न्यूज़
Trending: Israel Iran War Sonam Raghuvanshi Housefull 5 Narendra Modi Rahul Gandhi

दक्षिण के चोल मंदिरों के रूप में जाना जाता है - ऐरावतेश्वर मंदिर

ऐरावतेश्वर मंदिर, द्रविड़ वास्तुकला का एक हिंदू मंदिर है जो दक्षिणी भारत के तमिलनाड़ु राज्य में कुंभकोणम के पास दारासुरम में स्थित है

Posts by : Priyanka Maheshwari | Updated on: Sun, 29 Apr 2018 10:49:25

दक्षिण के चोल मंदिरों के रूप में जाना जाता है - ऐरावतेश्वर मंदिर

ऐरावतेश्वर मंदिर, द्रविड़ वास्तुकला का एक हिंदू मंदिर है जो दक्षिणी भारत के तमिलनाड़ु राज्य में कुंभकोणम के पास दारासुरम में स्थित है। 12वीं सदी में राजराजा चोल द्वितीय द्वारा निर्मित इस मंदिर को तंजावुर के बृहदीश्वर मंदिर तथा गांगेयकोंडा चोलापुरम के गांगेयकोंडाचोलीश्वरम मंदिर के साथ यूनेस्को द्वारा वैश्विक धरोहर स्थल बनाया गया है, इन मंदिरों को महान जीवंत चोल मंदिरों के रूप में जाना जाता है। खासकर दक्षिण भारत में अधिकांश हिन्दू देवी-देवताओं के मंदिरों के निर्माण का श्रेय चोल राजवंश को जाता है। इतिहास के कई साक्ष्यों में चोल राजाओं को सूर्यवंशी कहकर भी वर्णित किया गया है। अशोक काल के कई अभिलेखों में चोल राजाओं के विषय में अधिक जानकारी प्राप्त होती है। जैसे-जैसे चोलों की शक्ति बढ़ती गई उन्होंने अपने गौरव और एश्वर्य को प्रदर्शित करने के लिए कई कार्य करने शुरू किए, जिनमें एक मंदिर निर्माण भी था। मंदिरों की भव्यता और ऊंचाई काफी ज्यादा मायने रखती थी इसी से राजा के शौर्य, वीरता और उदारता के बारे में पता चलता था। इसी क्रम में आज हमारे साथ जानिए दक्षिण भारत में मौजूद चोल राजाओं द्वारा निर्मित आकर्षक मंदिरों में एक एरावतेश्वर मंदिर के बारे में। इस मंदिर को वर्ष 2004 में महान चोल जीवंत मंदिरों की सूची में शामिल किया गया। महान चोल जीवंत मंदिरों की सूची में तंजावुर का बृहदीश्वर मंदिर, गांगेयकोंडा चोलापुरम का गांगेयकोंडाचोलीश्वरम मंदिर और दारासुरम का ऐरावतेश्वर मंदिर शामिल हैं। इन सभी मंदिरों को 10 वीं और 12 वीं सदी के बीच चोलों द्वारा बनाया गया था और इनमे बहुत सी समानताएं हैं।

airavatesvara,shiva temple,tamil nadu,travel,holidays

भगवान शिव को समर्पित है

ऐरावतेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। शिव को यहां ऐरावतेश्वर के रूप में जाना जाता है क्योंकि इस मंदिर में देवताओं के राजा इंद्र के सफेद हाथी एरावत द्वारा भगवान शिव की पूजा की गई थी। ऐसा माना जाता है कि ऐरावत ऋषी दुर्वासा के श्राप के कारण अपना रंग बदल जाने से बहुत दुखी था, उसने इस मंदिर के पवित्र जल में स्नान करके अपना रंग पुनः प्राप्त किया। मंदिर के भीतरी कक्ष में बनी एक छवि जिसमें ऐरावत पर इंद्र बैठे हैं, के कारण इस धारणा को माना जाता है। इस घटना से ही मंदिर और यहां आसीन इष्टदेव का नाम पड़ा। कहा जाता है कि मृत्यु के राजा यम ने भी यहाँ शिव की पूजा की थी। परंपरा के अनुसार यम, जो किसी ऋषि के शाप के कारण पूरे शरीर की जलन से पीड़ित थे, ऐरावतेश्वर भगवान द्वारा ठीक कर दिए गए। यम ने पवित्र तालाब में स्नान किया और अपनी जलन से छुटकारा पाया। तब से उस तालाब को यमतीर्थम के नाम से जाना जाता है।

airavatesvara,shiva temple,tamil nadu,travel,holidays

मंदिर में शिलालेख

इस मंदिर में विभिन्न शिलालेख हैं। इन लेखों में से एक में कुलोतुंगा चोल तृतीय द्वारा मंदिरों का नवीकरण कराए जाने का पता चलता है। बरामदे की उत्तरी दीवार पर शिलालेखों के 108 खंड हैं, इनमें से प्रत्येक में शिवाचार्या (शिव को मानने वाले संत) के नाम, वर्णन व छवियां बनी है जो उनके जीवन की मुख्य घटनाओं को दर्शाती हैं। गोपुरा के पास एक अन्य शिलालेख से पता चलता है कि एक आकृति कल्याणी से लायी गई थी, जिसे बाद में राजाधिराज चोल प्रथम द्वारा कल्याणपुरा नाम दिया गया, पश्चिमि चालुक्य राजा सोमेश्वर प्रथम से उसकी हार के बाद उनके पुत्र विक्रमादित्य षष्ठम (VI) और सोमेश्नर द्वितीय ने चालुक्यों की राजधानी पर कब्जा कर लिया।

airavatesvara,shiva temple,tamil nadu,travel,holidays

मंदिर कला और स्थापत्य का भंडार है

यह मंदिर कला और स्थापत्य कला का भंडार है और इसमें पत्थरों पर शानदार नक्काशी देखने को मिलती है। हालांकि यह मंदिर बृहदीश्वर मंदिर या गांगेयकोंडाचोलीश्वरम मंदिर से बहुत छोटा है, किंतु विस्तार में अधिक उत्तम है। ऐसा इसलिए है क्योंकि कहा जाता है कि यह मंदिर नित्य-विनोद, "सतत मनोरंजन, को ध्यान में रखकर बनाया गया था। विमाना (स्तंभ) 24 मीटर (80फीट) उंचा है। सामने के मण्डपम का दक्षिणी भाग पत्थर के बड़े पहियों वाले एक विशाल रथ के रूप में है जिसे घोड़ें द्वारा खींचा जा रहा है। भीतरी आंगन के पूर्व में बेहतरीन नक्काशीदार इमारतों का एक समूह स्थित है जिनमें से एक को बलिपीट (बलि देने का स्थान) कहा जाता है। बलीपीट की कुरसी पर एक छोटा मंदिर बना है जिसमें गणेश जी की छवि अंकित है। चौकी के दक्षिणी तरफ शानदार नक्काशी से युक्त 3 सीढ़ियों का एक समूह है। चरणों पर प्रहार करने से विभिन्न संगीत ध्वनियां उत्पन्न होती हैं। आंगन के दक्षिण-पश्चिमी कोने में 4 तीर्थ वाला एक मंडपम है। इनमें से एक पर यम की छवि बनी है। इस मंदिर के आसपास एक विशाल पत्थर की शिला है जिस पर सप्तमाताओं (सात आकाशीय देवियां) की आकृतियां बनी हैं

राज्य
View More

Shorts see more

गर्मियों में खीरे को अपनी डाइट में ऐसे करें शामिल, सेहत के लिए होगा फायदेमंद

गर्मियों में खीरे को अपनी डाइट में ऐसे करें शामिल, सेहत के लिए होगा फायदेमंद

  • खीरा शरीर को हाइड्रेट करता है और जल संतुलन बनाए रखता है
  • गर्मियों में खीरा शरीर को ठंडा रखता है
  • खीरा त्वचा के निखार के लिए भी फायदेमंद है
read more

ताजा खबरें
View More

खामेनेई का ऐलान – ईरान करेगा निर्णायक हमला, अमेरिका हो जाए तैयार
खामेनेई का ऐलान – ईरान करेगा निर्णायक हमला, अमेरिका हो जाए तैयार
शैतानी हंसी वाली इस गुड़िया का जादू छाया दुनिया पर! Labubu ने मचाया धमाल, बनाने वाले ने एक झटके में कमाए अरबों
शैतानी हंसी वाली इस गुड़िया का जादू छाया दुनिया पर! Labubu ने मचाया धमाल, बनाने वाले ने एक झटके में कमाए अरबों
ईरान से लौटे भारतीयों की आपबीती – कांपते हाथों और छलकती आंखों से सुनाया खौफनाक मंजर; मोदी सरकार को दिल से कहा शुक्रिया
ईरान से लौटे भारतीयों की आपबीती – कांपते हाथों और छलकती आंखों से सुनाया खौफनाक मंजर; मोदी सरकार को दिल से कहा शुक्रिया
ईरान 5 साल में बन जाएगा परमाणु देश... अमेरिकी हमले के बाद असदुद्दीन ओवैसी का तीखा हमला, उठाए कई बड़े सवाल
ईरान 5 साल में बन जाएगा परमाणु देश... अमेरिकी हमले के बाद असदुद्दीन ओवैसी का तीखा हमला, उठाए कई बड़े सवाल
 ईरान के वो 3 खुफिया न्यूक्लियर ठिकाने, जहां अमेरिका ने बरसाए बम; सबसे मजबूत माने जाने वाले 'फोर्दो' पर भी हुआ सीधा हमला
ईरान के वो 3 खुफिया न्यूक्लियर ठिकाने, जहां अमेरिका ने बरसाए बम; सबसे मजबूत माने जाने वाले 'फोर्दो' पर भी हुआ सीधा हमला
लगातार 37 घंटे की उड़ान, हवा में ही भरा फ्यूल… जानिए अमेरिका के 6 B-2 बॉम्बर्स ने कैसे ईरान के न्यूक्लियर अड्डों को किया तबाह
लगातार 37 घंटे की उड़ान, हवा में ही भरा फ्यूल… जानिए अमेरिका के 6 B-2 बॉम्बर्स ने कैसे ईरान के न्यूक्लियर अड्डों को किया तबाह
16 जुलाई को कर्क राशि में सूर्य के प्रवेश से इन राशियों की चमक जाएगी किस्मत
16 जुलाई को कर्क राशि में सूर्य के प्रवेश से इन राशियों की चमक जाएगी किस्मत
सितारे ज़मीन पर बॉक्स ऑफिस डे 2: आमिर खान की वापसी, दो दिन में कमाए 32.20 करोड़ रुपये
सितारे ज़मीन पर बॉक्स ऑफिस डे 2: आमिर खान की वापसी, दो दिन में कमाए 32.20 करोड़ रुपये
फोन पर कैसा कवर लगाएं – सस्ता या महंगा? क्या इससे मोबाइल की सेहत पर भी पड़ता है असर?
फोन पर कैसा कवर लगाएं – सस्ता या महंगा? क्या इससे मोबाइल की सेहत पर भी पड़ता है असर?
पुणे की गलियों में भटके वरुण धवन और अहान शेट्टी, भीड़भाड़ वाली मेट्रो पकड़ कर पहुंचे होटल
पुणे की गलियों में भटके वरुण धवन और अहान शेट्टी, भीड़भाड़ वाली मेट्रो पकड़ कर पहुंचे होटल
योगा से पहले ड्रामा! नुसरत भरूचा ने लड़की से उतरवाए जूते, लोग बोले - फेम इतना सिर चढ़ गया है कि...
योगा से पहले ड्रामा! नुसरत भरूचा ने लड़की से उतरवाए जूते, लोग बोले - फेम इतना सिर चढ़ गया है कि...
2 News : थलापति विजय के बर्थडे पर उनकी अंतिम फिल्म का टीजर जारी, दीपिका ने ऐसे किया बेटे रुहान को विश
2 News : थलापति विजय के बर्थडे पर उनकी अंतिम फिल्म का टीजर जारी, दीपिका ने ऐसे किया बेटे रुहान को विश
2 News : कपिल के शो में सलमान ने पहली बार बताईं उनकी ये बीमारियां, सोहेल की शादी को लेकर कसा तंज
2 News : कपिल के शो में सलमान ने पहली बार बताईं उनकी ये बीमारियां, सोहेल की शादी को लेकर कसा तंज
2 News : उस दिन बुरी तरह से डर गई थीं सोनाक्षी, बताया पूरा किस्सा, गोविंदा की इस हरकत पर भड़के लोग
2 News : उस दिन बुरी तरह से डर गई थीं सोनाक्षी, बताया पूरा किस्सा, गोविंदा की इस हरकत पर भड़के लोग