लॉकडाउन की ये 5 घटनाएं, आपको भीतर तक हिला देंगी...
By: Pinki Tue, 12 May 2020 4:41:14
कोरोना (Corona) काल में इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं जो कठोर से कठोर व्यक्ति को भी झकझोर रही हैं।
पहली घटना : मध्यप्रदेश के बड़वानी में एक अलग ही दृश्य दिखाई दिया, जहां सोशल डिस्टेंसिंग की खुलेआम धज्जियां उड़ीं। दअरसल, मध्यप्रदेश सरकार पैदल अपने गृह राज्यों में जा रहे प्रवासी मजदूरों के लिए बसों की व्यवस्था कर रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा अब किसी मजदूर को पैदल नहीं चलना पड़ेगा। उन्होंने कलेक्टरों को दिए है कि एनी राज्यों के लिए पैदल जा रहे मजदूरों को बस की व्यवस्था की जाए इसके साथ ही मजदूरों के लिए भोजन और उनके रहने की व्यवस्था करने के भी अफसरों को निर्देश दिए है। लेकिन इसके उलट नजारा कुछ और ही देखने को मिला। जिन बसों का इंतजाम सरकार ने किया था उनमें मजदूरों को खचाखच भरा जा रहा है। नरेन्द्र मोदी द्वारा कही गई 2 गज की दूरी तो छोड़िए लोगों के बीच 2 इंच की दूरी भी नहीं है। बड़वानी में मजदूरों को चिलचिलाती धूप में बसों की छत पर तक बिठा दिया गया। 32 सीटर बस में अंदर व छत पर लगभग 60 से 70 मजदूरों को बैठा दिया गया। हालांकि फिर प्रशासन का कहना है कि हमने समझाने की कोशिश की, लेकिन लोग नहीं माने।
दूसरी घटना : मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर के करेली रोड पर एक दर्दनाक दृश्य सामने आया, जहां बराझ गांव के पास मजदूरों से भरी एक बस पलट गई। बस में पुरुष, महिलाओं और बच्चों सहित लगभग 50 लोग थे। सभी मजदूर महाराष्ट्र से सीधी के लिए जा रहे थे। 3 मजदूरों की हालत नाजुक बताई जा रही है। सभी को गांव वालों की मदद से सुरक्षित निकाला गया। बस पलटने की वजह टायर फटना बताया जा रहा है।
तीसरी घटना : मुंबई से उत्तर प्रदेश जा रहे दो स्कूटी सवार हादसे का शिकार हो गए। राजगढ़ जिले के सारंगपुर हाइवे के बाईपास NH3 पर उनकी स्कूटी को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। दुर्घटना में स्कूटी के परखच्चे उड़ गए और वाहन सवार दोनों व्यक्ति भी सड़क पर गिर गए। काफी समय तक वे तड़पते रहे। हाइवे से निकल रहे लोग संक्रमण के डर से उनकी मदद के लिए नहीं रुका। दोनों युवकों के नाम विशाल और जगदम्बा बताए जा रहे हैं।
चौथी घटना : गुजरात के बनासकांठा जिले में भाभर तहसील के मेरा गांव एक ऐसा नजारा देखने को मिला जिसको देखने के बाद आंखों से आसू फूट पड़े। यहां, एक बच्चा राहगीरों को लावारिस हालत में मिला। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि बच्चा जिंदा नहीं है। 45 डिग्री की गर्मी के बीच कोई इसे यहां छोड़ गया था। पुलिस ने बच्चे को फेंकने वाले अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आसपास पता लगाया जा रहा है कि प्रसव कहां-कहां हुआ है। इस बच्चे का शव प्रणाम की मुद्रा में था।
पांचवी घटना : सूरत के सलाबतपुरा क्षेत्र में सोमवार सुबह निर्दयी पिता ने अपनी 9 महीने की बेटी को इसलिए मार डाला क्योंकि बच्ची उसकी नींद में खलल डाल रही थी। पिता उवेश हसन शेख ने अपनी बच्ची के सिर, सीने पर मुक्के मारे और फिर जमीन पर पटककर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया हैं।