता बूटा सिंह ने कहा कि कानून रद्द करने को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ, इसलिए जल्द ट्रेनें रोकने की तारीख का ऐलान करेंगे। वहीं भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार और किसान दोनों को पीछे हटना होगा। सरकार कानून वापस ले तो किसान अपने घरों को चले जाएंगे।
कृषि कानून के मसले पर किसानों और विपक्ष के विरोध का सामना कर रही भारतीय जनता पार्टी अब फ्रंटफुट पर खेलने की तैयारी में है। बीजेपी शुक्रवार से देश के अलग-अलग शहरों में 700 प्रेस कॉन्फ्रेंस और चौपाल का आयोजन करेगी। इसके जरिए मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून के फायदों को गिनाया जाएगा और किसानों को इसके बारे में समझाया जाएगा।
सरकार की ओर से बीते दिन कृषि कानून पर एक बुकलेट जारी की गई थी। इसें तीनों कृषि कानूनों के फायदों को गिनाया गया था। इसके अलावा कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कृषि कानून के फायदे गिनाए थे। दोनों ने किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील की थी। लेकिन किसान अपनी मांगों पर अड़े हुए है। ऐसे में बीजेपी ने पार्टी स्तर पर कृषि कानूनों के मसले को जनता के सामने पेश करने का प्लान बनाया है।
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों का किसान पुरजोर विरोध कर रहे हैं। पिछले दो हफ्तों से दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का डेरा है। केंद्र सरकार ने किसानों के साथ बात करने की कोशिश की, कानूनों में कुछ संशोधन भी सुझाए लेकिन बात नहीं बन सकी।
Bharatiya Janata Party to organise press conferences and 'chaupals' in all the districts of the country on the new farm bills from today. 700 press conferences and 700 'chaupals' to be organised in the coming days. pic.twitter.com/9OGwfbmWO2
— ANI (@ANI) December 11, 2020
बीजेपी ने विपक्ष पर लगाया आरोप
भारतीय जनता पार्टी ने लगातार कृषि कानून के मसले पर विपक्ष पर किसानों को भड़काने का आरोप लगाया है। बीजेपी का आरोप है कि विपक्ष किसानों के कंधे पर बंदूक रख चला रहा है और बिचौलियों का पक्ष ले रहा है। बीजेपी का दावा है कि तीनों कानून किसानों के फायदे के हैं, अगर किसानों को कुछ शंकाएं हैं तो बातचीत से हल निकल सकता है।
हाल ही में राजस्थान के पंचायत चुनाव और देश के अन्य राज्यों में हुए कुछ चुनावों में मिली जीत के बाद बीजेपी की ओर से इसे कृषि कानून पर समर्थन के तौर पर पेश किया गया। बीते दिनों प्रकाश जावड़ेकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि राजस्थान में दो करोड़ से अधिक किसानों ने बीजेपी के पक्ष में मतदान किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कई मौकों पर आरोप लगाया है कि विपक्ष किसानों को भड़का रहा है। पीएम मोदी ने कहा है कि सरकार MSP खत्म नहीं करेगी, मंडी सिस्टमों में भी किसी तरह का बदलाव नहीं होगा। सरकार की ओर से भी किसानों को जो लिखित संशोधन दिए गए थे, उनमें इनका जिक्र किया गया था। हालांकि, किसानों ने सरकार के संशोधनों को मानने से इनकार किया और कानून रद्द करने की मांग पर अड़े रहे।
पंजाब के किसान की बिहार जैसी हालत करना चाहती है मोदी सरकार- राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर किसान आंदोलन (Kisan Andolan) को लेकर ट्वीट किया है। राहुल ने एक चार्ट शेयर कर दावा किया है कि पंजाब और हरियाणा के किसीन सबसे ज्यादा कमाई करते हैं जबकि बिहार के किसान की कमाई कम है। राहुल ने लिखा है कि 'किसान चाहता है कि उसकी आय पंजाब के किसान जितनी हो जाए। मोदी सरकार चाहती है कि देश के सब किसानों की आय बिहार के किसान जितनी हो जाए।'
राहुल गांधी ने जो चार्ट शेयर किया है कि उसमें दावा किया गया है कि पंजाब के किसान सबसे ज्यादा कमाई करते हैं जबकि बिहार के किसान की सालाना आमदनी सबसे कम है। राहुल गांधी ने दावा किया गया है कि एक कृषक परिवार की कमाई का सालाना औसत 77,124 रुपये कमाता है। अगर इसे महीने में बांटे तो यह 6,427 रुपये होता है। दावा किया गया है कि यह मासिक आय, महीने के 6,223 रुपए के खर्च की सीमा को बड़ी मुश्किल से पार कर पाता है। ऐसे में किसानों के पास बहुत कम बचत हो पाती है।
किसान चाहता है कि उसकी आय पंजाब के किसान जितनी हो जाए।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 11, 2020
मोदी सरकार चाहती है कि देश के सब किसानों की आय बिहार के किसान जितनी हो जाए। pic.twitter.com/8lqEfUf2td
ये भी पढ़े :
# रेल यात्रियों के लिए बड़ी खबर, अभी नहीं मिलेगी जनरल टिकट, रेल मंत्रालय ने वापस लिया फैसला
# अच्छी खबर: दिल्ली में एक दिन में सिर्फ 1575 मरीज मिले, यहां अब कुल 18,753 एक्टिव केस
# देशभर में आज डॉक्टरों की हड़ताल, जानिए क्या खुलेगा और क्या रहेगा बंद
# कनाडा में जल्द शुरू होगा वैक्सीनेशन, सबसे पहले दी जाएगी हाई रिस्क वाले लोगों को