CWG 2018 टेबल टेनिस : शरथ ने जीता कांस्य पदक
By: Priyanka Maheshwari Sun, 15 Apr 2018 08:27:54
भारत के टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरथ ने यहां जारी 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में आखिरी दिन रविवार को पुरुषों की एकल वर्ग स्पर्धा का कांस्य पदक अपने नाम कर लिया। शरथ ने कांस्य पदक के लिए खेले गए इस मैच में इंग्लैंड के सैमुएल वॉकर को मात दी।
शरथ के लिए यह जीत आसान नहीं थी। उन्होंने सैमुएल को 4-1 (11-7, 11-9, 9-11, 11-6, 12-10) से हराकर इस मैच को जीता और आखिरकार कांस्य पदक जीतने में सफल रहे।
बैडमिंटन : सायना ने जीता सोना, पीवी सिंधु को करना पड़ा सिल्वर से संतोष
सायना नेहवाल ने हमवतन और रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता पी.वी सिंधु को हराकर रविवार को महिला एकल वर्ग का स्वर्ण पदक अपने नाम किया। सायना ऐसे में राष्ट्रमंडल खेलों में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बन गई हैं। लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता सायना ने सिंधु को 56 मिनट तक चले इस मैच में 21-18, 23-21 से मात देकर राष्ट्रमल खेलों का दूसरा स्वर्ण पदक अपने नाम किया। वही सिंधु को हार के कारण सिल्वर पदक से संतोष करना पड़ा।
सायना ने पहले गेम में अच्छी शुरुआत की। उन्होंने 8-4 से बढ़त हासिल की। अधिक अनुभवी होने के कारण सायना ने सिंधु को अधिक अंक नहीं लेने दिए। हालांकि, सिंधु ने अच्छी वापसी करने की कोशिश की और स्कोर 18-20 कर लिया। यहां सायना ने एक अंक लेते हुए गेम 21-18 से अपने नाम कर लिया।
दूसरे गेम में वर्ल्ड नम्बर-3 सिंधु ने अच्छी शुरुआत की थी। उन्होंने 7-5 से बढ़त हासिल की। सायना ने अंक लेते हुए स्कोर 8-10 कर लिया।
सिंधु ने यहां फिर अंक लेते हुए 16-14 से फिर बढ़त हासिल कर ली। वह अच्छे अंक लेते हुए बढ़त बनाए हुए थी, लेकिन सायना ने अपने अनुभव का फायदा उठाते हुए शानदार वापसी की और 20-20 से बराबरी कर ली।
इसके बाद, सायना ने यहां फिर 21-20 से बढ़त बनाई। सिंधु ने एक अंक लेकर 21-21 से स्कोर बराबर कर लिया, लेकिन सायना ने दो अंक बटोरने के साथ ही 23-21 से दूसरा गेम अपने नाम करने के साथ स्वर्ण पदक पर कब्जा जमा लिया।
वर्ल्ड नम्बर-12 सायना ने इससे पहले 2010 में राजधानी दिल्ली में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में भी स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।
सिंधु को भले ही रजत पदक से संतोष करना पड़ा हो, लेकिन वह 2014 में ग्लास्गो में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में मिले कांस्य पदक के रंग को बदलने में कामियाब रही हैं।