बेटी को पोलियो का टीका नहीं लगवाने पर ‘फवाद’ के खिलाफ ‘एफआईआर’
By: Geeta Thu, 21 Feb 2019 5:52:01
कभी हिन्दी में चॉकलेटी बॉय के रूप में ख्यात रहे पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान इन दिनों एक मुश्किल में फंस गए हैं। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है जिसमें कहा गया है कि उन्होंने अपनी बेटी को पोलियो का टीका लगवाने से इंकार कर दिया। इस मामले में उनके अतिरिक्त पाँच अन्य लोगों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है। ‘डॉन डॉट कॉम’ के अनुसार, फवाद के मैनेजर ने एक बयान में उन खबरों का खंडन किया जिनमें कहा गया था कि अभिनेता ने अपनी बेटी को टीका लगवाने से इनकार कर दिया। फवाद के खिलाफ प्राथमिकी केंद्रीय परिषद निगरानी अधिकारी (यूसीएमओ) की शिकायत पर दर्ज की गई है।
यूसीएमओ ने शिकायत की कि एक पोलियो टीम मंगलवार शाम पांच बजे फवाद के घर पहुंची। लेकिन परिवार के मुखिया ने बच्चों को पोलियो से बचाने वाला टीका लगाने से मना कर दिया और पोलियो टीम को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी। प्राथमिकी में लगाए गए आरोपों में लापरवाही से जीवन के लिए खतरनाक बीमारी के संक्रमण फैलाने, आपराधिक धमकी देने, लोक सेवक के सार्वजनिक कर्तव्य में बाधा डालने और सरकारी आदेश की अवहेलना शामिल है। अभी तक इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पायी है कि प्राथमिकी में जिस व्यक्ति को ‘परिवार का मुखिया’ बताया गया है वह फवाद ही हैं या उनके परिवार का कोई अन्य सदस्य है।
As per DC Lahore, teams wanted to immunise Fawad's daughter since yesterday. 1st his driver misbehaved with teams followed by his family. Mr. Fawad is our pride, I request him to allow teams to vaccinate the child. Lahore has had a polio case last week, we must protect the child. https://t.co/0L30OfLbMd
— Babar Atta (@babarbinatta) February 20, 2019
‘डॉन’ की रिपोर्ट के अनुसार, फवाद के प्रबंधक द्वारा जारी किए बयान में उन रिपोर्टों का खंडन किया गया है जिसमें कहा गया कि फवाद ने अपने घर पर अपनी बेटी के टीकाकरण में हस्तक्षेप किया था। बयान के अनुसार, पोलियो टीम जब घर आई तब बच्चों के माता-पिता घर में मौजूद नहीं थे। उन्हें प्रेस के माध्यम से प्राथमिकी की सूचना मिली है। बयान में कहा गया कि फवाद खान पोलियो-रोधी अभियान का पूरी तरह से समर्थन करते हैं और उन्हें इस बीमारी के संबंध में अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के दिशा-निर्देशों की पूरी जानकारी है। बयान में प्राथमिकी रद्द न होने पर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है।