दिल्ली में कोरोना के 2373 नए मामले, संक्रमितों का आंकड़ा 92 हजार के पार; कुल 2864 लोगों की हुई मौत
By: Pinki Thu, 02 July 2020 10:18:19
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार मिलना जारी है। गुरुवार को दिल्ली में कोरोना के 2 हजार 373 नए मरीज सामने आए। इसके साथ ही यहां कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 92 हजार 175 पहुंच गयी है। वहीं, कोरोना वायरस की इस महामारी की वजह से आज 61 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस की बीमारी से मरने वालों को आंकड़ा बढ़कर 2 हजार 864 हो गया है। राजधानी में अब तक 63 हजार 7 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। राजधानी में अभी 26 हजार 304 सक्रिय मामले हैं।
दिल्ली स्वास्थ विभाग ने जानकारी दी कि गुरुवार को दिल्ली में 20 हजार 22 कोरोना जांच की गई। इसमें 10 हजार 978 आरटी-पीसीआर टेस्ट और 9 हजार 844 रैपिड एंटीजन टेस्ट जांच शामिल हैं। दिल्ली में कंटेनमेंट जोन की संख्या 445 हो गई है।
अरविंद केजरीवाल ने शुरू किया प्लाज्मा बैंक
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को देश के पहले प्लाज्मा बैंक का उद्घाटन किया। इसे ILBS अस्पताल चलाएगा। यह बैंक कोविड-19 के रोगियों के लिए बहुत बड़ी मदद है। केजरीवाल ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी बताया कि कौन, कहां, कैसे, किस प्रक्रिया के तहत प्लाज्मा दान कर सकता है। उन्होंने इसके लिए टोल फ्री नंबर 1031 और व्हाट्सएप नंबर 8800007722 जारी किया है। इन नंबरों पर डोनर रजिस्ट्रेशन करा सकता है। इस पर दान करने के इच्छुक लोग फोन कर प्लाज्मा दान करने की आगे की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। केजरीवाल ने य भी साफ कर दिया है कि जिन लोगों को प्लाज्मा की जरूरत है वो इस नंबर पर बिल्कुल कॉल न करें।
ILBS अस्पताल ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित और उसके बाद ठीक हो चुके लोग अपना प्लाज्मा डोनेट कर सकते हैं। अस्पताल का कहना है कि ऐसे लोगों का संक्रमण से ठीक हुए कम से कम 14 दिन हो जाना चाहिए और डोनर खुद को पूरी तरह से स्वस्थ अनुभव कर रहा हो।
ऐसे लोग जो प्लाज्मा डोनेट कर सकते हैं
- कोरोना पॉजिटिव हुए हों
- अब निगेटिव हो गए हों
- ठीक हुए 14 दिन हो गए हों
- स्वस्थ महसूस कर रहे हों और प्लाज्मा डोनेट करने के लिए उत्साहित हों
- उम्र 18 से 60 वर्ष के बीच हों
ऐसे लोग जो प्लाज्मा नहीं दे सकते
- जिनका वजन 50 किलो से कम है
- महिला जो कभी भी प्रेग्नेंट रही हो या अभी हों
- डायबिटीज के मरीज जो इंसुलिन ले रहे हो
- ब्लड प्रेशर 140 से ज्यादा हो
- ऐसे मरीज जिनको बेकाबू डायबिटीज हो या हाइपरटेंशन हो
- कैंसर से ठीक हुए व्यक्ति
- जिन लोगों को गुर्दे/ह्रदय/ फेफड़े या लीवर की पुरानी बीमारी हो