गुजरात के तट से आज टकराएगा 'वायु' तूफान, तटरक्षक बल, सेना, नौसेना, वायु सेना अलर्ट पर, लाखों लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया
By: Pinki Thu, 13 June 2019 08:18:12
चक्रवात वायु के आज गुरुवार को गुजरात के तट पर टकराने की आशंका है। नौसेना ने खुद को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखा है। ‘बेहद गंभीर’ की श्रेणी में रखे गए इस चक्रवात की संभावित आपदा के खतरे को देखते हुये दस जिलों को अलर्ट जारी किया गया है और इसके तट पर टकराने के 24 घंटे बाद भी ताकतवर बने रहने की आशंका जाहिर की गई है। आमतौर पर चक्रवात तट से टकराने के बाद कमजोर पड़ जाता है। चक्रवाती तूफान वायु के राज्य में दस्तक देने के साथ इसकी रफ्तार 150 किमी प्रति घंटा से ज्यादा होने की संभावना है। अधिकारियों ने कहा कि अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से सौराष्ट्र के पोरबंदर, दीव, कांडला, मुंद्रा और भावनगर के लिए उड़ान परिचालन को गुरुवार को रद्द कर दिया गया है, जबकि गुजरात के सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है। गुजरात तट से पर्यटकों को जल्द से जल्द चले जाने को कहा गया है।दो विशेष निकासी ट्रेनों को सेवा में लगाया गया है। इसमें से एक सौराष्ट्र के ओखा से राजकोट के लिए बुधवार शाम 5:45 बजे और दूसरी शाम 8:05 बजे अहमदाबाद के लिए रवाना हुई
गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि चक्रवात वायु से उत्पन्न खतरे को देखते हुए निचले इलाकों से करीब 3.10 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेज दिया गया है और राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 52 टीमों को तैनात कर दिया गया है। अमित शाह ने बताया कि तटरक्षक बल, नौसेना, सेना और वायु सेना की इकाइयों को तैयार रखा गया है और विमानों एवं हेलीकॉप्टरों की मदद से हवाई निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस तूफान के पोरबंदर तथा संघ शासित प्रदेश दीव के बीच कहीं पहुंचने की आशंका है और वह लोगों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करते हैं।
Gujarat: The shed at the entrance of Somnath Temple, in Gir Somnath district, damaged due to strong winds. #CycloneVayu pic.twitter.com/RpFjZzXUj4
— ANI (@ANI) June 13, 2019
रेलवे ने रद्द कीं 70 ट्रेनें
पश्चिम रेलवे ने बुधवार को बुलेटिन में बताया कि चक्रवात वायु के चलते आने वाली संभावित आपदा को देखते हुये रेलवे ने 70 ट्रेनों को रद्द कर दिया और 28 ट्रेनों को आंशिक रूप से समाप्त करते हुये गंतव्य से पहले ही रोकने का फैसला किया है। पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता रवींद्र भाखर ने यह जानकरी दी।
लोगों की दिक्कतों को देखते हुए पश्चिम रेलवे की विशेष राहत ट्रेनें चलाने की योजना है। ये विशेष ट्रेनें गांधीधाम, भावनगर पारा, पोरबंदर, वेरावल और ओखा से प्रत्येक जगह से चलेंगी ताकि वहां से लोगों को निकालने में मदद मिले।
गुजरात में परिवहन सेवाएं, बंदरगाह पर कामकाज रोका गया
गुजरात तट के नजदीक स्थित सभी बंदरगाहों और हवाई अड्डों पर चक्रवात ‘वायु’ को देखते हुए ऐहतियात के तौर पर कामकाज अस्थायी तौर पर रोक दिया गया है। यह जानकारी बुधवार को राज्य सरकार की ओर से दी गई।
हवाई अड्डे भी चक्रवात समाप्त होने तक बंद रहेंगे
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने संवाददाताओं से कहा कि भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार शाम तक हवा की रफ्तार 120 किमी प्रति घंटे से ज्यादा रहने की जानकारी अपडेट की है और हवा के झोंको की रफ्तार 175 किमी प्रति घंटे हो सकती है। मुख्यमंत्री ने स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशंस सेंटर में राज्य प्रशासन के साथ गांधीनगर में समीक्षा बैठक की है। इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा, ‘राज्य सरकार ने गुजरात के तट पर स्थित सभी बंदरगाहों पर संचालन रोकने का निर्णय किया है। ऐहतियाती कदम के तौर पर सौराष्ट्र क्षेत्र के सभी हवाई अड्डे भी चक्रवात समाप्त होने तक बंद रहेंगे।’ उन्होंने कहा कि उस क्षेत्र में स्थित तीर्थस्थलों के लिए बस सेवाएं भी रद्द कर दी गई हैं। चूंकि कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्र स्थित सभी हवाई अड्डों को अपने संचालन पूरी तरह से बंद करने को कह दिया गया है, अहमदाबाद हवाई अड्डे से इन स्थलों के लिए उड़ानें बृहस्पतिवार को रद्द रहेंगी। उन्होंने यह भी कहा हमने पहले केवल कच्चे घरों में रहने वालों को स्थानांतरित करने की योजना बनाई थी, लेकिन चक्रवात के गंभीर होने की आशंका के कारण तटीय गांवों में सभी लोगों को स्थानांतरित करने का फैसला किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार की सफलता तभी होगी, जब कोई जान नहीं जाए।
शहर स्थित हवाई अड्डे की ओर से जारी बयान में कहा गया,‘अहमदाबाद से पोरबंदर, केंद्र शासित प्रदेश दीव, कांडला, मुंद्रा और भावनगर के लिए उड़ानें कल के लिए रद्द हैं। अहमदाबाद से अन्य स्थलों के लिए उड़ानें सामान्य रूप से संचालित होंगी।’
एक अधिकारी ने कहा कि चक्रवात से कच्छ, मोरबी, जामनगर, जूनागढ़, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, राजकोट, अमरेली, भावनगर और गिर सोमनाथ जिलों के प्रभावित होने की आशंका है।