पति-पत्नी के अनोखें रिश्ते को करें और मज़बूत ध्यान में रख इन बातों को
By: Ankur Thu, 28 Dec 2017 2:24:34
पति-पत्नी के रिश्ते को इस संसार का सबसे अनोखा रिश्ता कहा जाता हैं जो संयम, प्यार और आपसी विश्वास से बना हुआ रिश्ता होता हैं। इस रिश्ते की डोर के छोर दो अलग-अलग परिवार होते हैं। लेकिन इस डोर को बाँध पाना इतना आसान काम नहीं होता तो इतना मुश्किल नही नहीं होता। सिर्फ कुछ बातों का ध्यान रखकर आप अपने इस रिश्ते को मजबूत कर सकते हैं। तो आइये हम बताते हैं आपको वो बातें जिनसे आप अपने रिश्ते को मजबूत बना पायें।
* विश्वास जीते :
यदि आप चाहते हैं कि आप अपने साथी से सभी समस्याओं खासकर सेक्स समस्याओं के बारे में बातचीत कर सकें तो आपको अपने साथी को विश्वास में लेना होगा। यदि आपका अपने साथी पर भरोसा है तो आप बेझिझक अपने साथी को अपनी समस्या से रूबरू करवा सकते हैं।
* एक दूसरे को सम्मान दे :
पति-पत्नी का एक दूसरे के प्रति सम्मान की भावना रखना बहुत जरुरी है। यदि वो एक दूसरे को सम्मान नहीं देंगे तो रिश्ता कमजोर हो जाता हैं। दोनों एक दूसरे की भावनाओ को नहीं समझ पाते और कभी-कभी तो उनके बीच उलझने बढ़ जाती हैं। और वो एक-दूसरे के प्रति आदर न होने ही वजह से सुलझ भी नहीं पाते। इसलिए पति-पत्नी को आपस में एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए और अपने रिश्ते को मजबूत बनाना चाहिए।
* एक दूसरे को समय दें :
शादी के बाद ज्यादातर रिश्तो में कलह का कारण होता है की साथी एक दूसरे को पूरा समय नहीं देते है, जिसके कारण उनके बीच समय के साथ प्यार कम होने लगता है, और सिर्फ काम की ही बातें रह जाती है, क्योंकि पति बाहर के कामो में और पत्नी घर और बच्चों को ही अपना जीवन समझ लेते है, ऐसे रिश्ते में किसी भी तरह का कोई उत्साह भी नहीं रह जाता है, इसके लिए जरुरी है की आप अपने जीवन में आनंद को बनाएं रखने के लिए अपने साथी को पूरा समय दें, और कभी भी अपने काम की वजह से अपने की मधुरता को कही गुम न होने दें, और अपने साथी के साथ मिलकर प्यार भारी यादों को बनाएं।
* संवाद है जरूरी :
किसी भी बात को अपने साथी को बताने के लिए जरूरी है कि आप अपने साथी से लगातार संवाद करते रहें। यदि आप दोनों के बीच अच्छी तरह से बातचीत होगी तो आप सहज रूप से अपनी बात कह सकेंगे।
* प्यार जताएं :
यदि आप अपने साथी को अपनी कोई सेक्स समस्या से रूबरू करवाने जा रहे हैं तो आप उसे सीधे-सपाट शब्दों में ना कहें बल्कि उसके लिए थोड़ा समय लें और अपने साथी को बातचीत और प्यार से सहज करें। इसके बात सामान्य बातचीत के बाद ही अपनी समस्या बताएं।