सुसाइड फ़ोरेस्ट के नाम से मशहूर है यह जंगल
By: Anuj Wed, 13 May 2020 10:55:33
लोग इस वक्त क्वारेंटाइन में हैं और लॉकडाउन के समय में अपना-अपना ध्यान भटकाने की कोशिश में और मनोरंजन की कोशिश में लगे हैं, लेकिन क्यों न हम इस दौरान किसी नई जगह के बारे में जान लें। आज बात करते हैं एक ऐसे जंगल की जो सुसाइड फॉरेस्ट के नाम से मश्हूर है। ये जापान में है। इस जंगल में एंट्री करते टाइम आपको कुछ ऐसा लिखा हुआ मिलेगा जिसे पढ़कर आपका अंदर जाने का मन नहीं करेगा। ये हरा-भरा सुंदर दिखने वाला जंगल मॉर्निंग वॉक के लिए नहीं बल्कि इससे जुड़ी डरावनी कहानियों के लिए जाना जाता है।
जंगल की लोकेशन
सूइसाइड फॉरेस्ट माउंट फूजी के नॉर्थवेस्ट में स्थित है। यह 35 स्क्वेयर किमी के बड़े एरिया में फैला हुआ है। यह जंगल इतना घना है कि इसे पेड़ों का सागर भी कहते हैं। इस जंगल में खो जाना आम बात है, यह जंगल इतना घना है कि यहां से निकलकर आना बेहद मुश्किल है।
सुसाइड जगहों में मिला है दूसरा स्थान
जापान के इस फॉरेस्ट को सुसाइड प्वाइंट में दूसरा नंबर मिला है। आपको बता दें कि यहां पहला गोल्डेन गेट है। इस जंगल की दूरी जापान की राजधानी टोक्यो से महज दो घंटे से भी कम है।
जाकर वापस लौटना मुश्किल
फूजी पर्वत की तराई में स्थित ऐकिगहारा में पेड़ों का जाल है। जंगल काफी घना है और पथरीली जमीन है। मिट्टी इतनी घनी और टाइट है कि उसमें खुदाई भी नहीं हो सकती। पेड़ इतने घने हैं कि वहां सूरज की रोशनी तक नहीं पहुंचती। मिट्टी में लोहा के अवसाद जमा होने की वजह से जीपीएस और सेल फोन भी काम नहीं करते। ऐसे में वहां जाकर खो जाना आम सी बात है।
सुसाइड फॉरेस्ट में एंट्री करते टाइम इस मैसेज को पढ़ें
जापान के इस फॉरेस्ट में एंट्री करते टाइम आपको ऐसा मैसेज पढ़ने को मिलेगा जिसे पढ़ने के बाद आपको इस फॉरेस्ट में एंट्री करने से डर लगेगा। “ध्यान से अपने बच्चों, परिवार और अपने जीवन के बारे में सोचें जो कि आपके माता-पिता का दिया अनमोल तोहफा है।“ अब आप ही सोचिए जिस फॉरेस्ट में एंट्री करते टाइम ही आपको ऐसा मैसेज पढ़ने को मिल जाएं क्या आपको डर नहीं लगेगा। ये चेतावनी भरे शब्द आपको पढ़ने को मिलेंगे जापान के ऑकिगहरा जंगल का प्रवेश करने पर। इस जंगल को पूरी दुनिया में सुसाइड फॉरेस्ट के नाम से भी जाना जाता है।
जंगल से जुड़ी डरावनी कहानियां
जापानी मॉयथॉलजी के मुताबिक इस जंगल में मरे हुए लोगों की आत्माएं रहती हैं। ऑफिशल रेकॉर्ड्स की मानें तो यहां 2003 से करीब 105 डेडबॉडीज खोजी जा चुकी हैं इनमें से ज्यादतर बुरी-तरह सड़ चुकी थीं, कुछ को जानवरों ने खा डाला था। जापान के धार्मिक लोगों का मानना है कि इस जंगल में हुई आत्महत्याओं की वजह से यहां पैरानॉर्मल ऐक्टिविटीज होने लगी हैं।