अच्छी खबर : चीन से लौटे सभी 645 भारतीय कोरोना वायरस से पूरी तरह सुरक्षित
By: Pinki Fri, 07 Feb 2020 09:02:40
चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 636 हो गई है। इसके अलावा 30000 से ज्यादा लोग प्रभावित हैं जिसमें ज्यादातर लोग वुहान से हैं। चीन से फैले कोरोना वायरस को लेकर भारत भी पूरी तरह से अलर्ट है। लेकिन इस बीच भारत के लिए एक अच्छी खबर है। चीन से लौटे सभी 645 भारतीय कोरोना वायरस से पूरी तरह सुरक्षित हैं। इन सभी 645 भारतीयों में कोरोना वायरस का कोई विषाणु नहीं पाया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'चीन से लौटे इन सभी 645 भारतीयों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। गुरुवार को आई जांच रिपोर्ट से पता लगा है कि ये सभी छात्र व अन्य व्यक्ति कोरोना वायरस से पूरी तरह सुरक्षित हैं।'
एअर इंडिया के विशेष विमान से लाए गए सभी 645 भारतीय नागरिकों को सेना और आईटीबीपी द्वारा बनाए गए अलग-अलग केंद्रों में रखा गया था।
Health Ministry: All 645 evacuees from Wuhan, China have tested negative for #Coronavirus. No new case has been reported pic.twitter.com/C3nuKzgR3j
— ANI (@ANI) February 6, 2020
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि छह फरवरी तक 1,265 उड़ानों के 1,38,750 यात्रियों की कोरोना वायरस जांच की गई, लेकिन अब तक कोई नया मामला सामने नहीं आया है। भारत में अभी तक सिर्फ केरल में ही कोरोना वायरस के तीन मामलों की पुष्टि हुई है। भारत लौटे वुहान यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने वाले इन 3 मेडिकल छात्रों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इन तीनों की स्थिति स्थिर बनी हुई है।
चीनी डॉक्टर की मौत
बता दे, चीन में कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण की सबसे पहले जानकारी देने वाले डॉक्टर ली वेनलियांग की गुरुवार ओ मौत हो गई। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक डॉक्टर ली वेनलियान्ग की मौत कोरोना वायरस की चपेट में आने से हुई है। कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद डॉक्टर ली वेनलियान्ग ने 12 जनवरी को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। वो एक मरीज के संपर्क में आने के बाद कोरोना वायरस की चपेट में आए थे। 34 वर्षीय वेनलियांग ने पिछले साल 30 दिसंबर को अन्य डॉक्टरों को महामारी के बारे में चेतावनी दी थी। वेनलियांग ने अपने मेडिकल कॉलेज के साथियों को चीनी मैसेजिंग ऐप वीचैट पर बताया था कि स्थानीय सी फूड बाजार से आए सात मरीजों का सार्स जैसे संक्रमण का इलाज किया जा रहा है और उन्हें अस्पताल के अलग वार्ड में रखा गया है। उन्होंने बताया था कि टेस्ट में साफ हुआ है कि यह वायरस कोरोना समूह का है।
बता दे, चीन ने पिछले हफ्ते 1,500 बिस्तरों वाला एक नया अस्थायी अस्पताल खोला जो विशेष रूप से वायरस संक्रमित रोगियों के लिए बनाया गया है। इसके पहले वुहान में 1000 बिस्तरों वाले अस्पताल की शुरुआत की गई थी।