जानें कौनसे है कोरोना के रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन
By: Anuj Sat, 25 Apr 2020 3:39:45
देश के कई हिस्सों को लॉकडाउन से राहत देने के लिए केंद्र सरकार की योजना के तहत देश को अब रेड, ऑरेंज और ग्रीन तीन जोन में बांटा जाएगा। देश के कई राज्यों को इन तीन जोनों में बांटने का काम अलग-अलग राज्यों में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों की संख्या के आधार पर किया जाएगा। चीन के वुहान शहर को इसी तरह रेड, ऑरेंज और ग्रीन तीन जोन में बांटा गया था। ये वर्गीकरण राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या के हिसाब से किया गया है। लॉकडाउन में लोगों को कुछ राहत देने के लिए है।
रेड जोन
सरकार ने हॉटस्पॉट उन जिलों को रेड जोन के नाम से चिन्हित किया है जहां कोविड 19 के मामलों की संख्या ज्यादा है और संक्रमण की ग्रोथ रेट अधिक दर्ज की गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने रेड जोन के तहत ही 170 जिलों को सूचीबद्ध किया है। इनमें 123 जिले ऐसे हैं जहां कोरोना का अधिक कहर देखा गया जबकि 47 हॉटस्पॉट जिलों को क्लस्टर्स में बांटा गया है। अब इन क्षेत्रों में सरकार डोर-टू-डोर सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।
ऑरेन्ज जोन
इस श्रेणी में वे क्षेत्र आते हैं, जहां पिछले कुछ समय में संक्रमण के सीमित मामले आए हैं। यहां सीमित एक्टिविटी जैसे पब्लिक ट्रांसपोर्ट, खेती के उत्पादों की हार्वेंस्टिंग आदि के लिए ही परमिशन है। छोटे एवं मध्यम उद्योग (MSMEs) के तहत आने वाले सामान जैसे गेहूं का आटा, खाद्य तेल आदि के परिवहन के लिए भी यहां परमिशन होगी। हॉटस्पॉट जिलों में ऑरेन्ज जोन वे जिले होंगे जहां पिछले 14 दिनों में एक भी कोरोना पॉजिटिव का केस सामने नहीं आया है।
ग्रीन जोन
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार ग्रीन जोन ऐसे जिले हैं जहां कोरोना वायरस का एक भी पॉजिटिव केस चिन्हित नहीं किया गया है। इन जिलों की लिस्ट के अलावा अन्य वे जिले जहां पिछले 28 दिनों से एक भी कोरोना पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है, उन्हें भी इस ग्रीन जोन की सूची में शामिल किया जाएगा। इसके चलते इन क्षेत्रों में कुछ सेक्टर को सरकार की योजना के अनुसार छूट दी जा सकती है, जैसे-आवश्यक सेवाएं, बिजनेस मूवमेंट आदि। शराब की दुकानों को खोला जाना राज्य सरकार के रेवेन्यू में बड़ी भूमिका निभा सकता है, ऐसे में इस जोन में इसे शामिल किया जा सकता है।
रेड और आरेंज जोन में अंतर
रेड और आरेंज जोन में अंतर समझाते हुए उन्होंने कहा कि रेड जोन में वे इलाके शामिल हैं, जहां कोरोना के हॉटस्पॉट हैं। जबकि आरेंज जोन में कोई भी हॉटस्पॉट एरिया नहीं है। रेड जोन को भी दो भागों में बांटा गया है। रेड जोन में कुछ ऐसे इलाके हैं, जहां कोरोना का आउटब्रेक हुआ है। ऐसे जिलों की संख्या 123 है। इसके अलावा कुछ रेड जोन वाले जिले में कोरोना के बहुत सारे मरीज सामने आए हैं। वहां कलस्टर बन गए हैं। ऐसे जिलों की संख्या 47 हैं